नए टैरिफ के साथ फ्यूल एंड पावर परचेज एडजस्टमेंट सरचार्ज में भी वृद्धि

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम
इस माह आने वाले बिजली बिलों में उपभोक्ताओं को डबल झटका लगने वाला है। इसकी वजह है टैरिफ की नई दर का लागू होना और फ्यूल एंड पावर परचेज एडजस्टमेंट सरचार्ज में वृद्धि की जाना। दरअसल, विद्युत नियामक आयोग पहले ही मार्च से बिजली के बिलों में 3.92 फीसदी की वृद्धि की अनुमति प्रदान कर चुका है। इसी के साथ ही बिजली कंपनियों ने फ्यूल सरचार्ज के रुप में 0.75 फीसदी सरचार्ज बढ़ा दिया है। इसकी वजह है इस बार जो बिल आएगा उसमें बढ़ी हुई राशि के बिल आना तय है। इसकी वजह से आम उपभोक्ताओं की जेब पर अतिरिक्त भार बढ़ जाएगा। इसे इस तरह से समझा जा सकता है कि अगर किसी जगह एक माह में बिजली खपत 300 यूनिट है तो इस बार बिजली बिल में 201 रुपए बढक़र आएगा। इसकी वजह है इस माह माह बिजली बिल में 4.67 फीसदी फ्यूल एडजस्टमेंट सरचार्ज और बिजली दरों में 3.46 फीसदी टैरिफ की वृद्धि भी जुड़ेगी। इसके साथ ही टाइम ऑफ दि डे टैरिफ भी लागू हो गया है। सुबह छह से दस बजे तक और शाम छह बजे से रात नौ बजे तक खपत की गई बिजली टैरिफ से 20 फीसदी महंगी होगी। इससे मई में प्रति यूनिट करीब 0.67 रुपए अतिरिक्त राशि बिल में जुड़ेगी। नया फ्यूल एडजस्टमेंट सरचार्ज 24 अप्रेल से 23 मई तक के लिए तय किया गया है। इसमें नया 3.92 फीसदी और मार्च में कम किया 0.75 फीसदी सरचार्ज भी जुडेगा, जिससे ये बिजली बिल 4.67 फीसदी की बढ़ोतरी करेगा।
यह होता है फ्यूल सरचार्ज
एंड पावर परचेस एडजस्टमेंट सरचार्ज विद्युत वितरण कंपनियां उपभोक्ताओं से वसूलती हैं। इसका उद्देश्य ईंधन और बिजली खरीद लागत में होने वाले मासिक उतार-चढ़ाव की भरपाई करना है। मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने 2021 में अपने टैरिफ विनियमों में संशोधन कर डिस्कॉम को यह अनुमति दी कि वह मासिक रूप से इस शुल्क को खुद लागू कर सकते हैं। उन्हें हर बार नियामक की स्वीकृति की जरूरत नहीं है।
टाइम ऑफ दि डे
मप्र विद्युत नियामक आयोग के 2025-26 के बिजली टैरिफ ने शहर के एक लाख के करीब बिजली उपभोक्ताओं को टीओडी यानी टाइम ऑफ दि डे के दायरे में ला दिया है। पीक अवर्स में इन्हें भी बड़े उद्योगपतियों की तरह टैरिफ से 20 फीसदी बिजली मिलेगी। स्मार्ट मीटर कंपनी को रियल टाइम डेटा देते हैं, इसलिए इसमें टीओडी के तहत खपत निकालना आसान है। शहर में फिलहाल करीब 2.86 लाख स्मार्ट मीटर में से अब तक 50 हजार लगाए जा चुके हैं।