बिच्छू डॉट कॉम:टोटल रिकॉल/भागीरथ ने बताया था डॉ. भीमराव अंबेडकर का पुश्तैनी घर

डॉ. भागीरथ प्रसाद

भागीरथ ने बताया था डॉ. भीमराव अंबेडकर का पुश्तैनी घर
संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म महू में होने की जानकारी तो सभी को है, लेकिन वे किस घर में जन्मे इसका पता 1988 में चला था। इसकी खोज भी तत्कालीन इंदौर कलेक्टर डॉ. भागीरथ प्रसाद (1988-89 ) ने सेना के दस्तावेजों से की थी। जिस जगह अब आवास अंबेडकर शोध संस्थान है, वहां पर उनके पिता और सेना के सूबेदार रामजी सखवार रहा करते थे, जो उस समय जीर्णशीर्ण हो चुका था। दरअसल भागीरथ प्रसाद की आदत में इतिहास से जुड़े क्षेत्रों के बारे में जानकारी जुटाना थी। शौकिया तौर पर डॉ. भागीरथ प्रसाद ने सेना के अधिकारियों से चर्चा की कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के पिता रामजी सखवार कहां रहते थे? इसके बाद वे महू में ताला बंद पड़े जीर्ण-शीर्ण मकान तक पहुंच गए और पता लगा लिया कि इसी जगह संविधान निर्माता का 14 अप्रैल 1891 में जन्म हुआ था।

जब विधायक रघुवंशी को धमकाया  
शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा सीट से भाजपा विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को एक युवक ने फोन पर न केवल धमकाया है बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी है। मामला 12 अप्रैल की रात करीब 8.30 बजे का बताया जा रहा है। वे उस समय आदर्श गौशाली धर्मपुरा में थे। इसी दौरान उनके मोबाइल पर फोन करने वाले ने कहा- मेरे गांव में आना, टुकड़े-टुकड़े कर दूंगा। इस मामले में विधायक द्वारा अगले दिन पुलिस से शिकायत की गई है। खास बात यह है पुलिस जांच में मोबाइल नंबर एक महिला के नाम पर रजिस्टर्ड पाया गया है। कॉल डिटेल से पता चला है कि महिला के दस्तावेज के आधार पर किसी अन्य ने सिम जारी करवाई है। बहरहाल पुलिस आरोपी को उक्त नंबर से अन्य लोगों को किए गए काल के आधार पर तलाश की जा रही है। उधर , विधायक का कहना है कि राजनीति में जब हम कार्य करते हैं, तो जनता को लूटने वाले लोगों को पीड़ा होती है। ऐसे शुभचिंतक भी रहते हैं।

श्रीमंत ही सब कुछ  
श्रीमंत समर्थक नेताओं के लिए अब भी पार्टी से बड़ा कोई है तो अब भी श्रीमंत ही हैं, जबकि भाजपा में पार्टी ही सर्वोपरि होती है। इसका बड़ा उदाहरण ग्वालियर में उस समय सामने आया , जब प्रदेश सरकार में मंत्री रही इमरती देवी ने श्रीमंत को मुख्यमंत्री बता दिया। जिस समय इमरती ने यह बात कही, उस वक्त वहां श्रीमंत के अलावा राज्य सरकार के मंत्री भी मौजूद थे।  भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा की संभागीय बैठक को संबोधित करते हुए इमरती देवी ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री हमारे नेता श्रीमंत ही हैं। यह कहते ही इमरती देवी ने श्रीमंत की ओर देखा और मुस्कराते हुए उन्होंने अपना भाषण जारी रखा। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जब इमरती देवी से पत्रकारों ने श्रीमंत के मुख्यमंत्री बनने का सवाल पूछा, तो उन्होंने कहा कि यह तो बजरंगबली जी की कृपा हैं, जो निकल जाए सो निकल जाए। हमारा वरिष्ठ नेतृत्व और बड़े नेता बैठे हैं, जैसी उनकी सलाह होगी वैसे हम उनके साथ है।

भागवत को बताया बाल गोपाल  
 जगन्नाथ पुरी के शंकराचार्य स्वामी श्रीनिश्चिलानंद सरस्वती का कहना है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत अभी बाल गोपाल हैं। अभी उन्हें बहुत कुछ सीखने की आवश्यकता है, वे ज्यादा ना बोलें। यह बात उनके द्वारा पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही गई। उन्होंने हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना करते हुए कहा कि आरएसएस प्रमुख मेरे पास बाल गोपाल बन कर बैठते हैं। अभी उन्हें बहुत कुछ सीखने की आवश्यकता है। ज्यादा बड़बड़ ना बोले। उन्होंने तमाम ईसाइयों का हिंदू धर्म में स्वागत किया है। इसके साथ ही निश्चलानंद स्वामी ने साईं भक्तों का हिन्दू मठों में प्रवेश वर्जित करने की बात भी की है। उन्होंने कहा कि आरक्षण की वर्तमान व्यवस्था सनातन धर्म के अनुसार नहीं है। इससे देश की प्रगति प्रभावित है। प्रतिभा की हानि हुई और प्रतिशोध की भावना जागृत हुई है। जगतगुरु शंकराचार्य ने कहा कि धर्म की सीमा के बाहर राजनीति की कल्पना नहीं की जा सकती, इसलिए हम सबको धर्म से जुडक़र रहना चाहिए। उन्होंने कहा, शासन को कोई राय माननी हो तो माने, न मानना हो तो गिरने के लिए तैयार रहे।

Related Articles