
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में जहां नक्सली वारदातों को अंजाम देने में पीछे नहीं रहते हैं तो वहीं, मध्यप्रदेश में पुलिस लगातार नक्सलियों पर भारी पड़ रही है। यही वजह है कि प्रदेश में हर दो माह में औसतन एक न एक इनामी नक्सली को ढेर कर दिया जाता है। अगर बीते 16 माह पर नजर डालें तो इस अवधि में पुलिस द्वारा आठ बडे नक्सलियों को ढेर किया जा चुका है। इन पर कुल मिलाकर एक करोड़ तीस लाख रुपए से अधिक का इनाम घोषित था। यही वजह है कि प्रदेश में तमाम प्रयासों के बाद भी नक्सली लाल आतंक फैलाने में पूरी तरह से सफल नहीं हो पा रहे हैं। इतना ही नहीं अपने बड़े -बड़े साथी और बेहद चपल और सजग रहने वाले एक के बाद एक पदाधिकारियों के मारे जाने से अब नक्सली न सिर्फ बैकफुट पर हैं, बल्कि उनके हौसले भी पस्त पड़ते दिख रहे हैं। इसकी वजह है सुरक्षा बलों और हाक फोर्स द्वारा सटीक योजना के साथ उनके खिलाफ संयुक्त रूप से कार्रवाई की जाना। यही वजह है है कि सुरक्षाबलों को बगैर कोई नुकसान उठाए एक के बाद एक सफलता मिल रही है। खास बात यह है कि सुरक्षा बलों ने इस दौरान केवल नक्सलियों को ही ढेर नहीं किया है , बल्कि उनके गुप्त ठिकाने तलाश कर बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री भी बरामद की है। इसका उपयोग नक्सली सर्चिंग पार्टी को नुकसान पहुंचाने या अपनी दहशत दिखाने के लिए करते हैं। इस विस्फोटक सामग्री को उनके द्वारा जमीन के अंदर छिपा कर रखा गया था। हाल ही में नक्सलियों ने विस्फोटक का इस्तेमाल कर छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में पुलिसकर्मियों के एक वाहन को उड़ा दिया था, जिसमें 10 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। ये जवान डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड यूनिट के थे। इनके अलावा इनकी गाड़ी के ड्राइवर की भी हमले में मौत हुई है। जबकि मप्र में पुलिस की सतर्कता और लगातार सर्चिंग के कारण नक्सली बैकफुट पर हैं। उल्लेखनीय है की विगत दिनों बालाघाट के गढ़ी के कदला के जंगल में हुए एनकाउंटर में सरिता और सुनीता नामक दो बड़ी इनामी नक्सली मारी गई थीं।
16 महीनों में चार एनकाउंटर
प्रदेश में 16 महीनों के अंदर 4 एनकाउंटर में 8 बड़े नक्सली मारे गए हैं। 20 जून 2022 को कादला के ही जंगल में हुई मुठभेड़ में कमांडर इन चीफ नागेश उर्फ राजू तुलावी एरिया कमेटी मेंबर मनोज और महिला नक्सली रामे मारी गई थी। तीनों नक्सलियों पर मध्यप्रदेश सहित छत्तीसगढ़ व महाराष्ट्र राज्यों में कुल 47 लाख रुपए का इनाम घोषित था। 30 नवंबर 2022 को गढ़ी क्षेत्र के सुपखार रेंज के जाम सेहरा जंगल में बालाघाट और मंडला की संयुक्त कार्रवाई में जीआरबी डिविजन के डिवीजन कमेटी मेंबर और प्रभारी गणेश मेरावी, भोरमदेव दलम का एरिया कमेटी मेंबर राजेश को मार गिराया गया था। दोनों पर 43 लाख का इनाम था। 18 दिसंबर 2022 को मलाजखंड के पाथरी चौकी अंतर्गत हर्राटोला जंगल में जवानों ने कान्हा भोरमदेव के सक्रिय नक्सली कबीर उर्फ सुरेंद्र के गार्ड रूपेश को मार गिराया था। रूपेश पर 12 लाख रुपए का इनाम था। 22 अप्रैल 2023 को गढ़ी थाना क्षेत्र के कदला जंगल में हाक फोर्स, पुलिस व सीआरपी के जवानों ने नक्सलियों द्वारा की गई फायरिंग का जवाब देते हुए महिला नक्सली सरिता व सुनीता को मार गिराया था। फरार 16 नक्सलियों की तलाश पुलिस जानकारी के अनुसार, कदला के जंगल में पुलिस व हाक फोर्स पार्टी पर फायरिंग करने वाले नक्सलियों के खिलाफ गढ़ी थाना में अपराध दर्ज किया गया है। मुठभेड़ मामले में अलग-अलग धाराओं के तहत कुल 16 नक्सलियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया है। इनमें खटिया मोचा दलम व विस्तार दलम के नक्सली सदस्य शामिल हैं। नामजद नक्सलियों में राकेश ओडी, प्रशांत, एडमा उर्फ नवीन सहित अन्य 16 नक्सलियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर उनकी तलाश की जा रही है।