
भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। राज्य सरकार ने फोर्टिफाइड नमक के अच्छे परिणाम को देखते हुए अब इसको बढ़ावा देने के लिए योजना तैयार की है। इसके तहत मध्य प्रदेश स्टेट सिविल सप्लाई कारपोरेशन ने प्रदेश के 94 हजार आंगनवाड़ी केंद्रों, स्कूलों और सरकारी अस्पतालों में तैयार होने वाले आहार में इसको इस्तेमाल करने की कार्ययोजना पर काम शरू कर दिया है। दरअसल पूर्व में राज्य सरकार ने वर्ष 2018 में प्रदेश के बीस जिलों के 89 विकास खंडों में राशन के साथ डबल फोटीर्फाइड नमक देना शुरू किया था। अब इसके अच्छे परिणाम आने पर इसे बच्चों, गर्भवती धात्री माताओं और मरीजों के खाने में भी इस्तेमाल के लिए फैसला किया गया है।
सरकार का दावा रक्त अल्पता में आई कमी
डबल फोर्टिफाइड नमक को लेकर सरकार ने दावा किया है कि इसके उपयोग से रक्त अल्पता में कमी आई है। यही वजह है कि अब इसका दायरा बढ़ाते हुए इसे प्रदेश के 94 हजार से ज्यादा आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों, गर्भवती एवं धात्री माताओं और सरकारी अस्पताल में मरीजों के लिए बंटने वाले खाने में इस्तेमाल किया जाएगा। दावे के अनुसार इसके इस्तेमाल से रक्त अल्पता में करीब पांच फीसदी तक की कमी आई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सर्वेक्षण चार के अनुसार प्रदेश के 6 से 59 माह के 68.9 फीसद बच्चे, 15 से 49 साल के 52.4 फीसद महिलाएं 54 फीसद गर्भवती एवं 15 से 49 साल के 25.5 फीसद पुरुष खून की कमी के शिकार हैं। प्रदेश में रक्त अल्पता को कम करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ऐसे बच्चे, महिला और पुरुषों को अनुपूरक के रूप में आयरन फोलिक एसिड दे रही है।
मैदानी अमले को दिया गया प्रशिक्षण
इस योजना के संबंध में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहू लाल सिंह की उपस्थिति में बीते रोज भोपाल में महिला एवं बाल विकास विभाग और कारपोरेशन के मैदानी अधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया। इस दौरान मंत्री सिंह ने डबल फोर्टिफाइड नमक के लोकार्पण कार्यक्रम में विभाग के प्रतिनिधियों को प्रतीकात्मक पैकेट भी बांटे।