
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। कमलनाथ द्वारा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा को लेकर दिया गया निक्कर वाला बयान अब उन्हें भारी पड़ रहा है। यही वजह है कि अब कहा जा रहा है कि वीडी के निक्कर से नाथ कांग्रेस को चक्कर आने लगे हैं। हालत यह हो गई है कि अब कांग्रेस इस मामले में बैकफुट पर नजर आने लगी है। यही नहीं अब इस मामले में भाजपा के उपचुनाव के लिए बनाए गए बार रुम में विशेष योजना भी बनाई जा रही है, जिससे की उपचुनाव के दौरान और अधिक कारगर रूप से इस मामले में कांग्रेस पर हमला किया जा सके। दरअसल इस बहाने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अप्रत्यक्ष रुप से आरएसएस पर हमला किया था, जिसे अब भाजपा ने बेहद गंभीरता से लिया है। यही वजह है कि अब तो इस मामले में वीडी ही नहीं कैलाश विजयवर्गीय और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जैसे नेता भी नाथ के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। बार रुम में इसको लेकर इस तरह की योजना तैयार की जा रही है जिससे की इस बयान का कांग्रेस के खिलाफ पूरे एक पखवाड़े तक उपचुनाव में भी उपयोग किया जा सके। योजना के तहत अब उपचुनाव वाले इलाकों में होने वाली सभाओं से लेकर भाजपा मीडिया सेंटर में होने वाली हर पत्रकार वार्ता में इसका उल्लेख कर कांग्रेस पर हमला किया जाएगा। दरअसल खंडवा में एक उपचुनावी सभा के दौरान कमलनाथ ने कहा था कि जब वीडी शर्मा निक्कर पहनते थे तब वे राजनीति में आ चुके थे। इस बयान को भाजपा ने कितनी गंभीरता से लिया है इससे ही समझा जा चुका है कि दशहरा के दिन एक सार्वजनिक कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कमलनाथ ने भी बचपन में चड्ढी पहनी ही होगी। वह पजामा पहनकर तो पैदा नहीं हुए होंगे। विजयवर्गीय ने नसीहत देते हुए कहा कि कांग्रेस एक पुरानी पार्टी है। उनके नेता भी पुराने हैं। उन्हें अपनी मर्यादा में रहना चाहिए। हम किसी पर भी ऐसी टिप्पणी ना करें कि जब मिले तो आंख से आंख ना मिला सकें। इसी तरह से इसके पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कमलनाथ को उत्तर दे चुके हैं। यही नहीं अब तक नाथ सरकार और उन पर हमला करने के मामले में नरम रुख अपनाने वाली भाजपा ने अब आक्रमक रुख अख्तियार कर रही है। इसके जबाव में अब तो भाजपा का वार रुम कांग्रेस की 15 माह के कार्यकाल की असफलताओं के अलावा कांग्रेस के ट्वीटर से की गई राजनीति को भी ख्ांगालने में जुटा हुआ है। इसकी वजह से अब भाजपा के रणनीतिकारों द्वारा ऐसी योजना बनाई जा रही है , जिसमें कांग्रेस की छोटी-बड़ी सभी तरह की असफलताओं को आक्रमक रुप से जनता के बीच रखा जाएगा, जिससे की आमजन के बीच कांग्रेस की छवि और खराब हो सके। यह सभी मुद्दे उपचुनाव वाले इलाके में उठाए जाएंगे। इसके साथ ही भाजपा नेता प्रदेश की शिव सरकार व केन्द्र की मोदी सरकार की जनहितैषी योजनाओं को भी बखान करेगी। इसके लिए वार रुम द्वारा नारे व मुहावरों को भी तैयार कराने का काम किया जा रहा है। इनको कुछ तरह से तैयार कर उनका उपयोग करने की रणनीति बनाई जा रही है जिससे की कांग्रेस द्वारा मंहगाई, कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार जैसे मामलों में की जाने वाली घेराबंदी को तोड़ा जा सके।
यह है विवाद की वजह
अगस्ता डील में दलाली को लेकर हाल ही में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने पैंडोरा पेपर्स के हवाले से कमलनाथ पर आरोप लगाया था कि उसमें नाथ के साथ ही उनके बेटे नकुल नाथ को दलाली मिली थी। नकुल एनआरआई है और इस मामले में दलाली का पूरा खेल दुबई में खेला गया था। वीडी ने इस मामले में नाथ से सामने आकर जनता को यह बताने का आग्रह किया था कि वे बताएं कि उनके द्वारा दलाली ली गई है या नहीं। इसके बाद ही कमलनाथ द्वारा वीडी को लेकर निक्कर वाला बयान दिया गया था।
साथ नहीं मिलने से थे नाराज
कमल नाथ द्वारा दिए गए बयान के बाद जब उनके पक्ष में संगठन व सरकार ने मोर्चा नहीं खोला तो वीडी शर्मा बेहद नाराज हो गए थे। बताया जा रहा है कि उनकी नाराजगी का पता चलने के बाद ही कैलाश विजयवर्गीय से लेकर शिवराज को मैदान में आना पड़ा। यही नहीं उनकी नाराजगी इससे समझी जा सकती है कि उनके द्वारा यहां तक कह दिया गया था कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को उनके पीछे लगाया गया है। उनके इस बयान के राजनैतिक विश्लेष्कों द्वारा अलग -अलग मायने निकाले जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कमलनाथ के बयान के पहले दिग्विजय सिंह द्वारा भी पन्ना जिले में हो रहे अवैध रेत उत्खनन का मामला न केवल उठाया गया, बल्कि इस मामले में मुख्यमंत्री को पत्र तक लिखा जा चुका है। यह जिला शर्मा के संसदीय इलाके में आता है।