बिहाइंड द कर्टन/बोले तोमर : केन्द्र मोटा अनाज खरीदने को तैयार

  • प्रणव बजाज
नरेन्द्र सिंह तोमर

बोले तोमर : केन्द्र मोटा अनाज खरीदने को तैयार
केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का कहना है कि अगर प्रदेश सरकार प्रस्ताव भेजे तो केन्द्र सरकार मोटा अनाज खरीदने को तैयार है। उनका कहना है कि नरेन्द्र मोदी सरकार  लगातार किसानों की आय वृद्वि के प्रयास कर रही है। उनका कहना है कि गांव व कृषि एक दूसरे के पूरक हैं, इसलिए प्रकृति से पैदा हुई कोई भी चीज खराब नहीं होती है, उसका उपयोग करना आना चाहिए। उनका कहना है कि आपका विचार और हमारा सहयोग दोनों मिलकर उद्योग खड़ा कर सकते हैं। दरअसल प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए मोटा अनाज अपने स्तर पर खरीदा जा रहा है। यही नहीं प्रदेश में इन दिनों सरकार को पूरा जोर एक जिला एक उत्पाद पर भी बना हुआ है। इसकी वजह से जिले को पहचान तो मिलेगी ही साथ ही कृषि उत्पाद के दाम भी अच्छे मिलेगें और रोजगार के साधनों में भी वृद्वि होगी।

प्रदेश के नेताओं की सभाएं नही भा रहीं उप्र के प्रत्याशियों को
वैसे तो पड़ौसी राज्य होने की वजह से मप्र का उप्र से अत्याधिक वास्ता रहता है , जिसकी वजह से बीते चुनावों तक मप्र के नेताओं की मांग उप्र चुनावों में बहुत अधिक रही है ,लेकिन इस बार ऐसा नही है। यह हाल भाजपा के साथ ही कांग्रेस में भी है। यह बात अलग है की कुछ नेताओं की तैनाती जरुर उप्र में की गई है , लेकिन वह चुनाव प्रबंधन तक ही सीमित है। इस मामले में भाजपा का कहना है कि उप्र चुनाव में केंद्रीय संगठन की अपनी कार्य योजना है। जहां जिस नेता की जरूरत होती है उसे वहां भेजा जाता है। कुछ सीमावर्ती जिलों में भाजपा कार्यकर्ताओं को मैदानी तैयारियों के लिए भेजा भी गया है। खास बात यह है कि इस बार कांग्रेस में भी दिग्विजय सिंह व कमलनाथ जैसे नेताओं को भी उप्र के चुनाव से दूर रखा गया है। इन नेताओं को उप्र के बुंदेलखंड इलाके का भी जिम्मा नहीं दिया गया है, जहां पर 20 फरवरी को मतदान होना है। इस अंचल में 16 जिले आते हैं।

कार्यकर्ता ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा का कहना है कि भाजपा संगठन पूरी तरह से कार्यकर्ताओं पर आधारित है। कार्यकर्ता ही हमारी पूंजी और ताकत है। उनका कहना है कि अगर भाजपा का कोई जनप्रतिनिधि चुनाव जीतता है और शीर्ष पर पहुंचता है तो इसकी वजह भी कार्यकर्ता ही होते हैं। चुनाव में हमारा कोई प्रत्याशी नहीं होता है, बल्कि एक -एक कार्यकर्ता प्रत्याशियों की भूमिका में होता है। कार्यकर्ता खुद को प्रत्याशी मानकर चुनाव लड़ता है, तब जाकर  चुनाव जीतता है। उन्होंने अपने लोकसभा चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्हें तों लोकसभा चुनाव में महज 12 दिन का समय मिला था, लेकिन कार्यकर्ताओं ने मिलकर पूरी एकजुटता के साथ मेहनत कर चुनाव जीता दिया। उनका कहना है कि भाजपा पूरी तरह से कार्यकर्ता आधारित संगठन है। हमारे प्रधानमंत्री कार्यकर्ताओं पर इसकी वजह से ही गर्व करते हैं।

अब प्रदेश में शुरू होगा ड्रोन में डिप्लोमा कोर्स
मप्र ऐसा राज्य बनने जा रहा है, जहां पर युवाओं को जल्द ही ड्रोन के मामले में भी डिप्लोमा कोर्स करने का मौका मिल सकेगा। इसके लिए प्रदेश की ड्रोन नीति में प्रावधान किए जा रहे हैं। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। हाल ही में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस की अध्यक्षता में हुई बैठक में ड्रोन नीति पर विस्तार से चर्चा की गई। इसमें तय किया गया है कि सूबे में पांच ड्रोन स्कूल खोले जाएंगे। इसके साथ ही भोपाल व इंदौर के आईटीआई में डिप्लोमा कोर्स कराने पर भी सहमति बन गई है। सरकार ड्रोन का बड़े पैमाने पर खेती व सरकारी कामकाज में उपयोग करने की मंशा रखती है। इसके उपयोग से न केवल सटीक जानकारी मिल सकेगी , बल्कि समय और पैसे की भी बचत हो सकेगी। यह तकनीक बेहद सस्ती मानी जाती है।

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