हमनाम उम्मीदवारों से परेशान है कांग्रेस व भाजपा

कई सीटों पर ऐसे प्रत्याशी की संख्या चार तक है

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। चुनाव में प्रमुख प्रतिद्वंदी व विपक्षी प्रत्याशी को मात देने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपनाए जाते हैं। इसमें एक हथकंडा है विपक्षी उम्मीदवार के हमनाम लोगों को बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारना। अब इस तरह का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। यह बात अलग है कि अब तक कुछ मामलों को छोड़ दें तो ऐसे प्रत्याशी प्रभावी नजर नहीं आए हैं। इस बार भी पहले एवं दूसरे चरण वाली सीटों पर समान नाम और उपनाम वाले प्रत्याशी मैदान में हैं।
कई सीटें तो ऐसी हैं, जहां पर सामान नाम वाले कई -कई प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे हैं। ऐसी सीटों में  छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, दमोह, टीकमगढ़, बैतूल, रीवा के नाम शामिल हैं। छिंदवाड़ा, दमोह और टीकमगढ़ में एक ही नाम के तीन-तीन प्रत्याशी हैं। वहीं जबलपुर, रीवा में समान नाम एवं उपनाम वाले दो-दो प्रत्याशी हैं। जबकि बैतूल के उइके उपनाम के 4 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे हैं। दरअसल एक समान नाम की वजह से कई बार मतदाता भ्रम का शिकार हो जाता है।
छिंदवाड़ा में एक साथ 3 बंटी मैदान में
प्रदेश की सबसे चर्चित सीटों में शामिल छिंदवाड़ा में भाजपा प्रत्याशी बंटी साहू के हमनाम के दो अन्य प्रत्याशी भी मैदान में है। इस सीट पर इस बार भाजपा ने पूरी ताकत लगाई हुई है। यहां पर कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ प्रत्याशी हैं। जबकि भाजपा ने बंटी विवेक साहू को प्रत्याशी बनाया है। छिंदवाड़ा में भाजपा प्रत्याशी बंटी साहू के अलावा दो अन्य प्रत्याशी हेमेश गोहा उर्फ बंटी और प्रकाश अलीम उर्फ बंटी भी चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह से जबलपुर सीट से भाजपा के आशीष दुबे और कांग्रेस के दिनेश यादव चुनाव लड़ रहे हैं। यहां से एक अन्य दिनेश यादव निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं। दमोह लोकसभा सीट पर 12 प्रत्याशियों में नामांकन दाखिल किया है। इनमें बीजेपी प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी के तीन हम नाम शामिल है। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी तरवर सिंह के दो हम नाम प्रत्याशी है। यहां से कांग्रेस के तरवर सिंह लोधी के अलावा एक अन्य समान नाम वाले तरवर सिंह लोधी भी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है।
इन सीटों पर भी यही हाल
टीकमगढ़ लोकसभा सीट से तीन पंकज अहिरवार चुनाव लड़ रहे हैं। इसमें पंकज अहिरवार कांग्रेस उम्मीदवार है। राष्ट्रीय समाज पक्ष से पंकज अहिरवार और निर्दलीय पंकज अहिरवार ने भी नामांकन भरा है। इसी तरह से बैतूल सीट पर भाजपा ने दुर्गादास उइके को चुनाव में उतारा है। यहां उइके उपनाम से 4 प्रत्याशी मैदान में है। इनमें सुनील उइके, केशराव उइके और अनिल उइके शामिल हैं। उधर, रीवा सीट से भाजपा प्रत्याशी जनार्दन मिश्रा हैं। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी नीलम मिश्रा हैं। इसी सीट से दो जनार्दन मिश्रा है। एक जनार्दन मिश्रा निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे हैं।
शेष दो चरणों में भी बनेगी स्थिति
प्रदेश में अभी दो चरणों की स्थिति स्पष्ट हुई है, जबकि दो चरणों का नामांकन शेष है। माना जा रहा है कि अगले चरणों की सीटों पर में से कई सीटों पर भी इसी तरह की स्थिति देखने को मिल सकती है। दरअसल कई सीटें ऐसी हैं जहां पर बेहद रोचक मुकाबले की स्थिति बनती दिख रही है, ऐसे में हमनाम प्रत्याशी वोट कटवा साबित होते हैं, जिसका असर कई बार बड़े रूप में देखने को मिलता है। इसका असर विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक देखने को मिलता है। 

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