
विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी ने विस्तारकों को दी थी मोटरसाइकिलें
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। विधानसभा और लोकसभा चुनाव समाप्त होने के बाद प्रदेशभर में तैनात विस्तारकों ने उन्हें दी गई मोटर साइकिल लौटानी शुरू कर दी है। लेकिन करीब डेढ़ दर्जन से अधिक ऐसे भी विस्तारक हैं, जो पार्टी के बार-बार के निर्देश के बाद भी बाइक लौटा नहीं रहे हैं। ऐसे विस्तारकों के खिलाफ पार्टी सख्त कदम उठाने जा रही है। जानकारी के अनुसार, पार्टी यह कदम इसलिए उठा रही है कि विस्तारकों को दी गई मोटर साइकिलों का कोई गलत उपयोग न हो सके।
गौरतलब है कि भाजपा ने प्रदेश में विधानसभा चुनाव के समय जिन विस्तारकों को पार्टी के पार्टी के प्रचार- प्रसार के लिए मोटरसाइकिल दी थीं, अब चुनाव बीत जाने के बाद उनसे वापस मांग ली हैं। इनमें से जिन विस्तारकों ने अभी तक ये मोटरसाइकिल वापस नहीं की है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। प्रदेश में ऐसे करीब डेढ़ दर्जन से अधिक विस्तारक हैं। जिन्होंने अभी तक मोटर साइकिल जमा नहीं की हैं। उल्लेखनीय है कि भाजपा में विस्तारकों को चुनाव से पहले विधानसभाओं में भेजने की परम्परा पुरानी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सुझाव पर यह परंपरा शुरू की गई थी। पार्टी के सर्वे में जो विधानसभाएं कमजोर आती है या जिन पर कांटे के मुकाबले की स्थिति के संकेत मिलते हैं वहां विस्तारक भेजे जाते हैं। ये विस्तारक विधानसभा में जाकर हर बूथ तक बैठकें करते हैं और पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का भी काम करते हैं। इनमे सुझाव के आधार पर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी अपनी चुनावी रणनीति तय करती हैं।
आकांक्षी सीटों पर तैनात थे विस्तारक
जानकारी के अनुसार भाजपा के जीत में विस्तारकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनावों में करीब सौ विधानसभा क्षेत्रों को आकांक्षी सीटों की श्रेणी में रखा था। ये वे सीटें थीं, जिनमें पार्टी को विजय कम बार मिली थी। इसके अलावा दो दर्जन ऐसी सीटें भी थीं, जहां पार्टी के अपने ही सर्वे में कांटे का मुकाबला माना गया था। इन सीटों पर अपनी स्थिति बदलने के लिए पार्टी ने विधानसभा चुनाव से करीब छह महीने पहले विस्तारक भेजे थे। काम में इन्हें आसानी हो इसके लिए मोटरसाइकिलें भी दी गई थीं। विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव आ गए। लिहाजा पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव तक अपने क्षेत्रों में रुकने को कहा। चुनाव निपटने के बाद पार्टी ने इन विस्तारकों ने मोटरसाइकिल वापस करने को कहा। बार-बार इन्हें सूचना देने के बाद अधिकांश विस्तारकों ने तो बाइक वापस कर दी पर कुछ अब भी इन्हें नहीं लौटा रहे हैं। जिन विस्तारकों ने मोटर साइकिल वापस नहीं की उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
ताकि गलत उपयोग न हो
जानकारी के अनुसार विस्तारकों को जो मोटर साइकिल दी गई हैं, वह पार्टी के जिला अध्यक्ष के नाम से हैं। ऐसे में सभी जिला अध्यक्षों को इन मोटर साइकिलों को वापस लेने के लिए कहा गया था। विस्तारकों से कहा गया है कि मोटरसाइकिल जिला कार्यालय या फिर प्रदेश कार्यालय में जमा कराएं। इसके बाद भी जिन्होंने मोटर साइकिल जमा नहीं की है उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। बताया जाता है कि इन्हें बाहर का दरवाजा भी दिखाया जा सकता है। महामंत्री एवं प्रदेश कार्यालय प्रभारी भगवान दास सबनानी का कहना है कि यह पार्टी की आंतरिक व्यवस्था है। चुनाव के समय जो चीज दी गई उसे वापस करना पड़ता है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव के समय भी पार्टी ने विस्तारकों को मोटरसाइकिल दी थी, जो बाद में उन्हीं विस्तारकों को ईनाम स्वरूप दे दी गई थी। लेकिन कुछ समय बाद इन मोटर साइकिल का उपयोग गलत काम में होने लगा। भिंड समेत कुछ जिलों में ऐसे मामले सामने आए जिनमें विस्तारकों ने इन बाइक को किसी और को बेच दिया और बाद में एक दो आपराधिक प्रकरणों में इनका उपयोग सामने आया। जिसके चलते पार्टी की छवि खराब हुई थी। इसलिए इस बार सभी विस्तारकों से मोटर साइकिल वापस ली गई हैं।