सरकार के हेलीकाप्टर को नहीं मिल रहे खरीदार

हेलीकाप्टर

भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। सरकारी विमान बेड़े में शामिल हेलीकॉप्टर को बेचने की तैयारी है। लेकिन सात बार के प्रयास में सरकार को इस हेलीकॉप्टर का कोई ग्राहक नहीं मिल पाया है। सरकारी विमान बेड़े का हेलीकॉप्टर बेल 430 अब सरकार के लिए पूरी तरह से अनुपयोगी है। इसके दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद इसे दुरुस्त करा लिया गया, लेकिन इस पर वीवीआइपी की सवारी कम ही हुई। वर्ष 2013 से यह स्टेट हैंगर पर खड़ा है। अब सरकार के लिए यह हेलीकॉप्टर बोझ जैसा हो गया है। इसका प्रमुख कारण इसके रखरखाव पर अधिक खर्च होना है। इसको बेचने के लिए सरकार ने अनेक प्रयास किए लिए सफलता नहीं मिली। विमानन कंपनियां इसे खरीदने आईं लेकिन स्थिति देखने के बाद उन्होंने इसका सौदा ही नहीं किया।
राज्य सरकार के विमानन खेमे का यह पुराना स्टेट हेलीकॉप्टर 20 साल पुराना है। बेल 430 हेलीकॉप्टर को बेचने के लिए सात बार नीलामी की निविदा निकाली, लेकिन बिक नहीं पाया है। सातवें टेंडर में दो बोलीदारों ने खरीदने के लिए दरें पेश की थीं, जिसमें भोपाल के फेज अहमद की एफए इन्टरप्राईजेस के पक्ष में कैबिनेट ने स्वीकृति दे दी थी, लेकिन इस बोलीदार ने निर्धारित 30 दिनों में 25 प्रतिशत राशि जमा नहीं की, इसके चलते अब यह हेलीकॉप्टर नहीं दिया जाएगा। साथ ही एफए इंटरप्राईजेस की ढाई लाख रुपये धरोहर राशि भी राजसात की जाएगी।
बोलीदार ने समय सीमा बढ़ाने की मांग की
जानकारी के अनुसार पहले बोलीदार एफए इन्टरप्राईजेस ने एक माह पूरा होने के बाद तीसरे दिन विमानन विभाग को ई-मेल कर समय सीमा बढ़ाने का आग्रह किया है, लेकिन टेंडर के नियमों के अनुसार यह समयावधि नहीं बढ़ाई जा सकती है।
अब दूसरे बोलीदार मुम्बई की एयर चार्टर कंपनी को यह हेलीकाप्टर खरीदने का मौका दिया जाएगा। यदि उसने भी एक माह में 25 प्रतिशत राशि जमा नहीं की तो उसकी धरोहर राशि भी राजसात कर ली जाएगी। दूसरे बोलीदार एयर चार्टर ने भी अपनी धरोहर राशि ढाई लाख रुपये वापस मांगी है, लेकिन पहले बोलीदार से अनुबंध नहीं होने के कारण एयर चार्टर को यह राशि इसलिए नहीं लौटाई जाएगी।
सवा 2 करोड़ से भी कम आफसेट प्राइज
बेल 430 हेलीकाप्टर और इसके स्पेयर इंजन को यथास्थिति में बेचने के लिए छह बार टेंडर जारी हो चुके हैं। पहले इसकी आफसेट प्राइज 10 करोड़ रुपये रखी गई थी। छह बार में भी कोई खरीददार सामने नहीं आया। सातवीं बार निकाले गए टेंडर में इस हेलीकाप्टर की आफसेट प्राइज दो करोड़ 24 लाख रुपये रखी गई। इस बार मुम्बई की एयर चार्टर कंपनी ने दो करोड़ 26 लाख रुपये की दर दी, जबकि भोपाल के एफए इन्टरप्राईजेस ने 2 करोड़ 57 लाख 17 हजार 777 की दर दी थी।  इसे केबिनेट ने स्वीकृति भी दे दी थी और आॅफर लेटर जारी कर एक माह के अंदर 25 प्रतिशत राशि जमा कर अनुबंध करने के लिए कहा गया था, लेकिन समयावधि के एक माह के अंदर एफए इंटरप्राइजेस ने कोई राशि जमा नहीं की।
2002 में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था हेलीकाप्टर
वर्ष 1998 में खरीदे गए राजकीय हेलीकाप्टर बेल 430 को वर्ष 2016 से बेचने के प्रयास हो रहे हैं। यह लम्बे समय से हवाई सेवा के लिए उपयुक्त नहीं है और भोपाल के स्टेट हैंगर में पड़ा हुआ है। यह वही हेलीकाप्टर है जो फरवरी 2002 को इंदौर में भजन गायिका अनुराधा पौडवाल को एक सरकारी कार्यक्रम में ले जाते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। अनुराधा को इस दुर्घटना में थोड़ी बहुत चोटें आई थीं, लेकिन उनके साथ गए सरकारी अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हेलीकाप्टर भी बुरी तरह टूट-फूट गया था, बाद में हेलीकॉप्टर की मरम्मत करवाई गई थी।

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