बिहाइंड द कर्टन/बोले नाथ, खाद के बढ़े दाम वापस ले सरकार

  • प्रणव बजाज
कमलनाथ

बोले नाथ, खाद के बढ़े दाम वापस ले सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा की केन्द्र व प्रदेश की शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि उनके द्वारा एक के बाद एक किसान विरोधी फैसले लिए जा रहे हैं।  किसानों के संघर्ष के बाद जैसे-तैसे तीन काले कृषि कानून वापस लिए गए हैं, जिसके बाद अब केंद्र सरकार ने डीएपी और एनपीके उर्वरक के दाम बढ़ाकर किसानों को मुश्किल में डाल दिया है। उनका आरोप है कि मोदी सरकार ने वादा किया था कि वर्ष 2022 में किसानों की आमदनी दोगुनी कर दी जाएगी, लेकिन आमदनी दोगुनी होना तो दूर इफको ने डीएपी की 50 किलो की बोरी 1200 से बढ़ाकर 1350 रुपए और एनपीके की बोरी 1290 रुपए से बढ़ाकर 1470 रुपए की कर दी है। खाद की कीमतों में हुई इस बढ़ोतरी से न केवल खेती की लागत बढ़ेगी, बल्कि पहले ही संकट ग्रस्त कृषि और किसानों की हालत और गंभीर होगी और वे कर्ज के बोझ तले और दब जाएंगे। नाथ ने इन बढ़ी हुई कीमतों को तत्काल वापस लेने की मांग की है।

बोले शिवराज, माननीय बढ़ाएं जनता के बीच सक्रियता
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी पार्टी के सांसद और विधायकों से कहा है कि वे जनता से जुड़ाव बनाए रखने के लिए सामुदायिक कार्यक्रमों में अपनी भागीदारी को और बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि अंबेडकर जयंती पर सभी सांसद, विधायक अपने क्षेत्रों में पंचायत और बूथ स्तर तक कार्यक्रम आयोजित कर अजा वर्ग की प्रतिभाओं का सम्मान करें। सीएम ने अपने निवास से सांसद और विधायकों को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि जल अभिषेक अभियान शुरू होने के बाद जल संरचनाओं की सफाई और निर्माण को प्रोत्साहित करें। उन्होंने भाजपा के अन्न से शुरू हुए सामाजिक न्याय पखवाड़े को लेकर कहा कि इसमें सक्रिय भागीदारी निभाएं साथ ही कहा कि सरकार की ओर भी कार्यक्रम जारी किए जाएंगे। गौरतलब है कि भाजपा सात से 20 अप्रैल तक सामाजिक न्याय पखवाड़े के तहत किसान सभा, टीकाकरण जागरूकता, गृह प्रवेश जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

एक जिले के एसपी व एएसपी निशाने पर
मालवा को अफसरों के हिसाब से धन -धान्य से परिपूर्ण माना जाता है। यही वजह है कि इस अंचल में रसूखदार अफसर ही पदस्थ हो पाते हैं। अगर पुलिस व प्रशासन महकमे की बात हो तो फिर कहना ही क्या है। इस  अंचल के एक जिले के कप्तान व उनके अधीनस्थ एएसपी इन दिनों अपनी कार्यप्रणाली की वजह से बेहद चर्चा में हैं। इसकी जानकारी अब पुलिस मुख्यालय तक भी आ चुकी है। दरअसल कप्तान साहब इन दिनों कभी कभार ही ऑफिस आते हैं। इसकी वजह है उनके आवास पर हर रात होने वाली पार्टियां हैं। इनमें इलाके के अलावा आसपास के जिलों के अलग-अलग क्षेत्र के महारती भी शोभा बढ़ाने पार्टी में आते रहते हैं। सो साहब का काम घर बैठे ही हो जाता है। इसका फायदा एएसपी भी जमकर उठा रहे हैं। यह साहब देर रात कार्यालय में बैठे रहते हैं और मौका मिलते ही खुद ही सरकारी वाहन लेकर हाइवे की सैर पर निकल जाते हैं। हाइवे की सैर का शौंक क्यों है, यह तो साहब ही अच्छी तरह से बता सकते हैं।

क्यों खानी पड़ रही सचिन मामले में कांग्रेस को मात
खंडवा लोकसभा सीट पर उपचुनाव के समय मतदान के ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने वाले कांग्रेस विधायक सचिन बिरला के मामले में कांग्रेस अब तक सदस्यता समाप्ती के लिए तथ्यात्मक सबूत पेश नहीं कर पायी है। यही वजह है कि कांग्रेस की सदस्यता समाप्ती की अर्जी को खारिज कर दिया गया है। इस मामले में कांग्रेस की रणनीति अब तक कोई नहीं समझ पा रहा है। बड़वाह से विधायक सचिन बिरला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ मंच पर फूलों का हार पहनकर भाजपा में शामिल होने का ऐलान कर चुके हैं। यही नहीं उसके बाद से वे लगातार भाजपा के कार्यक्रमों में भी सार्वजनिक रुप से शामिल हो रहे हैं। इसके बाद भी उनकी विधायकी बची हुई है। इसकी वजह बताई जा रही है कि कांग्रेस की आर्जी के साथ बतौर सबूत सीएम के मंच वाले वीडियो में आवाज नहीं थी और शपथ-पत्र में साक्ष्य नहीं थे। इतने बड़े मामले में कांग्रेस द्वारा लगातार की जा रही रणनीतिक चूक किसी को समझ नहीं आ रही है। इसकी वजह से कांग्रेस के रणनीतिकारों पर ही सवाल खड़ा होने शुरू हो गए हैं। 

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