
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। एमपी एटीएस द्वारा पकड़े गए हिज्ब-उत-तहरीर के सभी सदस्य 19 मई तक रिमांड पर हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में पता चला कि पकड़े गए 16 सदस्यों में से 5 ने ङ्क्षहदू लड़कियों से शादी की है। इन सभी के तार भोपाल से जुड़े हुए हैं। पुलिस के अनुसार 2 सदस्य तो ऐसे भी हैं, जो पहले हिंदू थे।
ये आतंकी संगठन के सदस्यों के संपर्क में आने के बाद धर्म बदलकर मुस्लिम बन गए। इनमें से एक सदस्य हैदराबाद के एक मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर है। इसका नाम सलीम है , जबकि इसके पहले उसका नाम समीर था। मूल रूप से भोपाल का रहने वाला समीर कन्वर्ट होकर मुसलमान कब और कैसे बना, इसका खुलासा अभी नहीं हुआ है। लेकिन इतना पता चला है कि यह हिज्ब-उत-तहरीर के सदस्यों के संपर्क आने के काफी बाद उसने धर्म परिवर्तन कर लिया था। नाम ना छापने की शर्त पर इंटेलिजेंस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। मध्यप्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वाड द्वारा बीते मंगलवार को भोपाल, छिंदवाड़ा और हैदराबाद में एक साथ छापा मारा गया था। इसमें अपने खलीफा को स्थापित कराने की मंशा से विस्तार कर रहे हिज्ब-उत-तहरीर कुल 16 सदस्य को गिरफ्तार किया गया। इनमें दस भोपाल के, एक छिंदवाड़ा का और 5 हैदराबाद से गिरफ्तार किये गये। इन सभी को कोर्ट में पेश किया गया। 19 मई तक सभी को रिमांड पर लिया गया है।
धर्म परिवर्तन के लिए करते हैं ब्रेनवाश
हिज्ब-उत-तहरीर संगठन से जुड़े सदस्य हिंदुओं और क्रिश्चियन धर्म के लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के लिए किसी भी तरह की मारपीट या जोर जबरदस्ती का इस्तेमाल नहीं करते हैं, लेकिन इनका लिटरेचर इतना ख़तरनाक होता है और देशविरोधी रहता है कि संगठन से जुडऩा वाला सदस्य अपने देश से नफरत करके खलीफा को स्थापित कराने में लग जाता है। हिन्दू लडक़ी से शादी करने के लिए ये लोग लव जिहाद का सहारा लेते हैं। भोपाल के अलावा अभी इनका नेटवर्क रायसेन, विदिशा और राजगढ़ से जुड़े होने का पता चला है।