भाजपा-कांग्रेस कमजोर कडिय़ों के प्रति हुई सख्त

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नेताओं को भोपाल बुलाकर लगाई जा रही है क्लास

गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में अब विधानसभा चुनाव में सात माह से भी कम का समय बचा है, ऐसे में दोनों प्रमुख राजनैतिक दल कांग्रेस व भाजपा ने अपनी चुनावी तैयारियंा तेज कर दी हैं। यही वजह है कि लगातार दोनों दलों में राज्य स्तर पर बैठकों का दौर चल रहा है। दोनों ही दल अपनी खामियों को दूर करने में लगे हुए हैं और मैदानी स्तर तक कार्यकर्ताओं व प्रभावशाली नेताओं की सक्रियता बढ़ाने के प्रयासों में जुटे हुए हैं। इसके बाद भी दोनों दलों के नेता पूरी तरह से इस मामले में सफल होते नहीं दिख रहे हैं, लिहाजा अब तो प्रदेश नेतृत्व इस मामले में सख्ती दिखाने लगे हैं। बीते रोज विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर बुलाई गई भाजपा जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी, मोर्चा प्रभारी और बूथ सशक्तिकरण अभियान प्रभारियों की बैठक में साफ कह दिया गया है कि चुनाव में बहुत कम वक्त बचा है। जो मान रहे हैं, उन्हें मनाएं जो नहीं मान रहे, उन्हें किनारे कर पार्टी का काम आगे बढ़ाएं।
बड़े नेताओं ने स्पष्ट किया कि कुछ जिला पदाधिकारी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। इनकी सूची तैयार की जा चुकी है। अब उन्हें बदल दिया जाएगा। वहीं बूथ विस्तारक अभियान और आजीवन सहयोग निधि में भोपाल समेत 15 जिलों की परफॉर्मेंस ठीक न होने पर भी नाराजगी जताई गई। इस बैठक को प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा एवं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने भी संबोधित किया। उधर, विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर कांग्रेस का फोकस जिलों में संगठन की गतिविधियों पर रहेगा। इसमें देखा जाएगा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) और प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों के क्रियान्वयन का प्रतिशत क्या रहा। इस आधार पर जिलों की रेटिंग तैयार की जाएगी और जहां कांग्रेस की नीतियों के क्रियान्वयन का प्रतिशत कम रहा है, वहां सुधार करने को कहा जाएगा।
भाजपा का पूरा फोकस बूथ पर
मध्यप्रदेश में मिशन 2023 के लिए भाजपा माइक्रो लेवल पर प्लानिंग कर रही है। इसके तहत उसका पूरा फोकस बूथों पर बना हुआ है। मतदाता सूची के हर पेज के लिए बीजेपी देश भर में पन्ना प्रमुख नियुक्त कर रही है। मध्यप्रदेश में अद्र्धपन्ना प्रमुख नियुक्त किए हैं। बूथ विस्तारक अभियान पार्ट-2 में प्रदेश भर में 11 लाख 38 हजार 720 अद्र्धपन्ना प्रमुख नियुक्त किए हैं। यानी मतदाता सूची के हर पन्ने पर दो अद्र्धपन्ना प्रमुख होंगे। इस अभियान के तहत भाजपा ने प्रदेश के कुल 64,100 बूथों में से 63,005 बूथों में बूथ अध्यक्ष, 61,407 में महामंत्री और 60,407 बीएलए-2 का गठन किया है।
तलब किए गए कमजोर जिले वाले कांग्रेसी संगठन मंत्री  
विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर कांग्रेस का फोकस जिलों में संगठन की गतिविधियों पर बना हुआ है। यही वजह है कि कमलनाथ द्वारा ऐसे जिलों के संगठन मंत्रियों को तलब किया गया है, जहां पर पार्टी का संगठन कमजोर बना हुआ है। उनसे अब अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) और प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों के क्रियान्वयन का ब्यौरा लिया जाएगा। इसके आधार पर जिलों की रेटिंग तैयार की जाएगी और जहां कांग्रेस की नीतियों के क्रियान्वयन का प्रतिशत कम रहा है, वहां सुधार करने की नसीहत दी जाएगी। दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को पीसीसी चीफ कमलनाथ ने उन 66 सीटों का काम सौंपा है, जहां कांग्रेस पिछले पांच चुनावों से लगातार हार रही है। ये सीटें जिन जिलों में आती हैं, उन जिलों के 63 संगठन मंत्रियों को 1 मई को तलब किया गया है। यह बात अलग है कि भोपाल शहर और ग्रामीण में अभी जिला संगठन मंत्रियों की नियुक्ति नहीं की जा सकी है। कांग्रेस ने ग्राउंड जीरो पर संगठन में कसावट के लिए मंडलम और सेक्टर का गठन किया है। इनमें 3 से 4 बूथ पर एक सेक्टर और 10 से 12 बूथ पर मंडलम बनाए गए हैं। इन दोनों इकाइयों में प्रत्येक स्तर पर अध्यक्ष समेत 10 सदस्यों की नियुक्ति की गई है। इनसे समन्वय की जिम्मेदारी जिलों में संगठन मंत्रियों को दी गई है। दिग्विजय सिंह रीवा, सतना, सागर, दतिया, विदिशा, नरसिंहपुर, ग्वालियर, दमोह, भोपाल में बैरसिया विधानसभा, सीहोर, उज्जैन, शाजापुर जिले का दौरा कर चुके हैं।
भाजपा में साढ़े तीन घंटे चला मंथन
विधानसभा चुनाव और पार्टी की आगामी रणनीति पर बीती रात प्रदेश भाजपा संगठन ने सांसद-विधायकों के साथ साढ़े तीन घंटे मंथन किया। केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और वीरेंद्र खटीक भी इसमें शामिल हुए। प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने सभी सांसद-विधायकों को सोशल मीडिया पर फॉलोअर बढ़ाने के निर्देश दिए। राव ने कहा कि सांसद-विधायकों को केवल अपने इलाकों तक सीमित नहीं रहना है, बल्कि पार्टी के कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी और संगठन विस्तार के कामों में भी शामिल होना है। सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि लाड़ली बहना योजना का पंजीयन प्रदेशभर में चल रहा है। जल्द इसके सर्टिफिकेट बनाकर सांसद-विधायकों को दिए जाएंगे। जो उन्हें क्षेत्रों में बांटना है। सीएम ने कहा, 4 मई से शुरू होने वाले बूथ विजय संकल्प अभियान में सांसद-विधायकों की भूमिका अहम होगी, क्योंकि चुनाव उन्हें ही लडऩा है। प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि कि केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने पर 15 मई से 15 जून तक विशेष सेवा अभियान चलेगा।

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