
नयी दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। भारतीय जैविलन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक खिताब क्या जीता… चारों ओर उनकी बल्ले बल्ले हो रही है…. ओलंपिक चैंपियन बनने के बाद वे विश्व एथलेटिक्स में भी नंबर दो का तमगा हासिल कर चुके हैं और अब सोशल मीडिया प्लेटफार्म में इंस्टाग्राम में भी नीरज ने एथलेटिक्स खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा फालोवर्स का शिखर छू लिया है। आपको बतादें कि ओलंपिक से पहले नीरज चोपड़ा के इंस्टाग्राम फालोअर्स की संख्या महज एक लाख 43 हजार थी जो ओलंपिक गोल्ड जीतते ही 22 गुना बढ़ोत्तरी के साथ 34 लाख पर पहुंच गयी है। 100 साल से ज्यादा के इतिहास में भारत ने एथलेटिक्स में कोई मेडल नहीं जीता. नीरज चोपड़ा ने भारत के इस लंबे इंतजार को खत्म किया. चोपड़ा ने पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता के फाइनल जीतकर पोडियम पर शीर्ष स्थान हासिल किया और टोक्यो ओलंपिक में भारत का एकमात्र गोल्ड मेडल जीता. वहीं, नीरज चोपड़ा को अपना आदर्श मानने वाले उनके पाकिस्तानी प्रतिद्वंद्वी अरशद नदीम फाइनल में 5वें स्थान पर रहे।नीरज चोपड़ा और अरशद नदीम दोनों ने क्वॉलिफिकेशन राउंड की शुरुआत आत्मविश्वास से की थी और अपने-अपने ग्रुप में टॉप किया था. चोपड़ा क्वॉलिफाइंग दौर में 86.65 मीटर के थ्रो के साथ अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहे थे, जबकि नदीम ने 85.16 मीटर फेंककर फाइनल में जगह बनाई थी. फाइनल मुकाबले में नीरज चोपड़ा के 87.58 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो ने उन्हें गोल्ड मेडल हासिल करने में मदद की, जबकि पाकिस्तानी भाला स्टार 84.62 मीटर थ्रो के साथ 5 वें स्थान पर रहे।
हाल ही में एक इंटरव्यू में नीरज चोपड़ा ने खुलासा किया कि वह नदीम को फाइनल में देखकर वह खुश थे. उन्होंने कहा कि यह एशियाई भाला फेंक खेल के लिए एक अच्छा संकेत था, क्योंकि इस खेल में पारंपरिक रूप से यूरोपीय लोगों का वर्चस्व रहा है. वहीं, चोपड़ा ने नदीम को अगली बार मेडल के लिए कड़ी मेहनत करने को कहा। नीरज चोपड़ा ने एक इंटरव्यू में कहा, ”मेडल वास्तव में उस समय आपकी किस्मत पर निर्भर करता है. मैंने उस वक्त कहा था कि यह बहुत अच्छा है कि हम दोनों फाइनल में पहुंचे हैं. आपको ऐसा प्रदर्शन करने वाले एशियाई थ्रोअर बहुत कम मिलते हैं. इस खेल में यूरोपीय आम तौर पर बहुत प्रभावशाली होते हैं. यह पहली बार था, जब भारत और पाकिस्तान फाइनल में पहुंचे. यह सब कड़ी मेहनत पर आधारित है और आपको इसका सम्मान करना होगा. मेडल तो नहीं आया, लेकिन मैंने उनसे ऑल द बेस्ट कहा. अगली बार मेडल के लिए मेहनत करो.”टोक्यो ओलंपिक में भारत को गोल्ड दिलाने वाले भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा विश्व एथलेटिक्स रैंकिंग में दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं. 23 साल के नीरज के 1315 प्वाइंट हैं. जेवलिन थ्रो में जर्मनी के जोहानस वेटर (1396) टॉप पर हैं. पोलैंड के मार्सिन क्रुकोवस्की तीसरे, चेक गणराज्य के जैकब वाडलेजच चौथे और जर्मनी के जूलियन वेबर पांचवें नंबर पर हैं. नीरज चोपड़ा ने टोक्यो खेलों में 87.58 मीटर भाला फेंककर देश को एथलेटिक्स में पहला ओलंपिक पदक दिलाया था. वह ओलंपिक खेलों में व्यक्तिगत गोल्ड जीतने वाले केवल दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं।