क्या आप जानते हैँ अर्थराइटिस के ये फैक्ट्स

अर्थराइटिस

बिच्छू डाॅट कॉम। गठिया यानी आर्थराइटिस एक ऐसी बीमारी है, जो किसी को भी, किसी भी समय जकड़ सकती है। वहीं, बढ़ती उम्र में इसका खतरा और भी बढ़ जाता है। बीते तीस सालों में 65 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों में इस बीमारी का खतरा काफी बढ़ गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि बच्चों में भी  अर्थराइटिस  बीमारी का खतरा बढ़ गया है। बच्चों खासकर टीनएज में अर्थराइटिस की बीमारी हो सकती है। इसे जुवेनाइल आइडियोपैथिक आर्थराइटिस कहा जाता है दुनिया भर में 350 मिलियन से अधिक लोग इस बीमारी के शिकार हैं। इस बीमारी के होने का कोई एक कारण नहीं है बल्कि ऐसे कई कारण हैं, जिनके कारण ये बीमारी हो सकती है।

गठिया या अर्थराइटिस क्या है?
गठिया जोड़ों की सूजन है, एक सामान्य विकार जो दर्द और परेशानी का कारण बनता है। यह आपके पैरों, हाथों, हिप्स, घुटनों, पीठ के निचले हिस्से और शरीर के अन्य हिस्सों में भी हो सकता है।

स्ट्रेस
स्ट्रेस के कारण भी अर्थराइटिस हो सकता है। स्ट्रेस की वजह से बॉडी में ऐसे हार्मोंस रिलीज होते हैं, जिससे हड्डियां भी धीरे-धीरे कमजोर होती जाती है।

स्मोकिंग
स्मोकिंग करना हर लिहाज से शरीर के लिए हानिकारक है। स्मोकिंग करने से अर्थराइटिस की बीमारी होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है।

फैमिली हिस्ट्री
फैमिली हिस्ट्री यानी अगर आपके परिवार में किसी को आर्थराइटिस की बीमारी है, तो आने वाली पीढ़ी को भी आर्थराइटिस होने के चांसेस बढ़ जाते हैं। ऐसे में पहले से सावधानी रखना बहुत जरूरी है। 

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