- प्रणव बजाज

टीआई विहीन थानों से हो रही चुनावी सुरक्षा व्यवस्था
खंडवा लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के बाद भी सरकार व पुलिस मुख्यालय की लापरवाही ऐसी बनी हुई है कि इस सीट के तहत आने वाले जिलों के अधिकांश थाने ही निरीक्षक विहीन बने हुए हैं। हालत यह है कि इन थानों में कामकाज उपनिरीक्षकों के भरोसे चलाया जा रहा है। चुनाव में प्रचार के दौरान एक तरफ जहां वीआईपी नेताओं का आना जाना बन रहता है , वहीं कानून व्यवस्था की आम दिनों की तरह स्थिति देखनी होती है। इन रिक्त चल रहे थानों की याद भी सरकार व पुलिस अफसरों को ऐसे समय आयी जब चुनावी आचार संहिता लागू हो चुकी था। बीच चुनाव में पुलिस निरीक्षकों की पदस्थापना का प्रस्ताव चुनाव आयोग को भेजना पड़ा है। अब मतदान की तारीख में महज चंद दिन बचे हैं , ऐसे में आयोग ने भी प्रस्ताव को एक तरफ रख दिया है।
साध्वी प्रज्ञा का रुख होगा और सख्त
भोपाल सांसद और साध्वी प्रज्ञा ठाकुर केन्द्रीय विद्यालय परिसर में अवैध रूप से बनाई गई मस्जिद को लेकर अब और सख्त रुख अपनाने वाली हैं। उनकी वजह से विद्यालय के प्राचार्य पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है। वे इस मामले में जिला प्रशासन की रिपोर्ट का इंतजार कर रही हैं। उनका कहना है कि इसके बाद वे इस मामले में केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखेगीं। खास बात यह है कि इस मामले में स्कूल के प्राचार्य को गुमटियों की चिंता तो सताती रही , लेकिन उनके द्वारा कभी भी प्रशासन को अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर पत्र तक नहीं लिखा गया। खैर कुछ हो चाहे न हो इस मामले में मुखर होकर सक्रिय होने से वे अकेले ही प्रदेश की शिव सरकार पर हिन्दुत्व के मामले में भारी पड़ती नजर आने लगी हैं। इस मामले में सबसे अधिक आश्चर्य आमजन को उन नेताओं पर हो रहा है जो हिन्दु़त्व के झंडावरदार तो बनते हैं , लेकिन अब तक उनकी चुप्पी नहीं टूटी है।
जैकलीन को लेकर नाथ को अब श्रीमंत ने घेरा
भाजपा में आने के बाद शायद यह पहला मौका है जब श्रीमंत ने अपने चुनावी भाषणों में कमलनाथ को जमकर घेरा है। उनका कहना है कि कमलनाथ के पास मुख्यमंत्री रहते जैकलीन और सलमान के लिए तो समय होता था , लेकिन जनता के लिए नहीं। कांग्रेस सरकार के डेढ़ साल में विकास बेहाल, युवा कंगाल और मूलभूत सुविधाओं का अकाल सा हो गया था। वे यहीं नहीं रुके बल्कि उनके द्वारा यहां तक कह दिया गया कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के समय बल्लभ भवन चोरों का अड्डा बन गया था और प्रदेश लूट का प्रदेश बन गया था। यही नहीं इस दौरान उनके द्वारा कहा गया कि कमलनाथ ने अपनी सरकार में न केवल जनता के साथ वादा खिलाफी की बल्कि उनके द्वारा भ्रष्टाचार भी किया गया।
भाजपा का दांव पड़ा उलटा
चुनाव प्रचार से बीते दिनों तक दूर रहे कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बहाने भाजपा हमलावर होना शुरू हुई ही थी कांगे्रेस ने सूबे के $गहमंत्री और हाजिर जबाव और अच्छे वक्ता नरोत्तम मिश्रा को चुनावी प्रचार से दूर रहने का मामला उछाल दिया , लिहाजा भाजपा को दांव उलटा पड़ता देख इस मामले में चुप्पी साधनी पड़ी है। दरअसल कांगे्रेस पर भाजपा नेता लगातार दिग्विजय सिंह के दूर रहने पर निशाना साधते हुए कांग्रेस पर सवाल खड़ा कर रहे थे। कांग्रेस की ओर से उत्तर अजय सिंह राहुल भैया द्वारा दिया गया है। दरअसल नरोत्तम मिश्रा का पं बंगाल से लेकर उप्र के चुनाव तक में पार्टी के केन्द्रीय संगठन द्वारा प्रचार के साथ चुनावी मैनेजमेंट में उपयोग किया गया है, इसके बाद प्रदेश में ही हो रही उपेक्षा को लेकर सवाल खड़े होना तो लाजमी हैं।