- 33 करोड़ की लागत से किए जाएंगे अपग्रेड ग्यारह हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे
भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश के आधा सैकड़ा धर्मिक, पयर्टन और औद्योगिक शहरों में सावर्जनिक स्थानों पर कौन क्या और कब कर रहा है, यह पूरी जानकारी तत्काल अफसर लाइव देख सकेंगे। इसके लिए लगभग 33 करोड़ रुपए की लागत से ग्यारह हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को अपग्रेड किए जाने की तैयारी है। अफसरों को यह सुविधा उनके मोबाइल पर भी मिलेगी। इस सुविधा से वे प्रदेश के आधा सैकड़ा सभी छोटे-बड़े शहरों की निगरानी कर सकेंगे। दरअसल पुलिस महकमे की दूरसंचार शाखा द्वारा इस सुविधा पर तेजी से काम किया जा रहा है। इस काम का जिम्मा एक निजी कंपनी को सौंपने की तैयारी है। संबंधित कंपनी तीन साल तक सर्विलांस सिस्टम और कैमरों की देखरेख करेगी। दरअसल प्रदेश में अभी 50 शहरों की 1161 लोकेशंस पर कैमरे लगे हुए हैं। इनमें 11 प्रदेश के बड़े शहर और बाकी छोटे शहर शामिल है। इन सभी शहरों में लगे कैमरों से लाइव फुटेज देखने की सुविधा मोबाइल पर मिल सकेगी। इसके लिए धार्मिक और पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण कई शहरों में लगे सीसीटीवी कैमरों को अपडेट किया जाना है। अभी सलकनपुर, सांची ,महेश्वर और भीमबेटका में 10 -10 नर्मदापुरम में 30 ,धार और भोजशाला में 25 मांडू में 15 दतिया और वहां स्थित पीतांबरा पीठ परिसर में 30 और ओरछा में 15 स्थानों पर कैमरे लगे हुए हैं। इन कैमरों से लाइव फुटेज डीएसपी से लेकर एसपी स्तर के अफसरों को मोबाइल फोन पर देखने की सुविधा मिलेगी, जिससे उन्हें कानून व्यवस्था को पुख्ता बनाए रखने और संदिग्ध लोगों पर नजर रखने में बेहद आसानी रहेगी। इस सुविधा के लिए कंपनी चयन के लिए पुलिस मुख्यालय की दूरसंचार शाखा द्वारा टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है।
किन-किन शहरों के कैमरों को किया जाना है अपडेट
तीन साल के मेंटेनेंस के साथ ही कंपनी 50 शहरों में जरूरत के हिसाब से कैमरे भी बदलेगी। इनमें मुख्य रूप से सीहोर, सलकनपुर, रायसेन, सांची, विदिशा, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, खरगोन, महेश्वर, बुरहानपुर,धार मांडू.पीथमपुर झाबुआ, गुना, अशोकनगर, पीतांबरा पीठ, बालाघाट, ओरछा, खजुराहो, पन्ना, सिवनी, छिंदवाड़ा, मंडला, नरसिंहपुर, दमोह,सागर,शाजापुर, मंदसौर, नीमच, मैहर, रीवा, अनूपपुर, उमरिया, डिंडौरी शामिल हैं।
वाहनों पर रखी जा रही है नजर
प्रदेश के अलग-अलग शहरों की 293 लोकेशंस पर लगे 1569 एएनपीआर कैमरे (ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन) से अक्टूबर 2019 से अभी तक 5491 संदिग्ध और चोरी के वाहनों की जानकारी मिली है। ये कैमरे वीडीपी (व्हीकल डिटेक्शन पोर्टल) से लिंक हैं। चोरी हुए वाहन की जानकारी पोर्टल पर जारी होने के बाद इन कैमरों की जद में ये वाहन आते हैं तो अलर्ट संबंधित थाने को जारी किया जाता है।