रूसी राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई पर बिफरे

व्लादिमीर पुतिन

बिच्छू डॉट कॉम। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज से बात की। इस दौरान पुतिन ने कहा कि पश्चिमी और यूरोपीय देशों द्वारा यूक्रेन को जो हथियारों की आपूर्ति की जा रही है। उससे युद्ध का खतरा और बढ़ सकता है। पुतिन ने कहा कि इन देशों का ये कदम अस्थिरता को और बढ़ाएगा। यूक्रेन में फंसे गेहूं की आपूर्ति को लेकर पुतिन ने आश्वासन दिया कि अनाज के निर्बाध निर्यात के लिए विकल्पों की खोज को सुविधाजनक बनाने के लिए मॉस्को प्रयास करेगा।

यूक्रेन-रूस युद्ध के कारण यूक्रेन से अन्य देशों को की जानी वाली गेहूं आपूर्ति के बाधित होने से उत्पन्न हुए खाद्य संकट के लिए पुतिन ने पश्चिमी देशों को जिम्मेदार ठहराया। पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देशों की गलत नीतियों के कारण ही ये खाद्य संकट खड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि रूस अपने हिस्से के अनाज और काला सागर बंदरगाहों पर फंसे यूक्रेनी अनाज को निर्यात किए जाने के विकल्प खोजने में मदद को तैयार है। इससे पहले पुतिन ने इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी से बातचीत में कहा था कि रूस अनाज और खाद के निर्यात के जरिए खाद्य संकट से उबरने में मदद के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए राजनीति से प्रेरित प्रतिबंधों को हटाया जाए।

ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि रूसी सेना ने दोनेत्सक क्षेत्र के लाइमैन शहर के ज्यादातर हिस्से पर कब्जा कर लिया है। अपनी दैनिक खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए ब्रिटेन ने कहा कि लाइमैन रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सिवरस्की डोनेट नदी पर महत्वपूर्ण रेल और सड़क पुलों तक पहुंच प्रदान करता है। मंत्रालय ने कहा कि आने वाले दिनों में क्षेत्र में रूसी इकाइयों की नदी पार करने की संभावना है। मंत्रालय का कहना है कि रूस का पूरा ध्यान सेवरोडोनेट्स्क पर टिका हुआ है। मंत्रालय ने कहा कि रूसी सेना पूर्वी यूक्रेन के कस्बों और शहरों पर बमबारी कर रही है, जिसका घोषित उद्देश्य डोनबास पर कब्जा करना है। अगर शहर रूसी हाथों में पड़ता है, तो मास्को, लुहान्स्क क्षेत्र को नियंत्रित करेगा।

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