वाशिंगटन। अमेरिका के न्यूजर्सी में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। यूरोपीय भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र (ईएमएससी) के अनुसार, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.0 मापी गई है। भूकंप की गहराई नौ किलोमीटर है। न्यूजर्सी के गवर्नर फिल मर्फी ने एक्स पर लिखा कि न्यूजर्सी में हाल ही में एक झटका महसूस हुआ है। कृप्या आपातकालीन नियमों का पालन करें। परेशानी की स्थिति में ही 911 पर कॉल करें। न्यूयॉर्क की गवर्नर कैथी होचुल ने भी भूकंप को लेकर जानकारी दी है। होचुल ने बताया कि भूकंप शुक्रवार शाम छह बजे से पहले आया था। भूकंप के कारण फिलहाल किसी नुकसान की जानकारी नहीं मिली है।
बता दें, शुक्रवार सुबह करीब 11.20 बजे न्यूजर्सी के बेडमिंस्टर में भी 2.0 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया था। अमेरिकी उड्डयन विभाग ने बताया कि भूकंप के कारण न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी, फिलाडेल्फिया और बाल्टीमोर में कुछ हवाई यातायात सुविधाएं प्रभावित हो सकती हैं। पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है। कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता जाता है। फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।
भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से होती है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है।