बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/पूर्व आईएएस अंजू सिंह बघेल के खिलाफ पेश होगा चालान

अंजू सिंह बघेल

पूर्व आईएएस अंजू सिंह बघेल के खिलाफ पेश होगा चालान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सख्ती के बाद रिटायर्ड आईएएस अधिकारी अंजू सिंह बघेल के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में न्यायालय में चालान पेश करने की अनुमति दे दी गई है। कटनी कलेक्टर रहते बघेल ने आदिवासी रामदत्त गौड़ की जमीन अपने बेटे अभियेन्द्र सिंह के नाम स्थानांतरित कर दी थी। इस मामले में रामदत्त गौड़ को राशि का भुगतान भी नहीं किया गया था। मामले की शिकायत के बाद ईओडब्ल्यू ने सितंबर 2017 में शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की थी। जिसमें पाया गया कि कटनी जिले की ग्राम जगुआ बरई की 7.6 हेक्टेयर जमीन आदिवासी रामदत्त गौड़ के नाम थी जिसे सामान्य जाति के व्यक्ति को बेच दिया गया था। पुत्र से पहले जमीन पवन राव के नाम करने के बाद उसे अपने बेटे के नाम पर करा लिया था। मामला आईएएस का होने के कारण राज्य सरकार ने पत्र केंद्र सरकार को भेजा। पिछले 18 अप्रैल को केंद्र सरकार ने चालान पेश करने की अनुमति दे दी है।

एडीजीपी डीपी गुप्ता की हालात गंभीर
मप्र के वरिष्ठ आईपीएस डीपी गुप्ता गंभीर बीमार हो गए हैं। बुधवार को उन्हें विशेष विमान से मुंबई के कोकिला बैन अस्पताल में ले जाया गया। बताया जाता है कि उनका हार्ट का इलाज चल रहा था। उन्हें तीन स्टंट डले थे। दो दिन पहले डाक्टरों ने बताया कि उन्हें लग्स कैंसर है। जिसके बाद उन्हें विशेष विमान से मंगलवार को ले जाने की व्यवस्था की गई थी, लेकिन मौसम की खराबी होने के कारण विशेष विमान भोपाल नहीं आ सका। बुधवार को विशेष विमान से मुंबई के अस्पताल ले जाया गया। डीपी गुप्ता वर्तमान में एडीशनल डीजीपी होमगार्ड के पद पर पदस्थ हैं।

हर तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि मप्र में गवर्नेस बाय डिफॉल्ट है, हर तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है। सरकारी स्कूलों में शिक्षक नहीं, अस्पतालों में डॉक्टर नहीं, खंभों में तार नहीं और तार में बिजली नहीं है। सरकार ने कर्ज लिया और अब कर्ज चुकाने के लिए कर्ज लेना पड़ेगा। कमलनाथ ने बीते रोज भारत जोड़ो अभियान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि आजादी के बाद बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर ने देश के लिए जो संविधान बनाया था और जिसकी शपथ लेकर जिम्मेदार पदों पर बैठकर लोगों की रक्षा करने की प्रतिज्ञा ली जाती थी, लेकिन आज भारत को जोडऩे की अपेक्षा कुछ लोगों द्वारा भारत की संस्कृति को तोडऩे का प्रयास किया जा रहा है।

कई सिंधी भाजपा नेता कर सकते हैं दलबदल
दीपक जोशी के बाद अब भोपाल के कई सिंधी नेता भी सरकार व संगठन की उपेक्षा से आहत होकर चुनाव से पहले भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। हाल ही में मीसाबंदी एवं संघ के स्वयं सेवक रहे कर्नल नारायण पारवानी की मध्यप्रदेश में भी भ्रष्टाचार चरम पर होने की सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी को इसी से जोडक़र देखा जा रहा है। उनका आरोप है कि भाजपा समाज के जमीन से जुड़े नेताओं की लगातार उपेक्षा कर रही है। ग्वालियर जिला भाजपा अध्यक्ष रहे कमल माखीजानी और विकास वीरानी को कार्यकाल पूरा करने से पहले ही हटा दिए जाने को भी नाराजगी का बड़ा कारण बताया जा रहा है। इसी तरह इंदौर के जेपी मूलीचंदानी को भी पार्टी में काम करते हुए लम्बा समय बीत गया लेकिन जहां से चले थे, वहीं खड़े हैं।

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