बिच्छू राउंडअप/टीम इंडिया का प्रैक्टिस से इनकार, ठंडा नाश्ता मिलने से भी प्लेयर्स नाराज

टीम इंडिया

टीम इंडिया का प्रैक्टिस से इनकार, ठंडा नाश्ता मिलने से भी प्लेयर्स नाराज
टीम इंडिया ने टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान सिडनी में प्रैक्टिस करने से इनकार कर दिया। इसकी वजह होटल से प्रैक्टिस ग्राउंड की दूरी ज्यादा बताई जा रही है। यह भी खबर है कि भारतीय खिलाड़ियों को ठंडा नाश्ता दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, इससे प्लेयर्स नाखुश हैं। हालांकि, इसे लेकर बीसीसीआई का अभी तक आधिकारिक बयान नहीं आया है। दरअसल, यह मामला बुधवार सुबह 7 बजे (भारतीय समयानुसार) का है। टी-20 वर्ल्ड कप प्रबंधन ने टीम इंडिया को ब्लैक टाउन में प्रैक्टिस करने के लिए कहा था। होटल से इस ग्राउंड की दूरी 42 किमी है। ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों ने जाने से इनकार दिया। टीम इंडिया की मनाही के पीछे एक कारण और भी बताया जा रहा है। इससे पहले मंगलवार दोपहर को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में अपने आॅप्शनल ट्रेनिंग सेशन के बाद टीम इंडिया ने लंच का बायकॉट किया। यह फैसला नाश्ता ठंडा और अच्छा ना देने के कारण किया। मेन्यू में फ्रूट्स, ‘मेक योर ओन सेंडविच’ शामिल थे, जो कई खिलाड़ियों को पसंद नहीं आए। इसकी शिकायत सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर संबंधित अधिकारी से की गई। एक भारतीय टीम के सदस्य ने मीडिया को बताया- ‘फूड मानकों के अनुरूप नहीं था। अभ्यास सत्र के बाद हम सैंडविच नहीं खा सकते हैं।

अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में 14 जनवरी 2024 को विराजेंगे रामलला
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य लगभग 50 फीसदी पूरा हो गया है। इसी के साथ वह तारीख भी आ गई है जब रामलला अपने गर्भगृह में विराजेंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि 14 जनवरी 2024 यानी मकरसंक्रांति के दिन रामलला अपने विग्रह में विराजेंगे और मंदिर कपट आम जनता के लिए खोल दिए जायेंगे। इस ऐतिहासिक मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अयोध्या में मौजूद रहेंगे। ट्रस्ट की तरफ से मीडिया को बुलाकर के मंदिर निर्माण की प्रगति के बारे में बताया गया। ट्रस्ट के प्रोजेक्ट मैनेजर जगदीश आपडे ने बताया कि मंदिर निर्माण का काम पिछले 2 साल से चल रहा है। और अगले 2 साल के अंदर मंदिर का काम पूरा हो जाएगा। हालांकि गर्भगृह का निर्माण दो तीन महीने के अंदर हो जाएगा। जिसके बाद श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि मंदिर के अन्य हिस्से का निर्माण कार्य चलता रहेगा। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि 14 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति के दिन राम मंदिर का उद्घाटन प्रस्तावित है। उस दिन सूर्य देव उत्तरायण होंगे, जिसे शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इसी दिन रामलला गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे। पीएम नरेंद्र मोदी इस खास मौके के साक्षी होंगे।

तुरंत यूक्रेन छोड़ दें, रूसी हमलों के बीच भारतीय दूतावास ने जारी की नई एडवाइजरी
यूक्रेन में रूसी हमला लगातार जारी है। इस बीच यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने मंगलवार को एक नई एडवाइजरी जारी की है। सभी भारतीय नागरिकों को तुरंत देश छोड़ने के लिए कहा है। दूतावास ने रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ती शत्रुता के मद्देनजर यह परामर्श जारी किया है। यूक्रेन में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के बाद इसी तरह का एक परामर्श जारी किया गया था। आपको बता दें कि दूतावास ने एक हफ्ते से भी कम समय में यह दूसरी एडवाइजरी जारी की है।  भारतीय दूतावास ने कहा, “19 अक्टूबर को दूतावास द्वारा जारी परामर्श के अगले क्रम के तहत यूक्रेन में सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे उपलब्ध साधनों से तुरंत यूक्रेन छोड़ दें।” दूतावास ने कहा कि पहले के परामर्श का अनुसरण करते हुए कुछ भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं। दूतावास ने भारतीय नागरिकों से कहा है कि देश से बाहर जाने के लिए यूक्रेनी सीमा तक की यात्रा की खातिर वे किसी मार्गदर्शन या सहायता के लिए उससे संपर्क कर सकते हैं।

ऋषि सुनक के पीएम बनते ही ब्रिटेन की सरकार में एक और भारतवंशी की एंट्री
ऋषि सुनक के ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनने के बाद भारतीय मूल के एक और सांसद की उनकी सरकार में एंट्री हुई है। कंजर्वेटिव पार्टी की सांसद सुएला ब्रेवरमैन को सुनक मंत्रिमंडल में यूनाइटेड किंगडम के गृह सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। सुएला ने छह दिन पहले ईमेल भेजने पर सरकारी नियमों के तकनीकी उल्लंघन की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। सुएला ब्रेवरमैन ने 19 अक्टूबर को ब्रिटेन के गृह सचिव के पद से यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया था कि उन्होंने सरकारी नियमों का उल्लंघन किया है। अपने इस्तीफे में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री लिज ट्रस की सरकार के काम करने के तरीकों पर सवाल उठाते हुए चिंता जाहिर की थी। अपने इस्तीफे में ब्रेवरमैन ने कहा था कि उन्होंने प्रवास पर एक लिखित मंत्रिस्तरीय बयान का मसौदा भेजा था जो प्रिंट के लिए गया था। ब्रेवरमैन ने पीएम को लिखा, “इसमें से बहुत कुछ सांसदों को बताया गया था। फिर भी मेरे लिए इस्तीफा देना सही है।” 

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