शिव बनाएंगे दलित युवाओं को उद्योगपति

उद्योगपति
  • विधानसभा आम चुनाव से पहले मतदाताओं को लुभाने अब सरकार ने स्वरोजगार पर फोकस करना शुरू किया

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में बेरोजगारी का दंश युवाओं को सता रहा है। सरकारी नौकरियों में भर्ती कई सालों बाद निकली है। इसके बाद भी रोजगार को लेकर युवाओं में निराशा है। यही वजह है कि अब सरकार ने स्वरोजगार पर फोकस करना शुरू किया है। प्रदेश में इस साल विधानसभा के आम चुनाव होने हैं, जिसके चलते अब प्रदेश सरकार आरक्षित वर्ग के मतदाताओं को लुभाने के लिए इस वर्ग के युवाओं पर पूरा फोकस कर रही है।
इसमें नौकरियों के साथ ही स्वरोजगार की योजनाओं तक में उन्हें पूरी प्राथमिकता देने की तैयारी है। यही वजह है कि शिव सरकार ने आरक्षित वर्ग के युवाओं को बड़ा उद्योगपति बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए स्वरोजगार और उद्यमिता के नए-नए क्षेत्र खोजे जाने की योजना है। इसके बाद सरकार द्वारा उन्हें उत्पाद की ब्रांडिंग के साथ ही बड़ा बाजार भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए एक मंत्री समूह का भी गठन कर दिया गया है। जो सरकार को अपनी अनुशंसाएं 45 दिन में देगा। मंत्री समूह को स्वरोजगार और उद्यमिता के नए क्षेत्र खोजने की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। समूह में वित्त एवं वाणिज्य कर मंत्री जगदीश देवड़ा, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा और औद्योगिक नीति व निवेश प्रोत्साहन मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव को शामिल किया गया है। सरकार का प्रयास है कि युवा रोजगार देने वाले बनें, इसलिए इस वर्ग पर फोकस किया गया है। चुनावी वर्ष में और जनजाति वर्ग के युवाओं को रिझाने स्वरोजगार और उद्यम का रास्ता सरकार ने अपनाया है।
दलों के अपने-अपने चुनावी गणित
प्रदेश में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होना है। दलों का फोकस अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के लोगों पर ज्यादा है। बड़ा वोट बैंक भी है। इस वर्ग को रिझाने भाजपा-कांग्रेस कोई कसर नहीं छोड़ना चाहतीं। आरक्षित वर्ग की एक-एक विधानसभा सीट पर दलों ने फोकस किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ हाल ही में अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के लोगों के साथ सम्मेलन में शामिल हो चुके हैं। इसमें शामिल लोगों ने कांग्रेस के प्रति आस्था जताई और कमलनाथ ने भी यह कहने से भी नहीं चूके कि आपके बिना राज्य में कांग्रेस की सरकार बनना संभव नहीं है। वहीं भाजपा भी इस वर्ग साधने में जुटी है। सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लोगों को लाभ दिलाए जाने का प्रयास है, वहीं यह बताने का भी प्रयास हो रहा है कि भाजपा को आरक्षित वर्ग की फिक्र है।
लिए जाएंगे सुझाव
मंत्री समूह दोनों वर्ग के युवाओं को स्वरोजगार एवं उद्यमिता के क्षेत्र में वैश्विक और राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने विभिन्न योजनाओं के हितधारकों व दलित इंडिया चेंबर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सदस्यों से सुझाव लेगा। योजनाओं में सुविधाएं दिलाने, मार्केटिंग के अवसर, उद्यमिता एवं नवाचार की भावना जागृत करने अभियान चलाने पर विचार करेगा। इन वर्गों को परंपरागत शिल्प, उत्पाद, पाक कला, कृषि, वनोपज, सिद्ध एवं अन्य उपचार पद्धतियों, कलाओं को संरक्षित करने, प्रचार-प्रसार के लिए योजना भी मंत्री समूह तैयार करेगा।
नफा नुकसान
प्रदेश में अजा के लिए 35 और अजजा के लिए 47 सीटें आरक्षित हैं। 2013 के चुनाव में भाजपा ने अजा वर्ग की 28 सीटें जीती थीं। आदिवासी वर्ग की 47 में से 31 सीटें भी भाजपा ने जीती थीं। बीते चुनाव में भाजपा को नुकसान हुआ था। एसटी की 16 तो एससी की 11 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था। अब इन वर्गों को रिझाने सत्ता-संगठन के स्तर पर लगातार कार्यक्रम किए जा रहे हैं।

Related Articles