संभागीय प्रभारियों पर… बिफरे शिव प्रकाश

शिव प्रकाश

भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। बीते दो दिन पहले हुए घटनाक्रम से राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश बेहद नाराज है। यही वजह है , कि वे बीते रोज पार्टी के संभागीय प्रभारियों पर बिफर गए। इस मामले में शिव प्रकाश की नाराजगी इससे समझी जा सकती है कि उन्होंने साफतौर पर कहा कि आप लोग मैदानी स्तर पर या तो जाते नहीं हो और अगर जाते हो तो फिर इस तरह के असंतोष की जानकारी क्यों नहीं मिलती है। इस तरह के मामलों की जानकारी पहले मिलना चाहिए , जिससे समय रहते उस पर काम किया जा सके। उन्होंने संभागीय प्रभारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए नसीहत दी है कि, वे प्रभार वाले संभागों में अधिक से अधिक लोगों व कार्यकर्ताओं से मिलें। दरअसल शिव प्रकाश इन दिनों भोपाल में चुनावी और विशेष संपर्क अभियान की समीक्षा करने के लिए आए हुए हैं।  शिव प्रकाश ने पार्टी के सभी संभागीय प्रभारियों के साथ चुनावी तैयारियों पर चर्चा करते हुए  शिव प्रकाश ने प्रभारियों से सवाल किया कि अगर उनके प्रभार के क्षेत्र में मंत्रियों के बीच किसी भी तरह के टकराहट की स्थिति बनती है , तो उनकी जिम्मेदारी है कि पहले तो उसे बनने ही नहीं दें और अगर इस तरह की स्थिति बन गई है तो उसे तत्काल दूर कराएं। उन्होंने प्रभारियों से पूछा कि उनके जिलों में सरकार द्वारा तय किए गए प्रभारी मंत्री कितने सक्रिय हैं और यदि वो सक्रिय नहीं है, तो इस बारे में उन्हें पार्टी संगठन को रिपोर्ट क्यों नहीं दी है। उन्होंने चेताते हुए कहा कि इस तरह की बातें हर हाल में बाहर नहीं आनी चाहिए। इस तरह की बातों से कार्यकर्ता का मनोबल गिरता है। हमने बड़ी मेहनत के साथ पार्टी संगठन को खड़ा किया है। बैठक में सभी संभागीय प्रभारियों से चुनावी तैयारियों को बारे में भी अलग-अलग चर्चा कर उनसे फीडबैक लिया गया। बैठक में कुछ प्रभारियों ने विधायकों, जिला संगठन और पार्टी के दूसरे नेताओं के मध्य बेहतर तालमेल नहीं होने की भी जानकारी दी है।
प्रभारियों को तैयारियों के दिए निर्देश
शिव प्रकाश ने नरेंद्र मोदी सरकार के नौ वर्ष पूरे होने पर संगठन द्वारा प्रदेश में 30 मई से 30 जून तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाने पर चर्चा की। उनके द्वारा इन आयोजनों की रूपरेखा पर संभाग प्रभारियों के साथ बैठक कर उन्हें तत्काल अपने प्रभार वाले क्षेत्रों में जाकर तैयारियां शुरु करने के निर्देश दिए गए  हैं। बैठक में शिव प्रकाश ने सभी संभाग प्रभारियों को निर्देश दिए कि वे आज से ही अपने क्षेत्रों में जाकर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करें ,जिसमें कौन-कौन से कार्यक्रम करने हैं, साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाए कि इन कार्यक्रमों में ऐसे लोगों को अवश्य शामिल किया जाए जो केंद्र सरकार की विभिन्न जनहितैषी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। इसके साथ ही प्रत्येक विधानसभा वार कार्यक्रमों में केंद्र एवं राज्य सरकार की जितनी भी जनहितैषी योजनाएं चल रही हैं और उनके जो लाभार्थी हैं ,उनसे संपर्क कर पार्टी से जोड़ा जाए। विधानसभा वार पार्टी सभी मोर्चों का कार्यक्रम भी होना सुनिश्चित किया जाए, जिसमें सभी मोर्चे मिलकर अपनी बात जनता तक पहुंचाएंगे। क्षेत्र में वरिष्ठ जनों का सम्मेलन कर पार्टी के हित में उनके सुझावों को सुना जाएगा। इसके साथ ही विधानसभा वार जो सम्मेलन हों, उनमें व्यापारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के अलावा क्षेत्र में हुए विकास कार्यों को लेकर जनता की राय भी ली जाए। इसके अलावा प्रबुद्ध जनों की सूची तैयार की जाए। पत्रकार वार्ता के लिए वरिष्ठ नेताओं के साथ स्थानीय नेताओं के नाम की सूची भी बनाई जाए।
दिया जाएगा एकता का संदेश
पार्टी सूत्रों के मुताबिक मंत्रियों के बीच जारी विवाद की खबरों से गए संदेश को ठीक करने के लिए जल्द ही संगठन सागर सहित अन्य जिलों में तीनों मंत्रियों के एक साथ कार्यक्रम बनाने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। इससे संगठन जनता के बीच मंत्रियों में किसी भी तरह की टकराव जैसी स्थिति नहीं होने का संदेश देना चाहती है।
केंद्रीय संगठन बेहद नाराज
मंत्री गोपाल भार्गव द्वारा कथित तौर पर इस्तीफा देने की धमकी पर केंद्रीय संगठन बेहद नाराज है। यही वजह है कि चुनावी साल में इस तरह का मामला आगे सामने आने से रोकने के लिए ही पार्टी आलाकमान ने नाराज मंत्रियों के लिए संदेश लेकर एक साथ केन्द्रीय मंत्रियों को विशेष विमान से भोपाल भेजा था। इनमें से नरेन्द्र सिंह तोमर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मुलाकात करने के बाद दिल्ली रात में लौट गए थे, लेकिन प्रहलाद पटेल भोपाल में ही रुक गए थे, जिसके बाद वे गोटेगांव चले गए। उधर, इस मामले में दिल्ली में भी मप्र को लेकर महत्वपूर्ण बैठक होने की खबर आ रही है, जिसमें चुनाव से पहले पार्टी हाईकमान द्वारा कुछ कड़े कदम उठाने की बात कही जा रही है। कहा तो यह भी जा रहा है कि इस बैठक में लिए गए निर्णयों पर एक दो दिन में अमल शुरु हो सकता है। इधर, भोपाल आए राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश ने मंत्रियों के विवाद  के मामले में बंद कमरे में प्रदेश नेतृत्व से चर्चा करने के बाद कई तरह की नसीहतें भी दी हैं। उनके द्वारा इस मामले में संबंधित मंत्रियों से चर्चा कर उन्हें भोपाल आने को कहा गया है।
सहस्त्रबुद्धे और कठेरिया देंगे टिप्स  
पार्टी प्रदेश कार्यालय में बीते रेाज भोपाल लोकसभा क्षेत्र के नेताओं की भी बैठक की गई। इसमें तय किया गया कि 30 मई से 30 जून तक विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हुए विकास कार्यों एवं जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जनता को दी जाएगी। इस दौरान विशेष संपर्क अभियान को लेकर विस्तार से चर्चा कर आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई। इन दोनों ही नेताओं द्वारा इन आयोजनों को लेकर टिप्स भी दिए जाएंगे। विशेष संपर्क अभियान को लेकर इस आयोजन में केंद्र की ओर से आगामी दिनों में पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे एवं प्रदेश सह प्रभारी डॉ. रामशंकर कठेरिया आयोजित कार्यक्रमों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंगे।
बड़े नेता बढ़ा रहे कार्यकर्ताओं में असमंजस
प्रदेश में सत्ता-संगठन के नेताओं की खींचतान और बयानबाजी के बीच अचानक सीएम हाउस में हुए मंथन और अब दिल्ली में नेताओं की महत्वपूर्ण बैठकों ने प्रदेश में कई तरह की सियासी अटकलों को शुरू कर दिया है। उधर, चुनावी साल में सत्ता व संगठन में नेताओं के बीच बिखराव और अनबन की खबरों से मैदानी कार्यकर्ता असमंजस की स्थिति मे हैं। मंत्री गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, गोविंद राजपूत, हरदीप सिंह डंग, सांसद केपी यादव सहित विधायक और पूर्व विधायकों की बयानबाजी से पार्टी की गुटबाजी पूरी तरह से सामने आ चुकी है। ग्वालियर-चंबल, महाकौशल, विंध्य, बुंदेलखंड सहित मालवा – निमाड़ से भी असंतोष के सुर उठ चुके हैं। प्रदेश में एकाएक बढ़ी राजनीतिक सरगर्मियों के बीच केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर, प्रहलाद पटेल और कैलाश विजयवर्गीय की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद की मुलाकातों ने कई तरह की सियासी अटकलें बढ़ा दी हैं ।

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