
हम सब कांग्रेसी एक हैं, विवाद का कोई सवाल ही नहीं
एमपी कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की ऑनलाइन बैठक के दौरान सोमवार शाम पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की नाराजगी की खबरें सामने आईं थीं। बैठक में कांग्रेस में होने वाली नियुक्तियों, सूचनाओं और एजेंडे को लेकर कमलनाथ की नाराजगी की बातें मीडिया में आई। इन खबरों पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुद सफाई दी। पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक्स पर लिखा कि कांग्रेस की मजबूती के लिए और प्रदेश की व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए हम सब कांग्रेसजन एक हैं। विवाद का कोई प्रश्न नहीं है। पिछले दिनों हुई प्रदेश की राजनैतिक मामलों की समिति की बैठक को लेकर मीडिया में नाराजगी के जो कयास लगाए जा रहे हैं, वे निराधार हैं। कमलनाथ के ट्वीट का रिट्वीट करते हुए पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने लिखा- प्रदेशवासियों, मध्य प्रदेश जनसंपर्क अब केवल डॉ. मोहन यादव की सत्ता के कारनामों को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है।
हम अगर आपकी मस्जिद में जाएं, तो मत जाने देना’: शंकराचार्य
द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती ने वक्फ बोर्ड के उस दावे पर कड़ी आपत्ति जताई है। जिसमें वक्फ बोर्ड ने कुंभ मेले की जमीन पर अपना अधिकार बताया है। मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेली ने कुंभ मेले की जमीन को वक्फ बोर्ड का बताया है। जिस पर शंकराचार्य ने कहा कि वक्फ बोर्ड कहीं भी दावा ठोक देता है। जब उन लोगों ने हमारे देश में आक्रमण किया और कुछ समय तक शासन किया तो उस दौरान मंदिरों के अतिरिक्त काफी जगह खाली पड़ी थी, वहां पर मस्जिद बनाते, उनको कौन रोक रहा था। उस समय तो देश में उनका ही राज था। शंकराचार्य ने कहा कि खाली स्थानों में अगर मस्जिदों का निर्माण करते तो आज ये समस्या और हालात नहीं बनते। उन्होंने कहा कि, आज हमारे प्राचीन स्थान हमें प्राप्त हो रहे हैं तो ये हमारा अधिकार है, और हम वापस लेंगे। वक्फ के दावों को लेकर शंकराचार्य जी ने यहां तक कह डाला कि अगर कोई लोकसभा में दावा कर दे तो उसे कौन मानेगा। उन्होंने प्रयागराज में होने वाले कुंभ मेले में सनातनियों ने गैर हिंदुओं पर रोक लगाने की सरकार से मांग पर शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती ने अपनी सहमति जाहिर की है।
विनोद देवड़ा को बनाया जल संसाधन का प्रभारी ईएनसी
राज्य सरकार ने जल संसाधन विभाग के इंदौर में पदस्थ अधीक्षण यंत्री विनोद देवड़ा को नर्मदा ताप्ती कछार में प्रभारी मुख्य अभियंता के पद पर पदस्थ करते हुए प्रमुख अभियंता (ईएनसी) जल संसाधन पदस्थ किया है। उन्हें ईएनसी के साथ ही मुख्य अभियंता केंद्रीयकृत निविदा इकाई भोपाल के रिक्त पद का भी प्रभार दिया गया है। पिछले महीने ही हाईकोर्ट के आदेश पर प्रभारी ईएनसी शिरीश मिश्रा को हटा दिया गया था। इसके बाद से ही ईएनसी का पद रिक्त था। इसके लिए सबसे सीनियर दो इंजीनियरों को सुपरसीड कर देवड़ा को प्रभार दिया गया। जल संसाधन विभाग के उप सचिव राहुल धोटे के हस्ताक्षर से जारी आदेश के अनुसार देवड़ा को बुक ऑफ फाइनेंसियल पॉवर केंद्रीयकृत निविदा इकाई भोपाल के प्रभार में रहने की अवधि तक प्रशासकीय एवं वित्तीय अधिकार भी दिए गए हैं।
पूर्व विधायक हरवंश सिंह ने पाल रखे हैं मगरमच्छ, छापे में हुआ खुलासा
मध्य प्रदेश में इन दिनों आयकर ईडी और लोकायुक्त पुलिस के छापों में जिस कदर सोने का भंडार मिल रहा है, उसकी पहली कड़ी भोपाल में राजेश शर्मा, सौरभ शर्मा, चेतन सिंह गौर थे तो अगली कड़ी में भाजपा के पूर्व विधायक हरवंश सिंह व पूर्व पार्षद राजेश केसरवानी का नाम जुड़ गया है। भोपाल में लावारिस 52 किलोग्राम सोना मिलने के बाद उनके व सागर के ही एक केसरवानी के यहां 19 किलोग्राम सोने के जेवरात मिले हैं। पूर्व विधायक हरवंश सिंह ने बुंदेलखंड के ही एक पूर्व विधायक स्व. भैया राजा की तरह ही अपने घर मगरमच्छ पाल रखे हैं जिससे उनका इलाके में खौफ है। वहीं, आयकर चोरी करने के लिए पूर्व पार्षद केसरवानी के यहां बेनामी संपत्ति भी मिली जिसमें एक आलीशान कार शामिल है और उसका उपयोग एक प्रापर्टी डीलर उपयोग कर रहा था। आयकर विभाग की टीम ने विगत रविवार की सुबह सागर में एक साथ तीन स्थानों पर छापेमारी की थी।