अब आत्मनिर्भर… बनेगी लाडली बहना

  • सवा करोड़ से अधिक लाडली बहनों का पंजीयन
  • गौरव चौहान
लाडली बहना

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लाडली बहना योजना को शुरू किया है। योजना का लाभ लेने के लिए प्रदेशभर में महिलाओं ने जर्बदस्त रुचि दिखाई है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार अब तक लाडली बहना योजना में 1 करोड़ 25 लाख 23 हजार 437 रजिस्ट्रेशन हुए हैं। इसकी पहली सूची आज जारी होगी। लाडली बहना योजना की यह सूची राज्य के सभी ग्राम पंचायतों व वार्ड कार्यालयों में लगाई जाएगी। आज जारी होने वाली सूची पर 15 मई तक ऑनलाइन आपत्ति दर्ज की जा सकेगी। आपत्ति दर्ज कराने के लिए योजना के पोर्टल पर ही लिंक दिया जाएगा। लाडली बहना के संबंध में शिकायतों या आपत्तियों का 16 मई से 30 मई तक जांच कर निराकरण किया जाएगा।
 लाडली बहना योजना आत्मनिर्भरता के लिए सरकार का महत्वपूर्ण कदम है। इससे महिलाओं का समाज, घर, परिवार में सम्मान तो बढ़ेगा ही वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी बन सकेगी। मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना में 10 जून से महिलाओं के खाते में एक-एक हजार रुपए आएंगे। जैसे की संभावना थी, प्रदेश में मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के लिए बहनों ने अपार उत्साह दिखाया। अब आवेदनों की स्कूटनी का दौर शुरू होगा। इससे पहले आज से ग्राम पंचायतों और शहरों के वार्ड कार्यालयों में पंजीयन कराने वाली बहनों की अंतरिम सूची चस्पा होगी। इसमें बहनें ये देख सकेंगी कि उनका नाम सूची में है या नहीं। यदि पंजीयन कराने के बाद भी सूची में नाम दर्ज नहीं है तो फिर बहनों को आपत्ति दर्ज कराने का भी मौका मिलेगा।
लाडली बहना योजना महिलाओं को सशक्त बनाएगी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा हर वर्ग का ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने बेटियों के लिए लाडली लक्ष्मी योजना बनाई और अब महिलाओं के लिए लाडली बहना योजना बनाई है। योजना के माध्यम से उनके खाते में सीधे एक हजार रुपए आएंगे। योजना से महिलाएं आत्मनिर्भर बनेगी और उन्हें अपने घर, परिवार की जरूरतों को पूरा करने में काफी मदद मिलेगी। महिलाएं भी आर्थिक रूप से सशक्त होंगी तथा घर के आर्थिक फैसले भी ले सकेंगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की जानकारी लक्षित समूह तक पहुंचाने के प्रति इतने गंभीर एवं संवेदनशील रहे कि उन्होंने एक भी ऐसा अवसर नहीं छोड़ा, जहां पर योजना का जिक्र न किया हो। राजधानी भोपाल से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में वे जहां-जहां गये बहनों को योजना का उद्देश्य बताने से नहीं चूके। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न अंचलों में महिला महासम्मेलन कर बहनों को योजना की जानकारी दी और उन्हें योजना में पंजीयन कराने एवं अन्य बहनों को भी प्रोत्साहित करने की अपील भी की।
10 जून को आएगा पैसा
10 जून को सभी पात्र बहनों के खाते में एक-एक हजार रुपए की राशि पहुंच जाएगी, जिससे हमारी बहनें भी सशक्त बनेंगी। सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। मुख्यमंत्री की सजगता और संवेदनशील सोच से उपजी लाडली बहना योजना में अब तक इंदौर जिले में सबसे अधिक 4 लाख 39 हजार 384 बहनों ने योजना के तहत पंजीयन कराया। इस मामले में रीवा का दूसरा नंबर पर है, जबकि तीसरे नंबर पर छिंदवाड़ा और चौथे नंबर पर जबलपुर जिले का नाम है। सबसे कम उमरिया जिले में एक लाख 9 हजार बहनों ने पंजीयन कराया है।
15 मई तक ऑनलाइन की जा सकेगी आपत्ति दर्ज
अनंतिम सूची में उल्लेखित महिलाओं की पात्रता संबंधी आपत्तियां 1 मई से 15 मई तक योजना के पोर्टल पर ऑनलाइन दर्ज की जा सकेगी।

Related Articles