AI-ECTA के तहत अस्थायी स्नातक वीजा के पात्र होंगे भारतीय छात्र: ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त

ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त

नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने सोमवार को ‘एआई-ईसीटीए’ के तहत किए गए समझौतों को बनाए रखने के लिए देश की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। भारतीय स्नातक ऑस्ट्रेलिया-भारत आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (एआई-ईसीटीए) की शर्तों के अनुरूप अस्थायी स्नातक वीजा के पात्र होंगे।  इस समझौते के तहत स्नातक की डिग्री रखने वाले भारतीय स्नातक अस्थायी स्नातक वीजा पर दो साल के लिए ऑस्ट्रेलिया में रह सकते हैं। जबकि, स्नातकोत्तर डिग्री पूरी करने वाले तीन साल के वीजा के लिए पात्र हैं। इसके अलावा, जो व्यक्ति सफलतापूर्वक पीएचडी पूरा करेंगे वे चार साल के अस्थायी स्नातक वीजा के हकदार होंगे।

भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन ने मीडिया से बातचीत में ऑस्ट्रेलिया में भारतीय छात्रों की संख्या में निरंतर वृद्धि की उम्मीद जताई। एआई-ईसीटीए के तहत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच समझौतों की प्रतिबद्धताओं को नई प्रवासन रणनीति के तहत बरकरार रखा जाएगा। इसका मतलब है कि भारतीय स्नातक, स्नातक की डिग्री के लिए दो साल, स्नातकोत्तर डिग्री पूरी करने के लिए तीन साल और पीएचडी पूरी करने के लिए चार साल के लिए अस्थायी स्नातक वीजा पर रहने के पात्र बने रहेंगे।

उच्चायुक्त ने शैक्षिक अवसरों की तलाश करने वाले उच्च गुणवत्ता वाले छात्रों का स्वागत करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, सरकार ऑस्ट्रेलिया में शैक्षिक अवसरों की तलाश करने वाले उच्च गुणवत्ता वाले छात्रों का स्वागत करना जारी रखेगी। मुझे इसकी कोई वजह नहीं दिखती है कि भारतीय छात्रों की संख्या में वृद्धि जारी नहीं रहेगी। ऑस्ट्रेलिया के पास अब अपनी प्रवासन प्रणाली के लिए एक रणनीति है। सरकार की प्रवासन रणनीति सोमवार को जारी की गई। इसमें ऑस्ट्रेलिया की प्रवासन प्रणाली के लिए एक नई रूपरेखा तैयार की गई है।

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