तस्करों के निशाने पर…मंदिरों की मूर्तियां

मंदिरों की मूर्तियां
  • प्रदेश में 2 साल में 1,700 से ज्यादा मूर्तियां चोरी, ज्यादातर अष्टधातु की…

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र में एक तरफ शासन-प्रशासन माफिया, अपराधियों और तस्करों पर नकेल कसे हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ इनकी करतूतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। खासकर प्रदेश में विभिन्न तरह के तस्कर सक्रिय हैं। इन्हीं में से एक है मंदिरों की मूर्तियों के तस्कर। मूर्तियों के तस्कर मंदिरों की मूर्तियों की चोरी करवा कर उन्हें अंर्तराष्ट्रीय बाजार में ऊंचे दाम पर बेच रहे हैं। दो साल में धार्मिक स्थलों से 1,700 से ज्यादा मूर्तियां चोरी हो चुकी हैं। जिसमें सबसे अधिक अष्टधातु की मूर्तियां हैं। गौरतलब है की प्रदेश में अधिकांश मंदिर प्राचीन काल के हैं। इन मंदिरों में देवी-देवताओं की मूर्तियां अष्टधातु की हैं। इस कारण प्रदेश के मंदिर तस्करों के निशाने पर हैं। यही कारण है कि अकेले दो साल में तीन हजार से अधिक धार्मिक स्थलों से 1,716 मूर्तियां चोरी हो चुकी हैं। इनमें से मात्र 705 मूर्तियां ही बरामद हो पाई हैं। मंदिरों के पांच पुजारियों की हत्याएं भी हुई हैं। प्रदेश में चोरी हो रहीं ज्यादातर मूर्तियां अष्टधातु की बनी हैं जिनकी अंतरराष्ट्रीय कीमत करोड़ों में आंकी जा रही हैं।
भोपाल संभाग में ज्यादा चोरी
मूर्ति तस्करों के निशाने पर सबसे ज्यादा भोपाल संभाग है, इसके बाद छतरपुर और सागर हैं। वहीं ग्वालियर-चंबल में सबसे कम मामले पकड़े गए हैं। इस साल के अप्रैल माह में मुरैना जिले के सरायछौला थाना अन्तर्गत कैंथरी ग्राम में बने मंदिर से अज्ञात चोर दिनदहाड़े अष्टधातु की  बेशकीमती लक्ष्मीनारायण की मूर्ति के अलावा पीतल के लड्डू गोपाल और लक्ष्मीनारायण मूर्ति के साथ लगे तांबे के पांच किलो वजनी दो सर्प चोरी कर ले गए। अब तक मूर्ति बरामद की  होने की कोई खबर नहीं है। आष्टा के अलीपुर स्थित जैन मंदिर से मूर्ति चोरी हुई। पुलिस ने चोरी का सामान बरामद किया है लेकिन मूर्ति नहीं मिली है। मूर्ति अष्टधातु की बताई गई है। घटना 10-11 नवम्बर 2021 की है। मूर्ति चोरी के ये सिर्फ उदाहरण हैं जबकि अकेले 1 जनवरी 2000 से 19 फरवरी 2022 तक 3038  धार्मिक स्थलों से मूर्तियां चोरी हो चुकी हैं। इनमें भोपाल जिले से सबसे ज्यादा 242 धार्मिक स्थल हैं। इसके बाद छतरपुर जिले के 207 धार्मिक स्थल तस्करों के निशाने आए हैं। तीसरे नम्बर पर राजगढ़ जिला हैं जहां के 164 धार्मिक स्थलों से मूर्तियां चोरी हुई।
 1,011 मूर्तियों का अभी तक पता नहीं
सभी 52 जिलों में दो साल के भीतर 1,716 मूर्तियां चोरी हो चुकी हैं।  इनमें फरवरी माह तक 705 मूर्तियां ही बरामद हुई हैं। जबकि 1,011 मूर्तियों की पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ अदालत में चालान पेश कर दिया है। प्रदेश के सिंगरौली और बैतूल ऐसे जिलें हैं जहां के सिर्फ एक-एक धार्मिक स्थल से मूर्ति चोरी हुई है। सिंगरौली घटना का खुलासा हो चुका है। बैतूल मामले में आरोपी की तलाश की जा रही है। मंडला के दो और शहडोल के तीन धार्मिक स्थलों से मूर्तियां चोरी हुई हैं।  इस मामले में पुलिस के आला अफसरों का कहना है की मूर्ति तस्करों को पकड़ने के  लिए पुलिस सभी प्रयास करती है। कई मामले पकड़े भी गए हैं। फिर भी कार्रवाई में और तेजी आए, इसके लिए जल्द ही समीझा करेंगे।

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