इस्लामाबाद। पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के आह्वान पर व्यापक विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। इमरान की पार्टी पीटीआई की अपील पर बड़ी संख्या में पाकिस्तानी राजधानी इस्लामाबाद की ओर मार्च कर रहे हैं। खान के समर्थकों और पुलिस के बीच लगातार झड़पों की खबर सामने आ रही है। यहां हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। ऐसे में, अब अमेरिका ने पाकिस्तान को फटकार लगाई है। उसने शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले लोगों के अधिकार का समर्थन किया। साथ ही पाकिस्तानी अधिकारियों से मानवाधिकारों और स्वतंत्रता का सम्मान करने का आह्वान किया। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से पाकिस्तान में उभरते हालातों के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने यह प्रतिक्रिया दी।
पीटीआई के मुताबिक रैली में शामिल नागरिकों की तीन बड़ी मांगें हैं। इमरान खान के समर्थक सरकार से 26वें संशोधन को निरस्त करने और संविधान को बहाल करने की मांग कर रहे हैं। इमरान के समर्थक राजनीतिक कैदियों की रिहाई की मांग भी कर रहे हैं। इमरान खान ने 13 नवंबर को विरोध प्रदर्शन का ‘आखिरी आह्वान’ किया था। इसमें उन्होंने 24 नवंबर को चुराए गए जनादेश, लोगों की अन्यायपूर्ण गिरफ्तारियों और तानाशाही शासन के खिलाफ प्रदर्शन की बात कही थी। हालांकि उनके विरोध प्रदर्शन को लेकर राजधानी में भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने भी पीटीआई के इस विरोध को गैरकानूनी बताया है। साथ ही शहबाज शरीफ की सरकार को कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी उपाय अपनाने का निर्देश दिया है।
पीटीआई समर्थकों ने स्वाबी से यात्रा शुरू की। इस दौरान वह शांत दिखे। मगर पुलिस ने मार्ग को बाधित करने के लिए प्रमुख चौकियों के पास भारी आंसू गैस तैनात की। इन जगहों पर सुरक्षा बलों ने काफिले को रोकने का लक्ष्य रखा, जिससे पीटीआई समर्थकों को अपनी यात्रा जारी रखने से पहले प्रतिरोध का सामना करना पड़ा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हजारों प्रदर्शनकारी जब इस्लामाबाद जा रहे थे तब पुलिस और नागरिकों के बीच झड़प हो गई।