जीत की इबारत के लिए भाजपा फिर होगी…बूूथों पर सक्रिय

 भाजपा
  • दो लाख त्रिदेवों का शुरू हुआ प्रशिक्षण

भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। सूबे में पार्टी के मतों में दस फीसदी की वृद्धि के लिए एक बार फिर से संगठन की नजर बूथों पर लग गई है। इसके लिए संगठन नए सिरे से रणनीति बनाकर बूथों पर फोकस करने जा रही है। नए सिरे से यह कवायद संघ व भाजपा की हाल ही में हुई समन्वय बैठक में लिए गए निर्णय की वजह से की जा रही है। दरअसल इस मामले में संघ व पार्टी के केन्द्रीय नेताओं ने नाराजगी जाहिर की है। इस नाराजगी की भी वजह कुछ सासंद , विधायक और पार्टी के बड़े नेता बने हैं , जो संगठन द्वारा बूथ मजबूती के अभियान के दौरान घरों से बाहर ही नहीं निकले। यही वजह है कि संगठन को  पहले से तय अपने 22 सूत्रीय एजेन्डे पर नई रणनीति के साथ काम करना तय करना पड़ा है। उधर, प्रदेश संगठन द्वारा अपने करीब पौने दो लाख त्रिदेवों को प्रशिक्षित करने का काम शुरू कर दिया गया है। यह प्रशिक्षण कल भी जारी रहेगा। इस बीच महिला मोर्चा ने चुनाव में पचास फीसदी की भागीदारी की मांग उठाकर पार्टी के सामने नई चुनौति खड़ी कर दी है। हालांकि प्रदेश भाजपा द्वारा संघ की गाइड लाइन पर तय इस एजेंडे पर काम पहले से चल रहा था, पर अब इसके लिए नए सिरे से रणनीति बनाकर इसमें प्रदेश के बड़े नेताओं को भी सक्रिय किया जाएगा। दरअसल संघ ने भाजपा को अपना वोट शेयर दस फीसदी बढ़ाने को कहा है। इसके लिए एक साल पहले भाजपा और संघ की बैठक में 22 बिंदु तय कर उस पर अमल करने को कहा गया था। जिस पर बीते कई माह से संगठन द्वारा काम किया जा रहा था, जिसमें बूथ विस्तारक अभियान से लेकर कई अन्य तरह के कार्यक्रम शामिल हैं। बूथ विस्तारक अभियान के दौरान कई सांसद और विधायकों ने इसमें रुचि नहीं ली थी, लिहाजा कई जिलों में यह काम मंशा के अनुरूप नहीं हो पाया। इसकी वजह से ही नई दिल्ली में हुई समन्वय बैठक में भी इस मामले में संघ ने खासी नाराजगी जताई थी। इस दौरान सत्ता और संगठन में जिले स्तर पर तालमेल के अभाव पर भी नाराजगी जाताई गई थी। इसकी वजह से ही अब तय किया गया है कि प्रभारी मंत्री जिलों के दौरे के समय कम से कम दो घंटे पार्टी कार्यालय में रहकर कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। यही नहीं बूथ के लिए तय किए गए कामों पर गंभीरता से काम कर उसकी हर माह रिपोर्ट जिलों से प्रदेश संगठन को भेजी जाए।
इन बिंदुओं पर किया जाना है काम
23 जून को डाक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी बलिदान दिवस, जन्माष्टमी, कुशाभाऊ ठाकरे जयंती, 25 सितम्बर को दीनदयाल जयंती, 25 दिसम्बर अटल बिहारी जयंती और समय-समय पर चलने वाले अभियानों के बूथस्तर तक कार्यक्रम करना और लोगों को लगातार इनमें जोड़े रखना। ऐसे कार्यक्रमों के लिए बूथ समिति में सक्रिय कार्यकर्ताओं की टोली बनाना। इसी तरह से  प्रत्येक बूथ पिछले दो विधानसभा और एक लोकसभा चुनावों के परिणाम के आधार पर ए, बी, सी श्रेणी तय करना और इसके बाद बूथ ग्रेडेशन सी से बी में और बी से ए में ले जाने का प्रयास करना। पार्टी को जिन बूथों पर सतत रूप से 70 से 75 प्रतिशत वोट मिले रहे हैं। उसे ए प्लस बूथ बनाना और मतदान प्रतिशत बढ़ाना। बूथ समिति और पन्ना समिति में महिलाओं की पर्याप्त सहभागिता रखना और बूथ समिति के माध्यम से अनुसूचित जाति-जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग को जोड़ने  का सतत प्रयास करना। हर बूथ पर लाभार्थी की सूची बनाना उसे अपडेट करना और उनसे सतत सम्पर्क रखना। दो पहिया वाहन धारक कार्यकर्ताओं की सूची तैयार करना। हर बूथ पर विचार परिवार के कार्यकर्ताओं के नियमित संपर्क की व्यवस्था करना। समाज में धर्म जागरण का काम करने वाले समविचार संगठनों से सम्पर्क रखना। माह में एक बार घर घर सम्पर्क अभियान बूथस्तर पर चलाना। समय समय पर मतदाता सूची का पुनरीक्षण करना । नाम जुड़वाना हटवाना। अपने, अन्य दलों से जुड़े, प्लोटिंग वोट पर ध्यान देना और बीएलओ से सम्पर्क रखना।
दो दिवसीय प्रशिक्षण शुरू
भाजपा के 1 लाख 75 हजार से अधिक बूथ अध्यक्ष, बूथ महामंत्री और बीएलए (त्रिदेव) का प्रशिक्षण पूरे प्रदेश में आज से शुरू हो गया है। यह प्रशिक्षण कल भी चलेगा। इसके साथ ही प्रदेश में मंडल स्तर पर 25 हजार साइबर योद्धाओं को भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बूथ विस्तारक अभियान के माध्यम से प्रदेश भर में प्रत्येक बूथ को डिजिटल किया गया है। डिजिटल बूथों को अपडेट करना एवं केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं को निचले स्तर तक और बेहतर तरीके से ले जाने के लिए यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें बूथ अध्यक्ष, महामंत्री और बीएलए को शामिल किया गया है।
महिला मोर्चा टिकटों में चाहती है आधी भागीदारी
उधर, महिला मोर्चा ने अभी से विधानसभा चुनावों में महिलाओं के लिए पचास फीसदी टिकटों की मांग करनी शुरू कर दी है। बीते रोज प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की इंदौर में हुई कार्यकारिणी की बैठक में यह मांग उठाई गई। खास बात यह है कि जब यह मांग उठाई गई तब बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद थे। महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री सुखप्रीत कौर ने यह मांग उठाते हुए कहा कि जब महिलाओं की आबादी आधी है तो उन्हें टिकट भी उसी अनुपात में मिलने चाहिए। महिलाएं संगठन में काम तो कर ही रही हैं, लेकिन उन्हें अब सत्ता में भी काम करने को मौका मिलना चाहिए। दरअसल कौर बीते चुनाव में स्वयं टिकट की दावेदार थीं, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिल सका था।

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