सीएम की ब्रांडिंग के लिए योजनाओं से होगी…‘दीनदयाल’ की विदाई

दीनदयाल

भोपाल/गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश की जनता के बीच प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री की ब्रांडिंग के लिए नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग कुछ योजनाओं का नाम बदलने जा रहा है। इसकी शुरुआत दीनदयाल के नाम से संचालित अंत्योदय रसोई योजना और आश्रय स्थल से की जा रही है। यानी मुख्यमंत्री की ब्रांडिंग के लिए अब कुछ योजनाओं से ‘दीनदयाल की विदाई संभव है।  सूत्रों के अनुसार प्रदेश में दीनदयाल के नाम से संचालित अंत्योदय रसोई योजना और आश्रय स्थल को अब मुख्यमंत्री के नाम से जाना जाएगा। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग नए नामों की ब्रांडिंग करेगा। इसके लिए सभी नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषदों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। विभाग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्री भूपेन्द्र सिंह और राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया के फोटो लगे बैनर की डिजाइन निकायों को भेजी है। डिजाइन नगर निगम सागर के नाम पर तैयार की गई है।
जनमानस तक पहुंचाने के लिए ब्रांडिंग
पत्र में कहा है रसोई केन्द्र एवं आश्रय स्थल नगरीय निकाय द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। इस तथ्य को जनमानस तक पहुंचाने के लिए ब्रांडिंग हेतु राज्य स्तर से प्रारूप तैयार कर नगरीय निकायों को प्रेषित है। डिजाइन को प्रत्येक रसोई केन्द्र व आश्रय स्थल के भवन पर इस प्रकार कस्टमाइज्ड तरीके से स्थापित किया जाए कि भवन आकर्षक भी लगे। रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, अस्पतालों तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर प्रचार-प्रसार किया जाए।
प्रदेश में 58 नगरीय निकायों में 100 दीनदयाल अंत्योदय रसोई केंद्रों एवं 55 नगरीय निकायों में कुल 119 आश्रय स्थलों का संचालन किया जा रहा है। रसोई व आश्रय स्थल निर्धन वर्ग के लिए अत्यंत उपयोगी पाए जा रहे हैं। रसोई केंद्रों में 1 करोड़ 8 लाख से अधिक लोग भोजन के लिए पहुंचते हैं। दीनदयाल अन्त्योदय रसोई योजना के अंतर्गत प्रदेश के 52 जिला मुख्यालयों एवं 6 धार्मिक नगरी मैहर, अमरकंटक, महेश्वर, ओंकारेश्वर, चित्रकूट एवं ओरछा में 100 रसोई केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है।
कलेक्टर-कमिश्नर कॉफ्रेंस में आयुक्त ने दिया था प्रेजेंटेशन
जानकारी के अनुसार हाल ही में जो कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस हुई थी, उसमें आयुक्त निकुंज श्रीवास्तव ने बताया था कि दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री रसोई केंद्र और दीनदयाल आश्रय स्थल का नाम मुख्यमंत्री आश्रय स्थल करने जा रहे हैं। सीएम की हरी झंडी मिलते ही विभाग ने तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं। पत्र से असमंजस की स्थिति आयुक्त नगरीय प्रशासन ने 13 अप्रैल को जो पत्र जारी किया है उसमें विषय-मुख्यमंत्री रसोई केंद्र और मुख्यमंत्री आश्रय स्थल लिखा है। इन दोनों की ब्रांडिंग करने कहा गया है। लेकिन, दिशा निदेर्शों में इन परिवर्तित नामों का जिक्र नहीं है। पत्र के साथ मोदी, चौहान, भूपेन्द्र और ओपीएस के फोटो लगे बैनर की डिजाइन भी उपलब्ध कराई गई है।

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