प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम।

दिग्विजय ने फिर साधा वीडी पर निशाना
बीते कुछ माह से भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा लगातार पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के निशाने पर बने हुए हैं। अब एक बार फिर से सिंह ने शर्मा पर निशाना साधते हुए जताया कि वे उनके सामने राजनीति में नौसिखिए हैं। दरअसल हाल ही में शर्मा ने सिंह पर पंचायत चुनाव को लेकर चक्रव्यूह रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा था कि ओबीसी को अवसर न मिले इसके लिए दिग्विजय ने यह चक्रव्यूह रचा। इस पर पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में सबसे पहले पंचायत चुनाव 1994 में उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए कराए थे। इसमें 25 फीसदी आरक्षण का प्रावधान अनुसूचित जनजाति समाज के लिए रखा गया था। उस समय प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा छात्र रहे होंगे। फिलहाल दोनों ही नेताओं के बीच चल रही राजनैतिक आदावद के चलते दोनों ही नेता एक दूसरे पर आरोप -प्रत्यारोप लगाते रहते हैं।
आमंत्रण न मिलने से नाराज पटवारी ने कसा तंज
इंदौर शहर में खंडवा रोड पर नगर निगम के कामों के भूमि पूजन कार्यक्रम में प्रशासन द्वारा प्रोटोकॉल नियमों को तोड़ते हुए क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को आमंत्रित तक नहीं किया। इससे नाराज पटवारी ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए लिखा है कि कि मुख्यमंत्री, खंडवा रोड चौड़ीकरण के दोबारा भूमि पूजन में आपका स्वागत है। उन्होंने कहा कि राऊ विधानसभा एक परिवार है और परिवार में किसी भी प्रकार की सकारात्मक बात होती है और जो भी करता है, उसको साधुवाद। उन्होंने लिखा है कि इस कार्यक्रम में अगर मुझे प्रशासन आमंत्रित करता या आपके आने की विधिवत सूचना देता तो मैं आकर आपका स्वागत भी करता और राऊ विधानसभा में जो और भी जरूरतें हैं, उनसे भी अवगत कराता। चूंकि बिना बुलाए मैं आपके बीच आऊंगा तो इसका राजनीतिक क्षेत्र में अलग भाव बनता है, जो कभी भी मेरी कार्य करने की शैली नहीं रही है।
बोले प्रहलाद- पिछड़ों की लड़ाई मिलकर लड़ना है
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल ने अपनी ही प्रदेश सरकार पर पिछड़ा वर्ग आरक्षण के मामले में अप्रत्यक्ष रुप से निशाना साधा है। पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण को लेकर बनी स्थिति के मामले में वे अपनी ही सरकार को दोषी मानते हैं। दरअसल छिंदवाड़ा में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में भाग लेने पहुंचे पटेल ने ओबीसी आरक्षण पर कहा कि पिछड़ों के नाम पर मुझे आग में मत झोंकिए। मैं पिछड़ों की लड़ाई लड़ता हूं और अच्छे से समझता हूं। आरक्षण को लेकर पिछड़ों के नाम पर सभी को मिलकर यह लड़ाई लड़नी होगी। पटेल ने कहा कि बिहार चुनाव में आरक्षण है। उन्होंने कहा कि देश की संसद ने नौकरियों में 27 प्रतिशत आरक्षण की बात कही, लेकिन निर्वाचन में यह होगा कि नहीं, क्लियर नहीं है। उन्होंने कहा इसे लागू करने से पहले या तो संसद से पूछा जाना चाहिए था या फिर सुप्रीम कोर्ट में जाना था। वो सुप्रीम कोर्ट से इसलिए नहीं पूछ सकते थे, क्योंकि 2009 में कोर्ट कह चुका था कि आपको इस पर काम करना चाहिए, तो बिना कागज देखे जब भी हम कोई फैसला करेंगे तो यह कॉम्प्लिकेशन तो होगा ही।
अब वीडी भी पंचायत चुनाव टालने के पक्ष में
पिछड़ा वर्ग आरक्षण के मामले में पंचायत चुनाव को लेकर जारी अनिश्चितता के बीच अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा भी इन चुनावों को टालने के पक्ष में आ गए हैं। इसके पहले प्रदेश सरकार के कई मंत्री भी प्रत्यक्ष या फिर अप्रत्यक्ष रुप से यह चुनाव पूरी तरह से टालने के पक्ष में दिख चुके हैं। यह बात अलग है कि शर्मा ने इसके लिए अब कोरोना संक्रमण के बढ़ने का अंदेशा जताया है। उनका कहना है कि इस संभावना के चलते यदि पंचायत चुनाव को टाला जाए तो अच्छा होगा। उनका कहना है कि पंचायत चुनाव हुए तो संभव है कि संक्रमण का असर बढ़ सकता है, इसलिए संभव हो तो चुनाव को टालना ही सही होगा। दरअसल पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित पदों वाले वार्ड पर चुनाव प्रक्रिया निरस्त की जा चुकी है और चुनाव परिणाम भी घोषित नहीं किए जाने हैं, ऐसे में चुनाव की कोई उपयोगिता वैसे भी नहीं रहने वाली है।