
भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। पार्टी व सरकार में लगातार उपेक्षित चल रहे पूर्व मंत्री और भाजपा नेता दीपक जोशी का कांग्रेस में जाना लगभग पूरी तरह से तय हो गया है। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो, इसी हफ्ते वे औपचारिक रूप से कांग्रेसी बन जाएंगे। इसके साथ ही उनका खातेगांव विधानसभा से चुनाव लड़ना भी तय माना जा रहा है। वे इस बार कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे। सूत्रों की माने तो हाटपीपल्या से विधायक रहे दीपक जोशी को कांग्रेस इस बार इससे लगी हुई सीट खातेगांव से विधानसभा का प्रत्याशी बनाने जा रही है। अभी इस सीट से भाजपा के आशीष शर्मा विधायक है। खातेगांव ब्राह्मण बाहुल्य सीट है। पिछले दो बार से कांग्रेस को यहां पर हार का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह से हाटपीपल्या सीट पर इस बार कांग्रेस अपने पूर्व विधायक रह चुके स्वर्गीय राजेन्द्र सिंह बघेल के पुत्र राजबीर सिंह को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। इस तरह से कांग्रेस दीपक जोशी के बहाने एक साथ कई सीटों पर अपने पक्ष में मतदान कराने की कवायद करने जा रही है। उधर, जोशी का कांग्रेस में जाने को लेकर कहना है कि मैं अपने कार्यकर्ताओं की लड़ाई लड़ रहा हूं। अकेला कब तक लड़ सकता हूं, मुझे सहारे की जरूरत है जो सहारा देगा उसके साथ जाऊंगा। दरअसल जोशी इस बात के संकेत दे चुके हैं कि वे इसी हफ्ते भोपाल आ रहे हैं और तभी कमलनाथ से उनकी मुलाकात भी तय है। गौरतलब है कि दीपक जोशी प्रदेश में भाजपा को खड़ा करने वालों में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के पुत्र हैं। अपने पिता की पारंपरिक सीट से वे दो बार विधायक और शिवराज सिंह की पिछली कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके हैं।
दो माह पहले लिखी थी पोस्ट
अपनी पार्टी के विधायकों के विरोध के बीच पूर्व मंत्री दीपक जोशी का पोस्ट चर्चा का विषय रह चुका है। पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने दो माह पहले सोशल मीडिया पर खुलेआम लिखा था कि, छल कपट और पाप का फल धरती पर भुगतना पड़ता है। याद रखना समय किसी को माफ नहीं करता है। दरअसल, 2018 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर पूर्व मंत्री दीपक जोशी को हाटपिपलिया विधानसभा सीट पर हार का सामना करना पड़ा था, वर्तमान विधायक मनोज चौधरी कांग्रेस के टिकट पर जीते थे तो! वहीं 2008 से पहले पूर्व मंत्री दीपक जोशी की सीट बागली हुआ करती थी। बाद में आरक्षण के चलते उन्हें सीट छोड़नी पड़ी।