बिच्छू राउंडअप/कैश रखना भूल जाइए! कल से आम आदमी के लिए डिजिटल रुपये की शुरूआत

डिजिटल रुपये

कैश रखना भूल जाइए! कल से आम आदमी के लिए डिजिटल रुपये की शुरूआत
जेब में कैश रखकर चलना अब पुराने जमाने की बात होगी। दरअसल, आम भारतीयों के लिए डिजिटल रुपया आने में बस एक दिन बाकी हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने 1 दिसंबर से रिटेल डिजिटल रुपये के लॉन्च का ऐलान कर दिया है, जो रिटेल डिजिटल करेंसी के लिए पहला पायलट प्रोजेक्ट होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे इस्तेमाल कैसे करना है साथ ही इसके क्या फायदे-नुकसान हैं 1 नवंबर 2022 को केंद्रीय बैंक ने होलसेल ट्रांजैक्शन के लिए डिजिटल रुपया लॉन्च किया था और अब सेंट्रल बैंक इस डिजिटल करेंसी को रिटेल उपयोग के लिए पेश करने जा रहा है। आरबीआई ने कहा है कि रिटेल डिजिटल रुपया के पायलट प्रोजेक्ट के दौरान इसके डिस्ट्रीब्यूशन और इस्तेमाल की पूरी प्रक्रिया की टेस्टिंग होगी। शुरूआत में इसका रोलआउट चुनिंदा लोकेशंस पर किया जाएगा। आरबीआई की ओर से इस संबंध में पहले जानकारी साझा की गई थी।

चीन की अगले 10 साल में हजार से ज्यादा परमाणु हथियार बनाने की प्लानिंग: रिपोर्ट
अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन ने कहा है कि चीन के पास 2035 तक लगभग 1,500 परमाणु हथियारों का भंडार जमा होने की आशंका है। जबकि मौजूदा समय में चीन के परमाणु हथियारों की अनुमानित संख्या केवल 400 से कुछ ज्यादा है। पेंटागन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन के पास 2035 तक 1500 परमाणु हथियार हो जाने की आशंका है। चीन की महत्वाकांक्षी सैन्य शक्ति बढ़ाने की योजना पर कांग्रेस में पेश की गई अपनी वार्षिक रिपोर्ट में पेंटागन ने कहा कि अगले दशक में बीजिंग का लक्ष्य अपने परमाणु बलों का आधुनिकीकरण करना, विविधता बढ़ाना और उसका विस्तार करना है। पेंटागन की रिपोर्ट में कहा गया कि चीन का मौजूदा परमाणु आधुनिकीकरण का काम पैमाने और पेचीदगी दोनों में पिछले आधुनिकीकरण के प्रयासों से ज्यादा है। इसमें कहा गया है कि चीन अपने भूमि, समुद्र और हवा से परमाणु हथियारों को दागने के लिए सक्षम होने में बड़ा निवेश कर रहा है। चीन अपने परमाणु बलों के इस बड़े विस्तार के लिए जरूरी बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है।

ब्रेन चिप डालकर लोगों को कंट्रोल करना चाहते हैं एलन मस्क
एलन मस्क ट्वीटर खरीदने के बाद कभी कर्मचारियों को निकालने और कभी उन पर दबाव बनाने के अलग-अलग तरीकों के लिए चर्चा में हैं। वह अक्सर कुछ ना कुछ ऐसा करते रहते हैं कि लोगों की चर्चा के केंद्र में बने रहें। आज हम बात करेंगे उनके उस प्रोजेक्ट की, जिसका वीडियो सामने आने के बाद चर्चा होने लगी थी कि क्या एलन मस्क एक चिप के जरिये लोगों के दिमाग पर कंट्रोल हासिल करना चाहते हैं। दरअसल, उनके प्रोजेक्ट न्यूरालिंक ने साल 2021 में एक वीडियो जारी किया था, जिसमें एक बंदर पेजर अपने दिमाग का इस्तेमाल कर वीडियो गेम खेलता हुआ दिखाई दे रहा था। बताया गया कि बंदर के दिमाग में एक चिप डाली गई है। एलन मस्क के इस प्रोजेक्ट पर पशु अधिकार कार्यकर्ताओं और न्यूरो-साइंटिस्ट से लेकर मेडिकल एडवोकेट्स, मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट्स, एक्सपर्ट्स की नजर लगातार बनी हुई है। सभी जानना चाहते हैं कि अरबपति एलन मस्क की कंपनी ब्रेन मशीन इंटरफेस डेवलपमेंट कंपनी की ये योजना कहां तक पहुंच गई है।

महिला ने हनुमान जी के नाम की एक करोड़ की संपत्ति, पति-बेटों के व्यवहार से हैं परेशान
मध्यप्रदेश के श्योपुर में एक महिला टीचर ने करीब एक करोड़ की संपत्ति हनुमान मंदिर के नाम पर दान कर दी। उन्होंने अपने दोनों बेटों का आधिकारिक हिस्सा उनके नाम किया इसके बाद अपने हिस्से में आई रकम को मंदिर में दान की।  महिला टीचर का नाम शिव कुमारी जादौन है। वह विजयपुर क्षेत्र के खितरपाल गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ाती हैं। उन्होंने आजतक से बात करते हुए बताया कि मेरे दो बेटे हैं। मैंने बेटों को उनका हिस्सा दे दिया है। मेरे हिस्से में आने वाली प्रॉपर्टी, मकान और बैंक बैलेंस सहित चल-अचल संपत्ति को अपनी मर्जी से छिमछिमा हनुमान मंदिर ट्रस्ट के नाम कर दिया है।  महिला टीचर शिव कुमारी ने अपनी वसीयत में लिखा है कि मेरे मरने के बाद मेरा मकान और चल अचल संपत्ति मंदिर ट्रस्ट की होगी। बैंक बैलेंस और जीवन बीमा पॉलिसी से मिलने वाली राशि से लेकर सोना-चांदी मंदिर ट्रस्ट का होगा। उन्होंने अपील की है कि उनके मरने के बाद क्रिया कर्म मंदिर ट्रस्ट के लोग मिलकर करें। उनकी संपत्ति में मकान, प्लॉट, शासन से मिल रही सैलरी, जीवन बीमा पॉलिसी की राशि, सोने-चांदी के आभूषण मिलाकर करीब एक करोड़ की संपत्ति है। वह जब तक जिंदा हैं, तब-तक मकान में रहेंगी। उनके बाद मकान मंदिर ट्रस्ट का हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक, शिव कुमारी बचपन से ही भगवान की पूजा आराधना करती रही हैं।

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