इंस्पायर अवॉर्ड योजना में सतना के बच्चों ने मारी बाजी

इंस्पायर अवॉर्ड योजना

सूबे के 1854 बाल वैज्ञानिकों को मिलेंगे दस-दस हजार रुपए  

भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। स्कूली बच्चों में सृजनशीलता और रचनात्मकता की वृद्धि और उनमें विज्ञान के प्रति लालसा बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा चलाई जाने वाली इंस्पायर अवॉर्ड योजना में प्रदेश के 1854 बाल वैज्ञानिकों का चयन हुआ है। इन्हें अब इंस्पायर अवॉर्ड योजना के तहत दस-दस हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे। दरअसल इस योजना के तहत प्रदेश से 49,772 आयडियाज आॅनलाइन अपलोड किए गए थे। खास बात यह है कि इस योजना में सतना जिले ने बाजी मारते हुए प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। प्रदेश में सतना जिले से कुल 134 आइडिया का चयन किया गया है। इस योजना में दूसरे नंबर पर रतलाम जिला आया है।  रतलाम जिले से कुल 117 आइडिया चुने गए हैं। इंस्पायर अवॉर्ड के लिए चयनित सभी बाल वैज्ञानिकों को प्रोजेक्ट वर्क के लिए उनके खाते में 10-10 हजार रुपए की राशि दी जाएगी।
ग्रामीण स्कूल के सभी आइडियाज पास
खास बात यह है कि इस योजना में बाजी मारने के साथ ही सतना जिले के एक ग्रामीण इलाके के स्कूल द्वारा भेजे गए सभी पांचों आइडियाज का चयन इंस्पायर अवॉर्ड के लिए किया गया है। यह स्कूल रामपुर बाघेलान विकासखंड के बैरिहा गांव में संचालित है। इसमें भी खास बात यह है कि प्रदेश के किसी एक स्कूल से चयनित होने वाले आइडिया में इनकी संख्या सर्वाधिक है। गौरतलब है कि एक स्कूल को अधिकतम सिर्फ पांच आईडिया ही भेज सकते थे। इस योजना में कक्षा 6 से 10वीं के स्टूडेंट्स स्कूल के बच्चे ही शामिल हो सकते हैं।
ये है इंस्पायर योजना
इंस्पायर अवार्ड योजना बच्चों के लिए महत्वपूर्ण योजना है। यह अवार्ड विद्यार्थियों के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में नवाचारी प्रोत्साहन के लिए दिया जाता है। इसमें पुरस्कार तो मिलता ही है साथ ही राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित प्रतिभागियों के मॉडल को आईआईटी व एनटीए संस्थानों में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में दिखाया जाता है। योजना के माध्यम से प्रतिभावान विद्यार्थियों को राष्ट्र स्तरीय मंच मिलता है। इससे युवाओं में विज्ञान के प्रति कार्य, वैज्ञानिक शोध और विज्ञान सीखने की ललक का विकास होता है।

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