- नगीन बारकिया

इजराइल ने फिर बाजी मारी, लगा रहे हैं टीके के बूस्टर डोज
इजराइल ने एक बार फिर अपनी तेजतर्रार शैली का परिचय देते हुए कोरोना रोधी टीकाकरण कार्य में बाजी मार ली है। जहां एक ओर कई देशों में वैक्सीनेशन केंद्र ही नहीं खुले हैं वहीं इजराइल ने अपने नागरिकों को कोरोना रोधी टीके की बूस्टर डोज देनी भी शुरू कर दी है। इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार उसने सोमवार से इसकी शुरुआत कर दी है। हालांकि, अभी यह बूस्टर डोज सिर्फ उन लोगों को दी जाएगी जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है। देश में फाइजर के कोरोना टीके की बूस्टर डोज दिए जाने का फैसला लिया गया है। कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के तेजी से फैलने के बाद इजराइल में वायरस के नए केस बढ़ने शुरू हो गए थे। इजराइल के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा और इजराइल में जिन व्यस्कों की फाइजर वैक्सीन की दो डोज लेने के बावजूद प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है वे फाइजर का बूस्टर शॉट ले सकते हैं। फाइजर और सहयोगी बायोनटेक-एसई ही इजराइल को टीका निर्यात करने वाली सबसे बड़ी कंपनियां हैं।
कुछ तो कहती है कैप्टन अमरिंदर सिंह की यह चुप्पी…
वैसे तो पंजाब कांग्रेस की कमान नवजोत सिद्धू को सौंप दिए जाने के फाइनल आदेश के बाद जंग खत्म होने के नजारे दिखाई दे रहे हैं लेकिन यह शांति व्यवस्था कुछ सोचने को मजबूर कर रही है कि कहीं यह किसी आने वाले तूफान का संकेत तो नहीं है। कैप्टन अमरिंदर की चुप्पी को पढ़ने की जरूरत है। कांग्रेस के विश्वस्त सूत्रों का भी मानना है कि जंग अभी जारी है क्योंकि सिद्धू ने धन्यवाद देने में कैप्टन के नाम से तो परहेज किया ही, अपने आपको पुराना और परंपरागत कांग्रेसी सिद्ध करने के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू के साथ अपने पिता की एक तस्वीर ट्वीट कर डाली। उधर सिद्धू की नियुक्ति पर कैप्टन ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इस चुप्पी को उनकी नाराजगी के तौर पर देखा जा रहा है। क्योंकि कैप्टन किसी कीमत पर सिद्धू को अध्यक्ष बनाए जाने के हक में नहीं थे। सिद्धू को रोकने के लिए उन्होंने अपने धुर विरोधी प्रताप सिंह बाजवा से भी हाथ मिलाया था। पंजाब से कांग्रेस के दस सांसदों ने भी रविवार शाम पार्टी अध्यक्ष को पत्र लिखकर सिद्धू को अध्यक्ष नहीं बनाने की अपील की थी। सूत्रों का कहना है कि सोनिया ने पत्र लिखने वाले सांसदों से फोन कर बात की। इसके बावजूद सिद्धू को प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया जो कैप्टन को नागवार लग रहा है।
क्या अब योगी की कैबिनेट में जितिन प्रसाद भी होंगे..
सूत्रों के अनुसार संकेत मिल रहे हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार करेगी। योगी सरकार का यह तीसरा विस्तार होगा। बताया जाता है कि इसके लिए भाजपा संगठन और सरकार ने नाम तय कर लिए हैं। साथ ही इस संबंध में केंद्रीय नेतृत्व की हरी झंडी लेने के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन महामंत्री सुनील बंसल सोमवार को दिल्ली रवाना हो गए। इसी के साथ केंद्रीय नेतृत्व से विधान परिषद के लिए नामित किए जाने वाले एमएलसी के नामों पर भी मंथन होगा। प्रदेश में अधिकतम 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं। फिलहाल योगी मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या कुल 54 है। ऐसे में योगी सरकार अगर कैबिनेट से किसी भी मंत्री को नहीं हटाती है तो भी 6 नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। लोगों की दिलचस्पी यह देखने की है कि हाल ही में कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में पहुंचे राहुल ब्रिगेड के सदस्य रहे जितिन प्रसाद को कैबिनेट में स्थान मिल पाता है या नहीं। भाजपा के इस कदम से कई संकेत तलाशे जाएंगे। माना जा रहा है कि पार्टी विस्तार के जरिये चार मंत्रियों को हटा भी सकती है। ये वे मंत्री हैं जो उम्रदराज हो चुके हैं और उनके कामकाज की रिपोर्ट भी ठीक नहीं आई है।
शर्मनाक कृत्य, भाजपाइयों ने रचा आतंकी हमले का नाटक
पिछले दिनों कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में दो भाजपा नेताओं को खुद पर झूठा आतंकी हमला कराने के लिए गिरफ्तार किया गया है। दोनों ने खुद पर आतंकी हमला होने का नाटक किया। इस मामले में दो सुरक्षा गार्ड भी अरेस्ट हुए हैं। एक अखबार में प्रकाशित खबर के अनुसार भाजपा के दोनों कार्यकर्ताओं ने अपनी सुरक्षा बढ़ाने और बड़े नेताओं का ध्यान अपनी तरफ खींचने के लिए यह कदम उठाया। गार्डों समेत इशफाक अहमद, बशारत अहमद को अदालत में पेश किया गया जहां इन्हें 7 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार शाम को दोनों ने दावा किया कि उन पर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोलियां चलाई थीं, जिसमें इशफाक की बांह में चोट थी। बाद में जांच में सामने आया कि यह जानबूझकर कराया गया आतंकी हमला था। इशफाक बीजेपी के जिला अध्यक्ष मोहम्मद शफी मीर के बेटे हैं। भाजपा ने मीर, उनके बेटे और बशारत अहमद को निलंबित कर आंतरिक जांच शुरू कर दी है।