बिच्छू राउंडअप/गरीबों के कल्याण में कोई कानून बाधा बने तो तोड़ने में संकोच नहीं करना चाहिए: गडकरी

  • नगीन बारकिया
नीतिन गडकरी

गरीबों के कल्याण में कोई कानून बाधा बने तो तोड़ने में संकोच नहीं करना चाहिए: गडकरी
केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नीतिन गडकरी अक्सर जनता के दिलों को छू लेने वाले बयान देते हैं। इस बार नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान गडकरी ने कहा कि कोई भी कानून गरीब कल्याण में बाधक नहीं बन सकता। यदि कोई भी कानून गरीब कल्याण की राह में बाधक बनता है तो सरकार को इसे तोड़ने या दरकिनार का पूरा अधिकार है। ऐसा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी कहते थे। गडकरी ने कहा, मैं जानता हूं कि गरीबों के कल्याण में कोई भी कानून आड़े नहीं आता, ऐसे कानून को 10 बार भी तोड़ना हो तो संकोच नहीं करना चाहिए क्योंकि महात्मा गांधी ने भी ऐसा ही कहा था। कार्यक्रम के दौरान गडकरी ने कहा, मैं हमेशा अधिकारियों से कहता हूं कि आप जो कहेंगे, सरकार उसके अनुसार सरकार काम नहीं करेगी। आपको केवल हां सर कहना है। आपको, हम जो कह रहे हैं, उसपर अमल करना होगा, उसे क्रियान्वित करना होगा। सरकार हमारे हिसाब से काम करेगी। केंद्रीय मंत्री ने 1995 की एक घटना को याद करते हुए कहा, जब महाराष्ट्र में मनोहर जोशी मुख्यमंत्री थे, तब मैं अक्सर अधिकारियों से कहा करता था कि आपके हिसाब से सरकार नहीं चलेगी।

राशन कार्ड धारकों के लिए बड़ी खबर, 15 करोड़ लोगों के लिए सरकार लागू करेगी नियम
सरकार राशन कार्ड धारकों के फायदे के लिए समय-समय पर कदम उठाती रहती है। अब यूपी सरकार की तरफ से सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली में बड़ा बदलाव कयिा जा रहा है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तैयारी के तहत साल 2023 में शुरूआत से प्रदेश के सभी जिलों में सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली के तहत राशन की दुकानों से फोर्टिफाइड यानी पौष्टिक तत्वों से युक्त चावल मिलना शुरू हो जाएगा। राशन की दुकानों पर मिलने वाला यह चावल काफी पौष्टिक होगा। इसमें पोषण के लिए जरूरी आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी-12 होगा। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत यूपी में राशन की करीब 80 हजार दुकानें हैं। इन दुकानों के माध्यम से 3।59 करोड़ राशन कार्डधारकों के परिजनों तक फोर्टिफाइड चावल पहुंच सकेगा। इससे राशन कार्ड धारकों के करीब 15 करोड़ परजिनों को कुपोषण से बचाने में मदद मिलेगी।

खड़गे या वासनिक बनेंगे कांग्रेस चीफ क्या होगा अगर राहुल ने इनकार किया
कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नजदीक आता जा रहा है। इसी के साथ ही कांग्रेस में राहुल गांधी और मौजूदा अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के नामों को लेकर चर्चा है। हालांकि, इस बार राहुल के पार्टी अध्यक्ष बनने को लेकर कांग्रेस नेताओं के विचार जुदा नजर आ रहे हैं। वहीं, खबर है कि वायनाड सांसद खुद भी कमान संभालने को लेकर पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कह रहे हैं। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, आॅल इंडिया कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों समेत पार्टी के कई नेता भी भरोसे के साथ नहीं कह पा रहे हैं कि राहुल दोबारा अध्यक्ष पद हासिल कर लेंगे। उन्होंने साल 2019 में चीफ के तौर पर इस्तीफा दे दिया था। रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस नेताओं के बीच चचार्एं ये भी हैं कि अगर गांधी नहीं तो कांग्रेस अध्यक्ष कौन बनेगा एक पदाधिकारी ने बताया, मैं नहीं कह सकता। केवल राहुल ही बता सकते हैं कि उनके दिमाग में क्या है। जहां तक कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की बात है नेतृत्व अपने शेड्यूल पर बना हुआ है।

महिला प्रोफेसर ने बिकनी पहन डाली फोटो, यूनिवर्सिटी ने भेजा 99 करोड़ का नोटिस
कोलकाता के सेंट जेवियर्स विश्वविद्यालय में एक महिला प्रोफेसर द्वारा बिकनी पहनने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। महिला पर एक छात्र के परिजनों ने आरोप लगाया था कि वे सोशल मीडिया पर वल्गर तस्वीरें पोस्ट करती हैं। अब उस महिला प्रोफेसर के खिलाफ विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा 99 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस जारी किया गया है। इसके बाद यह मामला फिर बढ़ गया। यह घटना कोलकाता के सेंट जेवियर्स विश्वविद्यालय की है। महिला प्रोफेसर ने कॉलेज प्रशासन पर रिजाइन को लेकर दबाव डालने का आरोप लगाया था। उनका दावा था कि एक बच्चे के पेरेंट्स की शिकायत के बाद उन्हें कॉलेज छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। हालांकि महिला द्वारा बिकनी पहनने वाली यह पोस्ट का मामला पिछले साल अक्टूबर का है। रिपोर्ट में महिला प्रोफेसर के हवाले से कहा गया है कि वह इस मानहानि नोटिस के खिलाफ कोर्ट में जाएंगी। विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा स्पष्टीकरण के लिए बुलाई गई प्रोफेसर ने कहा था कि किसी भी परिस्थिति में उसका कोई भी छात्र उन तस्वीरों तक नहीं पहुंच सकता है, जो उन्होंने विश्वविद्यालय ज्वाइन करने से दो महीने पहले इंस्टाग्राम पर पोस्ट की थीं।

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