देश में सदस्यता अभियान में… मप्र भाजपा ने मारी बाजी

  • गौरव चौहान
मप्र भाजपा

विधानसभा और लोकसभा चुनाव में जीत का लक्ष्य साधने के बाद मप्र भाजपा अब सदस्यता अभियान में जुट गई है। इस अभियान के तहत पार्टी का लक्ष्य 1.5 करोड़ नए सदस्य बनाने का है। इस बार, अभियान की सफलता से न केवल संगठन को मजबूती मिलेगी, बल्कि इससे जिलों के नेताओं का कद भी तय होगा। जो नेता ज्यादा लोगों को पार्टी से जोड़ने में सफल होंगे, उन्हें संगठन में बड़ा पद मिल सकता है। वहीं, निष्क्रिय नेताओं की सूची भी तैयार की जाएगी। ऐसे में जिस दमखम के साथ मप्र भाजपा के नेता सदस्यता अभियान जुटे हैं, उससे यह साफ हो गया है कि वे लक्ष्य से अधिक सदस्य बनाने का टारगेट पर काम कर रहे हैं। यही वजह है कि सदस्यता अभियान में मप्र भाजपा देश भर में दूसरे नंबर पर है।
बता दें, भाजपा हर छह साल में नए सिरे से सदस्य बनाती है। पिछली बार भाजपा के 95 लाख सदस्य थे। इस बार 55 लाख अधिक सदस्य बनाने का लक्ष्य तय किया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सभी नेताओं को संगठन को मजबूत करने का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि हर नेता को अपने क्षेत्र में संगठन को मजबूती से खड़ा करना होगा, खासकर उन क्षेत्रों में जहां पार्टी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में हार का सामना कर चुकी है। शर्मा ने कहा कि संगठन को कमजोर बूथों पर खास ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिए हर सांसद, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों को जुटना होगा। उन्होंने कहा कि एक-एक शक्ति केंद्र पर ध्यान देना होगा। नए प्रयोग करना होंगे। कौन सा वर्ग हमसे छुटा हुआ है उस पर ध्यान दे। विधानसभा-लोकसभा में किस वर्ग का वोट हमें नहीं मिला इस पर फोकस करें। शर्मा ने कहा कि अवसर पर काम होता है तो इतिहास बनता है। प्रदेश में दो करोड़ 24 लाख वोट लोकसभा में मिले। हमें लोकसभा में हारी हुई 27 विधानसभा और विधानसभा चुनाव में हारी 66 सीटों पर फोकस करना होगा।
51 लाख से ज्यादा सदस्य बन चुके
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सदस्यता अभियान के पहले दिन ही देश में 51 लाख से ज्यादा सदस्य बन चुके हैं, प्रदेश में पार्टी का सदस्य बनाने को लेकर कार्यकताओं में काफी उत्साह है और ज्यादा से ज्यादा सदस्य बनाने के लिए काम्पिटिशन चल रहा है। प्रदेश के 64 हजार 871 बूथों पर कार्यकर्ता ढाई सौ सदस्य बनाने के लक्ष्य को लेकर जुटे हुए हैं। प्रदेश का सदस्य बनाने का लक्ष्य डेढ़ करोड़ रखा गया है। इधर, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने पार्टी के वरिष्ठ नेता गौरीशंकर शेजवार के निवास ई-3/185 अरेरा कॉलोनी, पहुंचकर उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस अवसर पर उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता गौरीशंकर शेजवार जी को उनके घर पहुंचकर पार्टी का सदस्य बनाकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। शेजवार जी जनसंघ और जब 1980 में भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई तब से पार्टी के सदस्य हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता गौरीशंकर शेजवार ने कहा कि सदस्यता किसी भी पार्टी के विस्तार के लिए सबसे पहली सीढ़ी होती है। शर्मा के नेतृत्व में संगठन पर्व का कार्यक्रम पूरी ताकत और योजना के साथ आगे बढ़ रहा है और यह पार्टी के विस्तार के लिए बड़ा कदम है।
 कांग्रेसी के घर जाओ…मिस्ड कॉल करवाओ
मप्र में भाजपा सदस्यता अभियान के जरिए फिर एक बार कांग्रेस में बड़ी सेंध की तैयारी कर रहा है। सदस्यता अभियान में बड़ा फोकस कांग्रेस के वोट बैंक वाली विधानसभा के साथ कांग्रेसियों पर भी है। वैसे तो पार्टी ने एमपी में डेढ़ करोड़ नए सदस्यों का टारगेट रखा है, लेकिन बूथ तक के कार्यकर्ता को खास हिदायत है कि कांग्रेसियों के साथ चाय पी कर मिठास बढ़ाए और उन्हें सदस्य बनाए। वीडी शर्मा ने कहा कि अगर कोई आस-पड़ोस में कोई कांग्रेसी है, तो भूल जाओ उन्हें मिस कॉल करके पार्टी का सदस्य बनाओ।
3 दिन में मप्र ने बनाए सवा लाख से अधिक सदस्य
देशभर में भाजपा ने इस बार 10 करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। भाजपा द्वारा आरंभ किए गए सदस्यता अभियान के पहले तीन दिनों में उत्तर प्रदेश ने सर्वाधिक एक लाख 35 हजार सदस्य बनाए हैं। वहीं, मध्य प्रदेश भाजपा एक लाख 19 हजार सदस्य बनाकर दूसरे स्थान पर है। सदस्यता अभियान को लेकर पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व बेहद गंभीर है और प्रतिदिन सदस्यता अभियान की समीक्षा की जा रही है। मध्य प्रदेश भाजपा ने इस संगठन पर्व में डेढ़ करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। भाजपा को लोकसभा चुनाव में लगभग दो करोड़ 14 लाख वोट मिले हैं इसलिए पार्टी ने उन सभी मतदाताओं को संपर्क के दायरे में लिया है। मप्र में भाजपा का सदस्यता अभियान तीन दिसंबर से आरंभ हुआ है। पहले दिन मुख्यमंत्री डा मोहन यादव और अन्य सभी मंत्रियों को सदस्य बनाया गया था। पार्टी नेताओं का मानना है कि चुचावी परिणाम भी बूथ स्तर पर सक्रिय कार्यकर्ताओं की टीम पर निर्भर करते हैं। इसका आशय यह है कि बूथ कमेटी जितनी मजबूत होगी, उतने ही मतदाताओं को वे आकर्षित कर पाएंगे। यही वजह है कि पार्टी ने सदस्यता अभियान में सर्वाधिक फोकस बूथ पर किया हुआ है। सदस्यता में बूथ पर यह भी देखा जा रहा है कि डाक्टर, वकील से लेकर जितने भी अलग-अलग व्यवसाय से जुड़े लोग हों, उन सभी को बूथ में जोड़ा जाए। हर बूथ पर कम से कम ढाई सौ सदस्य बनाने का लक्ष्य पार्टी ने रखा है। सदस्यता अभियान के बाद बूथ से लेकर राष्ट्र स्तर तक संगठन के चुनाव होंगे। पहला चरण 25 सितंबर तक चलेगा। दूसरा चरण एक अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलेगा।

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