ढाका। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुश ने ब्रिटिश मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक और उनके परिवार की संपत्तियों की जांच की मांग की। उन्होंने दावा किया कि ट्यूलिप ने अपनी चाची और पूर्व बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के कार्यकाल के दौरान संपत्तियां हासिल की थी। एक साक्षात्कार में उन्होंने शेख हसीना के पीएम पद से हटने के बाद भी सिद्दीक और उनके परिवार द्वार संपत्तियों के इस्सेमाल पर निंदा की। मोहम्मद युनूस ने बांग्लादेश को संपत्तियां लौटाने की मांग की।
साक्षात्कार में मोहम्मद युनूस ने कहा, “यह एक सीधी डकैती के बारे में है। इसके साथ ही उन्होंने पिछली सरकार पर फर्जी तरीके से धन का गबन करने का आरोप लगाया।” बता दें कि सिद्दीक ब्रिटेन लेबर कबिनेट के सदस्य हैं, जो ट्रेजरी और सिटी मंत्री के आर्थिक सचिव के रूप में कार्य कर रहे हैं। साक्षात्कार के अगले ही दिन ब्रिटिश अखबार ने रविवार को एक रिपोर्ट प्रकाशित किया, जिसका शीर्षक था- यूके पीएम ने बांग्लादेश पीएम की फटकार के बाद ट्यूलिप सिद्दीक को बर्खास्त करने का आग्रह किया।
ब्रिटिश अखबार के अनुसार, 42 वर्षीय सिद्दीक से जुड़े घोटाले पर यूनुस की टिप्पणी से उन पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ जाएगा। ऐसे में ब्रिटिश सरकार पहले से ही एक रिप्लेसमेंट की तलाश कर रही है। अपने साक्षात्कार में यूनुस ने कहा कि यह एक विडंबना थी कि सिद्दीक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था। उन्होंने एक आधिकारिक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि अवामी लीग शासन से जुड़े लोगों ने बांग्लादेश से प्रति वर्ष अरबों डॉलर लिए थे, जिसमें से कुछ धन का इस्तेमाल विदेश में संपत्ति खरीदने के लिए किया गया था। मोहम्मद यूनुस ने कहा, “यह चोरी नहीं है, क्योंकि जब आप चोरी करते हैं तो आप पैसे छिपाते हैं। यह डकैती है।” यूनुस ने यह भी कहा कि अगर संभव हो तो अवामी लीग के सहयोगियों द्वारा खरीदी गई संपत्तियां बांग्लादेश को वापस कर दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके अधिकारियों का लक्ष्य विदेशों में मौजूद बांग्लादेशी धन से उत्पन्न नकदी और संपत्तियों को बरामद करना है।