
-पोस्ट ऑफिस में 30 सितंबर से बंद होगी रजिस्टर्ड डाक
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। अगर आप पत्र भेजने के लिए भारतीय डाक की रजिस्टर्ड डाक सेवा का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर आपके लिए हैं। दरअसल, अब यह सर्विस बंद होने वाली है। इंडियन पोस्ट रजिस्टर्ड डाक को बंद करके नई सर्विस शुरू करेगा। भारत का डाक विभाग हमेशा से अपनी एक खास सेवा, रजिस्टर्ड पत्र, को और तेज व आधुनिक बना रहा है। पोस्ट ऑफिस के रजिस्टर्ड डाक को बंद करके रजिस्टर्ड स्पीड पोस्ट शुरू करेगा। 1 अक्टूबर से रजिस्टर्ड पत्र अब रजिस्टर्ड स्पीड पोस्ट के रूप में आपके लिए उपलब्ध होगा। यह नई सेवा आधुनिक तकनीक और हवाई परिवहन के साथ तेज डिलीवरी भी सुनिश्चित करेगी। पहले रजिस्टर्ड डाक सेवा का इस्तेमाल कोर्ट के समन, कानूनी नोटिस और तलाक जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज भेजने के लिए किया जाता था। अब यह सेवा स्पीड पोस्ट के साथ मिलकर एक नए अंदाज में सर्विस मुहैया कराएगी।
भारतीय डाक विभाग ने बताया कि यह बदलाव ग्राहकों की जरूरतों और बाजार की मांगों को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। नई सेवा में रजिस्टर्ड पत्र की तरह ही कानूनी मान्यता होगी। भारतीय डाक विभाग बदलती टेक्नोलॉजी के साथ खुद को डिजिटलाइज कर रहा है। डाकियों के पास अब स्मार्टफोन हैं, जिनमें पोस्टमैन मोबाइल ऐप है। इस पोस्टमैन मोबाइल ऐप के जरिए डाकिया डिलीवरी की जानकारी दर्ज कर सकते हैं और रिसीवर को सीधा संदेश भेज सकते हैं। भारतीय डाक विभाग ने देशभर में 1.8 लाख डाक कर्मचारियों को स्मार्टफोन दिए हैं। इसके अलावा 21,000 कर्मचारी अपने निजी फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। रजिस्टर्ड डाक सेवा के जरिए पत्र सडक़ और रेल से भेजे जाते थे। इससे डिलीवरी में समय लगता था। लेकिन अब इसे स्पीड पोस्ट के साथ मर्ज कर दिया जाएगा जिससे पत्र को हवाई जहाज के जरिए भेजा जा सकेगा। इसके जरिए डिलीवरी तेज होगी।
लीगल नोटिस पहुंचाना पड़ेगा महंगा
अब बैंक के जरूरी दस्तावेज, लीगल नोटिस या सरकारी पत्र भेजने पर आपकी जेब पहले से ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। फिलहाल देशभर में रोजाना करीब 1 करोड़ स्पीड पोस्ट और 17 लाख रजिस्टर्ड पोस्ट बुक होते हैं। स्पीड पोस्ट को जल्दी पहुंचाने के लिए डाक को हवाई जहाज और फास्ट ट्रेन से भेजा जाता है। इसी वजह से इसकी लागत और दरें दोनों ही सामान्य डाक से ज्यादा रहती हैं। लेकिन बीते कुछ समय से रजिस्टर्ड डाक भी स्पीड पोस्ट के साथ ही भेजी जाने लगी। इसमें गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रेलवे और एयरलाइंस को ज्यादा भुगतान करना पड़ता था, जबकि ग्राहकों से वसूली रजिस्टर्ड पोस्ट की कम दर पर ही होती थी। यह घाटे का सौदा विभाग लंबे समय तक नहीं चला पाया और अब इसे खत्म करने का रास्ता चुना है। डाकघर से आप पोस्ट की कोई भी सेवा ले रहे हों, उसमें दूरी और पार्सल का वजन मायने रखता है, उसके हिसाब से ही दर तय होती है। मान लीजिए छोटी दूरी के लिए आप सिर्फ एक लेटर कहीं पहुंचाना चाहते हैं तो, रजिस्टर्ड पोस्ट के लिए आपको 20 रुपये चुकाने होंगे, लेकिन वही पार्सल यदि आप स्पीड पोस्ट से करते हैं तो इसके लिए आपको 25 या उससे अधिक रुपये चुकाने पड़ सकते हैं। नई रजिस्टर्ड स्पीड पोस्ट की दरें अब तक घोषित नहीं हुई हैं, लेकिन चूंकि इसमें रजिस्टर्ड की कानूनी सुरक्षा और स्पीड पोस्ट की तेजी दोनों शामिल होंगी, इसलिए यह सबसे अधिक शुल्क वाली सेवा होगी।