
नई दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। मेघालय इस साल विधानसभा चुनाव का सामना करने जा रहा है। इसे देखते हुए सभी राजनीतिक दल तैयारियों में भी जुट गए हैं। इसी बीच मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मेघालय के लोग सरकार में बदलाव चाहते हैं। कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर ममता ने मीडिया से कहा, ‘मेघालय के लोग सरकार में बदलाव चाहते हैं। असम और मेघालय के बीच विवाद रहे हैं। दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद का शांतिपूर्ण समाधान होना चाहिए।’
टीएमसी असम और त्रिपुरा के साथ मेघालय में अपना जनाधार बढ़ाने की कोशिश कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा के नेतृत्व में कांग्रेस के कई बागी विधायक टीएमसी में शामिल हो गए थे। इसके बाद यह मेघालय में मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी 18 जनवरी को मेघालय का दौरा करेंगी। इस दौरान वह उत्तरी गारो हिल्स जिले में एक जनसभा को संबोधित करेंगी, जिसका मकसद पूर्वोत्तर राज्य में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी पदाधिकारियों का मनोबल बढ़ाना है। यह हाल-फिलहाल में ममता की दूसरी मेघालय यात्रा होगी। पिछले महीने उन्होंने पूर्वोत्तर राज्य में टीएमसी कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन को संबोधित किया था और क्रिसमस पूर्व समारोह में भी हिस्सा लिया था।
ममता बनर्जी ने कहा कि उत्तराखंड में इस छोटे-से पर्वतीय शहर के निवासी आपदा के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। केंद्र को लोगों की रक्षा के लिए युद्ध स्तर पर कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द कदम उठाने चाहिए क्योंकि पहले ही भूधंसाव का पूर्वानुमान जताया जा चुका है। पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्द्धमान जिले में रानीगंज कोयला क्षेत्र में जोशीमठ जैसे हालात हो सकते हैं क्योंकि यह इलाका भी भूधंसाव के लिहाज से संवेदनशील है।