बा खबर असरदार/क्यों नाराज हैं मंत्री जी?

  • हरीश फतेह चंदानी
 मंत्री जी

क्यों नाराज हैं मंत्री जी?
आत्मनिर्भर मप्र बनाने के लिए प्रदेश के जिस विभाग पर सबसे अधिक जिम्मेदारी है, उस विभाग के मंत्री और प्रमुख सचिव में इन दिनों पटरी नहीं बैठ रही है। आलम यह है कि दोनों में अबोला की स्थिति बनी हुई है। जबकि आगामी दिनों में इस विभाग के जिम्मेदारों को कई ऐसे रोड शो और विदेशी दौरे करने हैं, जिससे प्रदेश में निवेश की बरसात होगी। लेकिन इससे पहले ही मंत्री और पीएस के बीच दरार पड़ गई है। जब यह खबर प्रदेश की प्रशासनिक वीथिका में सामने आई तो लोग इसकी पड़ताल में जुट गए। बताया जाता है कि मंत्रीजी पीएस से नाराज किसलिए हैं, इसकी कोई वजह सामने नहीं आ पाई है। लेकिन सूत्रों ने बताया है कि प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को लेकर मंत्रीजी कुछ नाखुश हैं। दरअसल, जिस क्षेत्र में यह हवाई अड्डा प्रस्तावित है, वहां के विधायक मुख्यमंत्री से मुलाकात करना चाहते हैं, लेकिन मंत्रीजी को यह पसंद नहीं है। जबकि पीएस ने सीएम से मिलाने की व्यवस्था कर दी थी।

मंत्री और डायरेक्टर में ठनी
मप्र में सरकार की प्राथमिकता में किसान सबसे ऊपर है। सरकार किसानों की आमदनी दोगुना करने और कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लक्ष्य पर काम कर रही है, लेकिन इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए जिन विभागों को जिम्मेदारी दी गई है, उनमें से एक विभाग के मंत्री और डायरेक्टर के बीच पटरी नहीं बैठ रही है। यह वह विभाग है, जो भ्रष्टाचार के लिए लगातार चर्चा में रहता है। इस विभाग को केंद्र सरकार की तरफ से बड़ा बजट मिलता है, ताकि विभाग किसानों को विभिन्न प्रकार के अनुदान देकर कृषि को लाभ का धंधा बनाए। लेकिन वर्तमान समय में विभाग में जिस महिला आईएएस अधिकारी के पास यह  महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है, उनकी मंत्री से ठनी हुई है। 2012 बैच की यह महिला अधिकारी अपनी कारस्तानियों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। कहा तो यहां तक जाता है कि ,उनकी भाजपा नेताओं से हमेशा ठनी रहती है।  इस बार उनकी विभागीय मंत्री से ठनी हुई है।  सूत्रों का कहना है कि वे मंत्री को तनिक भी भाव नहीं देती हैं।  ऐसे में मंत्री और डायरेक्टर की खींचतान में विभाग का काम प्रभावित हो रहा है। न अफसर ठीक से काम कर पा रहे हैं और न ही विभाग के कर्मचारी। इसका खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है। सूत्र बताते हैं कि दोनों के बीच मची तकरार की खबर शासन और प्रशासन के मुखिया तक पहुंच गई है। अब देखना यह है कि दोनों में मची तनातनी का पटाक्षेप कैसे और कब होता है।

साहब फाइलें छोड़ छुट्टी पर
शासन और प्रशासन के मुखिया अधिकारियों को तेज गति से काम करने के दिशा-निर्देश दे रहे हैं। इसी बीच संस्कारधानी के एक बड़े साहब फाइलों का अंबार छोड़कर छुट्टी पर चले गए हैं।  निर्माण कार्य सहित फ्री होल्ड लीज, नामांतरण, नवीनीकरण सहित अन्य जरूरी फाइलें अटकी पड़ी हैं। 2014 बैच के उक्त आईएएस अफसर को अवकाश पर गए तकरीबन 28 दिन हो गए हैं। नतीजतन शहर में विकास व निर्माण कार्य जहां प्रभावित हो रहे हैं। वहीं फ्री होल्ड लीज, लीज नवीनीकरण, नामांतरण सहित शहर विकास को लेकर एमआइसी में पारित विकास व निर्माण कार्यों की स्वीकृति भी नहीं मिल पा रही है। वैसे तो साहब 21 अक्टूबर तक अवकाश पर थे पर शनिवार, रविवार और फिर दीपावली में पड़ रही छुट्टियों के कारण वे 26 अक्टूबर तक अवकाश पर रहेंगे। वहीं नगर निगम की एमआइसी में चौराहों का नामकरण, मूर्ति स्थापना, निर्माण कार्य सहित जो निर्णय पारित किए थे उस पर भी अमल नहीं हो रहा है।

कलेक्टर के इम्तिहान में सब फेल
2009 बैच के एक आईएएस अधिकारी हमेशा अपनी गतिविधियों के कारण चर्चा में रहते हैं। वर्तमान में साहब महाकौशल के एक जिले के कलेक्टर हैं। अपने नवाचारों के कारण हमेशा सुर्खियों में रहने वाले साहब अचानक एक दिन जिले के एक गांव के एक स्कूल में पहुंच गए। स्कूल पहुंचते ही उन्होंने वहां छात्रों से बात की। इतना ही नहीं कलेक्टर बच्चों के सामने टीचर बन गए और उन्होंने अपने हाथों मे चाक लेकर बोर्ड में कुछ सवाल छात्रों को हल करने के लिए दिया, जिसका जवाब छात्र नहीं दे पाए, लिहाजा कलेक्टर ने स्कूल में पदस्थ शिक्षकों पर कार्रवाई करते हुए प्राचार्य को तुरंत ही पद से हटा दिया, जबकि तीन टीचरों की वेतन वृद्धि रोक दी।  स्कूल में पदस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर की सेवा समाप्ति का नोटिस भी दे दिए। दरअसल, साहब को स्कूल में कई तरह की खामियां मिली थीं। जिससे साहब गुस्से में थे और उसके शिकार शिक्षक हो गए।

सांसद रीति पाठक और विधायक अमर सिंह
सिंगरौली जिले के चितरंगी विधानसभा क्षेत्र में गोरबी गांव में पहुंचे भाजपा सांसद रीति पाठक और विधायक अमर सिंह जनता के सवालों से घबराकर भागे। दोनों ही नेता आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत सरकार की उपलब्धियां बताने के लिए गोरबी स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे थे। यहां जब इनके द्वारा सरकार का गुणगान किया जा रहा था तो पब्लिक ने सड़क और विकास कार्यों को लेकर सवाल दागने शुरू कर दिए। महिलाओं और लोगों के सवालों का जवाब न देने पाने पर विधायक अमर सिंह और सांसद रीति पाठक ने वहां से खिसखना ही उचित समझा ।  इसके बाद पुलिस की सुरक्षा के बीच हड़बड़ी में नेता वहां से भाग निकले। पुलिस ने जैसे तैसे दोनों को वाहन के साथ निकाला।  इस बीच ग्रामीणों ने दोनों नेताओं का वाहन घेरने की कोशिश भी की।

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