
-वेब सीरीज आश्रम की टीम को भोपाल कोर्ट का नोटिस
-निमार्ता-निर्देशक से 50 में करोड़ रुपए के हजार्ने की मांग
भोपाल/हरीश फतेह चंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। हिन्दी बेव सीरीज आश्रम फिर से विवादों में है। आरोप है कि इस सीरीज की कहानी मप्र कैडर के आईएएस नियाज खान के अंग्रेजी उपन्यास अनटोल्ड सीक्रेट आॅफ माय आश्रम से चुराई गई है। आईएएस अधिकारी ने इस चोरी को लेकर भोपाल कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और कोर्ट ने जिम्मेदारों को नोटिस भेजा है। ऐसे में सवाल उठने लगा है कि ‘आश्रम’ किसका है।
गौरतलब है कि बेव सीरीज आश्रम शुरू से विवादों में रही है। भोपाल में शूटिंग के दौरान भी विवाद हुआ था। अब कहानी की चोरी का मामला सुर्खियों में छाया हुआ है। मप्र कैडर के आईएएस अफसर नियाज अहमद खान के वकील सचिन नायक ने भोपाल जिला अदालत में एक याचिका दायर कर आश्रम को कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन बताया है। उन्होंने कहा, यह फिल्म हमारे मुवक्किल की उपन्यास पर बनी है। इसके एवज में उन्होंने निमार्ता-निर्देशक से 50 में करोड़ रुपए का हर्जाना मांगा है। अदालत ने फिल्म के निर्माता मैक्स प्लेयर सिंगापुर, निर्देशक प्रकाश झा और लेखक हबीब फैजल को नोटिस जारी किया है।
2016 में प्रकाशित हुआ था उपन्यास
आईएएस अफसर नियाज खान ने अनटोल्ड सीक्रेट आॅफ माय आश्रम के नाम से एक अंग्रेजी उपन्यास लिखा था। वकील सचिन नायक के मुताबिक खान ने यह उपन्यास 2014 में लिखना शुरू किया था और 2016 में में इसका प्रकाशन किया गया था। वर्ष 2020 में बेव सीरीज के निर्देशक प्रकाश झा ने आश्रम के नाम से एक फिल्म बनाई थी। फिल्म का कंटेंट, स्टोरी और थीम खान के उपन्यास से ली गई है। उपन्यास में दर्ज बहुत सारे तथ्य फिल्म में दिखाए गए हैं। किसी भी किताब का कंटेंट उपयोग करने के लिए संबंधित की सहमति जरूरी है। फिल्म के निमार्ता और निर्देशक ने इसकी सहमति खान से नहीं ली थी। यह कॉपीराइट एक्ट की धारा-63 का सीधे तौर पर उल्लंघन है। चूंकि फिल्म बनाने से पहले उसके कंटेंट का उपयोग करने की सहमति मेरे मुवक्किल से नहीं ली गई थी, इसलिए हमने हजार्ना मांगा है। हमारी याचिका के आधार पर अदालत ने तीनों को नोटिस जारी किया है।
प्रकाशक भी पहुंचे थाने
आईएएस अफसर खान की किताब का प्रकाशन करने वाले मनीष गुप्ता ने इस मामले की शिकायत हबीबगंज थाने में की है। उन्होंने शिकायत में लिखा, अंग्रेजी उपन्यास अनटोल्ड सीक्रेट आॅफ माय आश्रम का प्रकाशक मैं हूं। उपन्यास के तथ्यों को चोरी कर बेव सीरीज आश्रम का निर्माण किया गया है। नियमानुसार उपन्यास के तथ्यों का उपयोग करने से पहले मुझसे सहमति लेना चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया है। इसलिए निमार्ता-निर्देशक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। प्रकाशक मनीष गुप्ता की शिकायत के बाद हबीबगंज पुलिस ने इस मामले में बयान देने के लिए आईएएस अफसर खान को बुलाया था। पुलिस की ओर से भेजे गए नोटिस के बाद खान बयान दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचे थे। उन्होंने पुलिस को दिए बयान में कहा, मैं कॉपीराइट का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ हूं और निर्माता-निर्देशक के खिलाफ कार्रवाई चाहता हूं। उन्होंने कहा, मेरी उपन्यास के तथ्य चोरी करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।
कोरोना संक्रमण के बावजूद शूटिंग की अनुमति
उधर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी फिल्मों, वेबसीरीज और शूटिंग का सिलसिला भी लगातार बढ़ते जा रहा है। हाल में शाहपुरा ए-सेक्टर क्षेत्र में शुरू होने जा रही वेब सीरीज की शूटिंग का शाहपुरा कॉलोनी हाउस ओनर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने विरोध करते हुए शूटिंग रद्द करने के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा है। रहवासियों ने कहा है कि कलेक्टर कार्यालय द्वारा राजधानी के शाहपुरा क्षेत्र में आवेदक वैभव सक्सेना की वेब सीरीज की शूटिंग करने की अनुमति देने के लिए, निगम और पुलिस विभाग से अनुशंसा मांगी गई है, उसके संदर्भ में हम निवासियों की प्रार्थना है कि उपरोक्त अनुमति प्रदान करने पर पुर्नविचार करने की कृपा करें, क्योंकि वर्तमान समय में हम सभी घातक कोरोना की तीसरी लहर से जूझ रहे हैं।