- प्रणव बजाज

संबल योजना पर जीतू का स्पष्टीकरण, बोले नहीं की थी बंद
जिस संबल योजना को लेकर भाजपा संगठन व सरकार कांग्रेस पर हमलावर बनी हुई है, उस पर पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा की कांग्रेस सरकार ने कभी इस योजना को बंद ही नहीं किया था, बल्कि नया सवेरा योजना लागू कर असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को कई सुविधाएं दी थीं। कन्या विवाह योजना की राशि 51 हजार की और राशि खाते में भेजी। भाजपा सरकार ने योजना का लाभ सामूहिक विवाह तक सीमित कर दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाकर प्रदेशवासियों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने चुनौति देते हुए कहा की मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं में साहस है तो योजना बंद करने का आदेश या अधिसूचना सार्वजनिक करें। किसान, श्रमिक और वंचित वर्ग को लाभ पहुंचाने का काम कमल नाथ सरकार में किया गया था। उनका आरोप है की भाजपा हमेशा पिछड़ा वर्ग विरोधी रही है। जब-जब ओबीसी को अधिकार देने की बात आई, भाजपा ने तत्कालीन सरकार से समर्थन वापस ले लिया। मौजूदा आरक्षण व्यवस्था में ओबीसी के लिए आरक्षित सीटें घटेंगी।
प्रमुख सचिव प्रतीक हजेला पर सीआईडी ने कसा शिंकजा
प्रदेश के वरिष्ठ आइएएस अफसर और वर्तमान में सामाजिक न्याय विभाग के प्रमुख सचिव प्रतीक हजेला की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। इसकी वजह है उनके खिलाफ असम की सीआइडी ने एफआइआर दर्ज कर ली है। उन पर नेशनल रजिस्टर आॅफ सिटीजंस (एनआरसी) का राज्य समन्वयक रहते हुए काम में गड़बड़ी, जालसाजी और गलत रिकॉर्ड बनाने के आरोप हैं। इस गड़बड़ी को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक बताया गया है। हजेला पर एफआइआर एनआरसी के राज्य समन्वयक हितेश देव सरमा ने दर्ज कराई। इसमें कहा गया है की उनके द्वारा कई अपात्रों के नाम इसमें शामिल किए गए हैं। इस मामले में उनके अलावा कई अन्य अफसरों व कर्मचरियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। यह बात अलग है की वे इस मामले में कहते हैं की जब यह पूरा काम न्यायालय की देखरेख में हो रहा था, तो उसमें गड़बड़ी कैसे हो सकती है।
बैठक में गोविंद व मसूद में तनातनी
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह व पार्टी के विधायक आरिफ मसूद के बीच तनातनी देखने को मिली। दरअसल यह तनातनी उस समय हुई जब नेता प्रतिपक्ष नीमच और सिवनी की घटना पर बात खत्म करने के बाद चुप हो गए। इस पर विधायक आरिफ मसूद उन पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि खरगोन और जीरापुर में सांप्रदायिक दंगे हुए जिनमें अल्पसंख्यकों के साथ ज्यादती हुई। इनकी चर्चा क्यों नहीं कर रहे हैं। दरअसल खरगोन वह शहर है जहां से प्रदेश में रामनवमीं के जुलूस पर हमले की शुरुआत हुई थी। इस हमले में दर्जनों हिन्दू घायल हो गए थे और एसपी को भी गोली लगी थी।
बोलीं प्रज्ञा,लालच में आकर महिला ने खुद किया है समर्पण
रेलवे के एडीआरएम गौरव सिंह पर दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज होने पर सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह का कहना है की इस मामले में महिला की भी गलती है। अनुकंपा नियुक्ति के लिए लालच में आकर महिला ने स्वयं उनके सामने समर्पण कर दिया। यह बयान उन्होंने ऑल इंडिया ट्रेन कंट्रोलर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए दिया। उनका कहना है की जब बात नहीं बनी तो महिला ने आत्महत्या की भी कोशिश की। साध्वी ने कहा कि अनुकंपा नियुक्ति तो उनका हक था। कोई परेशानी थी तो उन्हें डीआरएम और मुझसे या अन्य जनप्रतिनिधियों से मिलकर अपना पक्ष रखना था। आरोपी को तो कानून के हिसाब से सजा मिलेगी। उस पर ईनाम भी घोषित किया गया है। दरअसल यह बात सच है की लंबे समय तक संबध बनाने के बाद महिलाएं बात बिगड़ने पर संबधित के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करा देती हैं। इसकी वजह है कानून का महिला प्रधान होना।