प्रदेश में हर मिनट होने लगा 46 हजार लीटर मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन

 मेडिकल ऑक्सीजन
  • अब तक 88 ऑक्सीजन प्लांटों में शुरू हुआ उत्पादन

    भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र उन राज्यों में इसी माह शामिल होने जा रहा है, तो मेडिकल ऑक्सीजन के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर हैं। इसकी वजह है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा इस मामले में बेहद तेजी से काम किया जाना। इसकी वजह से प्रदेश में इन दिनों हर मिनिट 46 हजार लीटर मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू हो चुका है, जबकि अभी लगाए जा रहे ऑक्सीजन के नए 190 में से 88 प्लांट ही शुरू हुए हैं जबकि शेष प्लांटों के निर्माण पर तेजी से काम किया जा रहा है। यह सभी प्लांट इस माह के अंत तक पूरी तरह से काम करना शुरू कर देगें। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का इस मामले में कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर में स्वास्थ्य अधोसंरचना में दिखी कमियों को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जा रहा है। इन कमियों में सबसे महत्वपूर्ण थी मेडिकल आॅक्सीजन। यही वजह है कि सरकार द्वारा ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता के लिए अभियान चलाकर प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांटस लगाने का काम  युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। उनका कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर के समय मध्यप्रदेश में अन्य प्रांतों से आॅक्सीजन लानी पड़ रही थी। इसके लिए सेना के वायुयान, हैलीकाप्टर, रेल के साथ सडक मार्ग से टैंकरों का उपयोग करना पड़ रहा था। यह बहुत मुश्किल परिस्थितियां थी। चौहान का कहना है कि इन परिस्थितियों का दोबारा सामना न करना पड़े, इसके लिए प्रदेश सरकार ने क्रियेटिव सोच और बेहतर प्लानिंग के साथ मेडिकल आॅक्सीजन के मामले में आत्म-निर्भर बनने का जो सपना संजोया, आज वह मूर्त रूप ले रहा है।
    मुख्यमंत्री का कहना है कि प्रदेश में ही  ऑक्सीजन   उत्पादन होने से अब  ऑक्सीजन   आयात की जरूरत नहीं पड़ेगी। उनका कहना है कि वे प्रयास कर रहे हैं कि सभी जिला मुख्यालयों के अलावा तहसील स्तर पर भी आॅक्सीजन प्लांटस लग जाए।
    जन-सहयोग भी मिला
    मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में आॅक्सीजन प्लांटस लगाने के अभियान में बड़े पैमाने पर जन-सहयोग भी मिला है। अनेक कम्पनियों, संस्थाओं के साथ स्वयंसेवी संस्थाओं और जन-प्रतिनिधियों ने अपनी स्वैच्छा निधि से इस काम में आगे आकर सहयोगी की भूमिका निभाई है। अनेक संस्थाओं ने स्वास्थ्य केन्द्रों पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स भी दान किये हैं।
    ऑक्सीजन उत्पादन वर्ष के रूप याद रहेगा यह साल
    मुख्यमंत्री ने इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में स्थापित हो रहे 190 ऑक्सीजन प्लांट में से 102 प्लांटों के लिए केन्द्र सरकार ने मदद की है। इस माह के अंत तक सभी 190 प्लांटस काम करना शुरू कर देंगे। उनका कहना है कि सभी के प्रयासों से वर्ष 2021 मध्यप्रदेश के ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर के लिए भी याद किया जाएगा।

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