
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र का वन महकमा किस तरह काम करता है उसकी पोल विभाग के अधिकारियों के तीन आॅडियो ने खोल दी है। इन वायरल आॅडियो ने साबित कर दिया है कि वन विभाग में जंगलराज है और यहां बिना लेन-देन के कोई काम नहीं होता है। उधर एक के बाद एक आॅडियो सामने आने के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। गौरतलब है कि पिछले दिनों एक-एक कर तीन आडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिनमें मुख्य वनसंरक्षक (सीसीएफ) इंदौर के निज सहायक बीएल वर्मा सेवानिवृत्त रेंजर श्रोत्रीय से स्वत्व (सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाले लाभ) दिलाने के लिए उनसे मिलने को कह रहे हैं, तो उड़नदस्ता रेंज भोपाल के कर्मचारी शहर में अवैध रूप से लकड़ी लाने वाले वाहनों को मामूली जुर्माना लगाकर छोड़ऩे के लिए लेन-देन की बात कर रहे हैं। इनमें से इंदौर में निज सहायक के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है, जबकि उड़ऩदस्ता के कर्मचारियों के संबंध में बात करने पर प्रभारी रेंजर सुरेश शर्मा ने कहा कि कौन सा केस है, देखकर बता पाऊंगा। उल्लेखनीय है कि इसी साल बैतूल में मुख्य वनसंरक्षक रहते हुए मोहनलाल मीणा का प्रशिक्षु रेंजर से पैसे मांगने का आडियो वायरल हुआ था।
शुरू हुई जांच
ऑडियो वायरल होने के बाद वन विभाग जागा है और मामले की जांच शुरू कर दी है। सीसीएफ इंदौर एचएस मोहंता का कहना है कि आडियो में निज सहायक बीएल वर्मा की आवाज है। उन्हें नोटिस जारी कर जांच शुरू कर दी गई है। वहीं डीएफओ भोपाल आलोक पाठक का कहना है कि आडियो का सत्यापन करा रहे हैं।