आला अफसरों के आशियानों की कीमत बढ़ाने की तैयारी

अफसरों की सबसे विवादास्पद विस्परिंग पाम का नाम भी शामिल

 जिला प्रशासन

गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। जिला प्रशासन द्वारा एक बार फिर से आला अफसरों के मकानों की कीमत बढ़ाने की तैयारी तेजी से की जा रही है। इनमें खासतौर पर उन कालोनियों को शामिल किया जा रहा है, जहां पर प्रदेश के आला अफसरानों ने भारी निवेश कर आलीशान कोठियां बनवा रखी हैं। जिन जगहों की कीमतों में वृद्धि करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है उसमें, विस्परिंग पाम जैसी कालोनी का नाम भी शामिल है। यह वो कालोनी है जिसे प्रदेश के अफसरों की सबसे विवादास्पद कालोनी माना जाता है। नए वित्त वर्ष के लिए तैयार की जा रही कलेक्टर गाइडलाइन में आम जनता को कीमतें बढ़ाकर जोर का झटका धीरे से देने की तैयारी कर ली गई है। इसमें कई क्षेत्रों में रिकार्ड बढ़ोत्तरी की जा रही है। इसका आंकड़ा 50 से लेकर 80 फीसदी तक रहने की संभावना है। इस बेतहाशा वृद्धि के पीछे अफसरों का तर्क है कि इन स्थानों पर दरें काफी कम थी, जबकि रजिस्ट्री तय मूल्य से अधिक पर हो रहीं हैं। इसकी वजह से ही  यह बढ़ोत्तरी प्रस्तावित की गई है। दरअसल, साक्षी ढाबे के पास स्थित विस्परिंग पाम में वर्तमान में 5500 रुपए प्रति वर्गमीटर का रेट है, जिसमें बढ़ोतरी करने के लिए दस हजार रुपए प्रति वर्गमीटर करना प्रस्तावित है। यह प्रतिशत में 80 होता है। इसी तरह लहारपुर में 8000 प्रति वर्गमीटर का रेट है, जिसे बढ़ाकर 12 हजार किया जा रहा है। इस हिसाब से यहां पर कीमत में 50 फीसदी की वृद्धि की जा रही है। अगर प्रस्तावित गाइडलाइन को लागू कर दिया जाता है, तो शहर के लोगों को प्लॉट और मकान खरीदना भारी पडऩा तय है। इस वृद्धि की वजह से लोगों को रजिस्ट्री कराने में अधिक राशि का भुगतान करना पड़ेगा।
नहीं मिल रहीं लोकेशन
इस बार पंजीयन अफसरों ने रिकार्ड 733 लोकेशन पर अधिक दर वृद्धि प्रस्तावित की है। ऐसे में इन जगहों पर बढ़ोतरी को लेकर 18 मार्च शाम पांच बजे तक दावे-आपत्ति पेश की जा सकती है। दावे आपत्तियों के लिए लोगों के पास अब एक ही दिन का समय बचा है। लेकिन जानकारी के अभाव में लोगों के आने की संभावना बहुत ही कम है। दरअसल, इस बार पंजीयन  विभाग के अफसरों ने आम लोगों को गुमराह करने के लिए पूरी प्रस्तावित नई गाइडलाइन बनाई है। ऐसे में आम लोगों को यह पता नहीं चल पा रहा है कि कहां -कहां कितने दाम बढ़ाए जा रहे है। जिसकी वजह से आम लोग दावे आपत्ति पेश नहीं कर पा रहे है। अफसरों का तर्क है कि जिस व्यक्ति को आपत्ति दर्ज कराना है वह पुरानी और नई गाइडलाइन की सभी लोकेशन का मिलान कर आपत्ति पेश कर सकता है।
मेट्रो के करीब जमीन के बढ़ेंगे दाम
जिन वार्डों में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट है, वहां ट्रैक के दोनों तरफ 50 मीटर जगह छोड़कर कई लोकेशनों पर नए रेट बढ़ाने की तैयारी चल रही है। इससे करीब नौ वार्डों की जमीनों के रेट पर असर पड़ेगा, क्योंकि यहां पर 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि की जा सकती है। इसके अलावा होशंगाबाद रोड पर 10 फीसदी, खजूरी सड़क पर 8 फीसदी, परवलिया और खजूरी सड़क पर 10 फीसदी तक दाम बढ़ाए जा सकते हैं। वहीं कोलार इलाके में जमीनों की कीमत 5 फीसदी बढ़ाई जा सकती है। बढ़ी दरों पर हुई रजिस्ट्री को आधार बनाने के साथ किस क्षेत्र में ज्यादा नामांतरण हो रहे हैं, इसे भी आधार बना रहे हैं, जिसकी वजह से लांबाखेड़ा और नीलबड़ में भी दाम बढना तय है। इन दोनों ही इलाकों में बीते एक साल में सबसे ज्यादा नामांतरण के आवेदन आए हैं, इसलिए इन दो क्षेत्रों की कई लोकेशनों पर रजिस्ट्री भी अधिक कीमत पर
हुई हैं।
तीस फीसदी से अधिक दाम पर रजिस्ट्री वाली जगहों पर वृद्धि प्रस्तावित
पंजीयन विभाग ने इस बार जिन जगहों पर रजिस्ट्री तीस फीसदी से अधिक दामों पर हुई है, उन इलाकों में दर वृद्धि प्रस्तावित की है। इनमें शहर की 409 लोकेशनों पर 10 प्रतिशत, 308 लोकेशनों पर 20 फीसदी और 16 लोकेशनों पर 25 फीसदी जमीनों के दाम बढ़ाना प्रस्तावित है। अगर इस बढ़ोतरी को लागू किया जाता है, तो लोगों को प्लॉट और मकान खरीदना महंगा हो जाएगा।

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