गोविंदपुरा के दावेदारों में एक और नाम जुड़ा

 भाजपा

जगदगुुरु रामभद्राचार्य महाराज ने भोपाल का नाम भोजपाल कराने का लिया प्रण

भोपाल/अपूर्व चतुर्वेदी
विधानसभा चुनाव में भले ही अभी दस माह का समय बचा हुआ है, लेकिन अभी से भाजपा में टिकटों के दावेदार सामने आने लगे हैं। ऐसे ही एक नए दावेदार बनकर उभरे हैं विकास वीरानी। वे गोविंदपुरा इलाके से टिकट की जुगाड़ कर रहे हैं। उनके द्वारा लगाए गए मेले में चल रही रामकथा करने आए जगदगुुरु रामभद्राचार्य महाराज ने भोपाल का नाम भोजपाल कराने का प्रण लेने की घोषणा की है। उनके द्वारा कहा गया है कि राजा भोज की नगरी भोपाल का नाम जब तक भोजपाल नहीं हो जाता, तब तक भोपाल में अगली कथा करने नहीं आएंगे। पहले इसका नाम भोजपाल था, राजा भोज जिसके पालक थे, वह भोजपाल है। हम फैजाबाद को अयोध्या कर सकते हैं, इलाहाबाद को प्रयागराज कर सकते हैं, होशंगाबाद को नर्मदापुरम कर सकते हैं, तो क्या भोपाल को भोजपाल नहीं कर सकते। मैं अपने अनुज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से कहूंगा कि इस चुनाव के पहले इसका नाम बदल दें। विकास वीरानी पूर्व मेें भाजपा के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। संगठन में लंबे समय से सक्रिय वीरानी राजधानी के ऐसे दूसरे सिंधी नेता हैं जो इस तरह के मेले का आयोजन करते हैं। इस मेले का आयोजन उनके द्वारा भोजपाल के नाम से किया जाता है। खास बात यह है कि इस मेले का आयोजन भी गोंविदपुरा इलाके में ही किया जाता है। उनके अलावा इस सीट से कांग्रेस छोडक़र भाजपा में आए गिरीश शर्मा की भी दावेदारी बनी हुई है। वे इस सीट के तहत आने वाले वार्ड से कई बार पार्षद भी रह चुके हैं। इसके अलावा बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उन्हें प्रत्याशी भी बना चुकी है। उनके अलावा मौजूदा विधायक कृष्णा गौर तो स्वभाभिक दावेदार हैं ही। उधर महाराज ने श्रीरामचंद्र कृपाल भजमन की सुमधुर भजन से श्रीराम कथा की शुरुआत करते हुए बताया कि अब तक 1360 कथा कर चुके हैं, यह 1361वीं कथा है। महाराज ने कहा कि मैं एक ही चौपाई पर नौ दिनों तक कथा कहूंगा। यह चौपाई उत्तरकांड के दसवें अध्याय की पांचवी पंक्ति में है।
लव जिहाद पर जताई चिंता
महाराज ने कहा कि लव जेहाद के नाम पर हिंदू लड़कियों को फंसाया जा रहा है, क्योंकि हमारे युवाओं को सही दिशा और मार्गदर्शन नहीं मिल रहा है। युवाओं को रामचंद्र के पथ पर चलने की जरूरत है। महाराज ने कहा कि किसी को चेहरे से नहीं अपने चरित्र से प्रभावित करो। जगदगुुरु रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि मैं जो बात कहता हूं पूरे दम से जिम्मेदारी के साथ कहता हूं और वह पूरी होती है। मैने कहा था रामजन्मभूमि का फैसला हमारे पक्ष में आया। कश्मीर से धारा 370 हटी, तीन तलाक खत्म हो गया। पीओके दुनिया के नक्शे से सामाप्त होना चाहिए, यह हमारा है और उसे हम लेकर रहेंगे। महाराज ने कहा कि जिसको राष्ट्र की पूरी अखंडता चाहिए वह हमारी कथा में आए। त्रेतायुग में विश्वामित्र के बाद 1008 कुंडीय यज्ञ हमने किया। कथा के शुरुआत में जगदगुरु रामभद्राचार्य महाराज के स्वागत में गुफा मंदिर के महंत रामप्रवेश दास महाराज ने गाय का महत्व बताते हुए गैया लगै मोहे प्यारी, जगपालन हारी भजन की प्रस्तुति देकर बताई।

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