- प्रणव बजाज

जब कमलनाथ ने मित्रता दिवस पर सीएम शिवराज को याद दिलाए वादे
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मित्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मित्र शिवराज जी, आपको मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। सौदेबाजी से बनी आपकी सरकार को वैसे तो 16 माह के करीब हो चुके हैं, लेकिन इन 16 महीनों में प्रदेश की जनता को मैदान में एक दिन भी कहीं भी आपकी सरकार नजर नहीं आई। जिस हिसाब से असंतुष्ट आपकी कुर्सी के पीछे निरंतर लगे हैं, पता नहीं कि आप कब तक अपनी कुर्सी को सुरक्षित रख पाते हैं? लेकिन उम्मीद करता हूं कि जब तक आप मुख्यमंत्री रहें, प्रदेश की जनता से किए अपने वादों, घोषणाओं को पूरा करने का कुछ तो प्रयास करें। कोरोना की दूसरी लहर में जनता ने आपकी सरकार के कुप्रबंधन का जो खामियाजा भुगता है उस पर राहत के कुछ तो प्रयास करें। आज फिर प्रदेश में माफिया राज लौट आया है, उसको लेकर अपने जुमलों पर अमल करें। नाथ ने आगे लिखा कि आज जनता महंगाई से परेशान है, आज हर वर्ग परेशान है, उस दिशा में आप कुछ तो ठोस कदम उठाएं।
चुनाव से पहले बनेगा श्रीरामलला फ्लोर
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने इस बात के संकेत दिए हैं कि वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में श्रीराम मंदिर का रामलला फ्लोर बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण ट्रस्ट को दो उम्मीदें हैं। पहली ये कि मंदिर का बेसमेंट का काम इस साल के अंत तक पूरा करा लिया जाए और दूसरी रामलला फ्लोर का निर्माण 2024 में पूरा करके दर्शन कराने की तैयारी है। आलोक कुमार ने मठ-मंदिरों के सरकारी नियंत्रण पर चिंता जताते हुए कहा कि देश के मठ और मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त होना चाहिए। मस्जिदों का रखरखाव वक्फ बोर्ड करता है, गुरुद्वारे के लिए प्रबंधन कमेटी है, ऐसे ही चर्च भी नियंत्रित होते हैं जबकि मठ-मंदिरों का नियंत्रण सरकार कर रही है। यही नहीं उन्होंने कहा कि ऐसी सभी धार्मिक संस्थाओं का दायित्व समाज को सौंपने के लिए कानून बनना चाहिए।
अरुण ने ट्वीट के जरिए बताया पार्टी के प्रति समर्पण
कांग्रेस से नाराजगी की खबरों के बीच पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने एक ट्वीट कर पार्टी के प्रति अपने और परिवार का समर्पण बताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि मेरे शरीर व परिवार के रक्त की एक-एक बूंद में कांग्रेस विचारधारा का प्रभाव होता है। मेरे और मेरे परिवार के नाम के आगे यादव लिखा हुआ है, सिंधिया नहीं। अलगाववादी ताकतों को मुंह की खाना पड़ेगी। अरुण यादव के इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि शाबास अरुण आपसे यही हम सभी लोगों की उम्मीद है।
क्यों ठनी संस्कृति संचालक की सांची विवि की कुलपति से
नियम कानून की सख्त सांची विश्वविद्यालय की कुलपति नीरजा गुप्ता से संस्कृति संचालक अदिति त्रिपाठी में एक महिला अफसर को प्रतिनियुक्ति की एनओसी नहीं दिए जाने को लेकर ठन गई है। हालांकि कहा जा रहा है कि त्रिपाठी ने कुलपति पर दबाव बनाने की बहुत कोशिश की लेकिन कुलपति नीरजा गुप्ता ने उसमें पेंच फंसा दिया। दरअसल अदिति त्रिपाठी सांची विश्वविद्यालय में पदस्थ एक महिला अधिकारी को संस्कृति विभाग में प्रतिनियुक्ति पर लाना के लिए प्रयासरत हैं। जानकारी के अनुसार जब अदिति त्रिपाठी हिंदी विश्वविद्यालय में रजिस्ट्रार के पद पर पदस्थ तब अचानक उन्हें उनके मूल विभाग वित्त में लौटा दिया था। इसके बाद त्रिपाठी ने अपने संपर्कों की मदद से संचालक संस्कृति के पद पर अपनी पदस्थापना करा ली थी। हालांकि तब वित्त विभाग के अफसर को संस्कृति में विभाग में लेने का विरोध भी हुआ था। वहीं अब त्रिपाठी उनके साथ सांची विश्वविद्यालय में डिप्टी डायरेक्टर पब्लिकेशन के पद पर पदस्थ रहीं वंदना जैन को प्रतिनियुक्ति पर संस्कृति संचालनालय में लाने की कोशिश में है लेकिन संस्कृति विश्वविद्यालय की कुलपति नीरज गुप्ता इस मामले में अड़ गईं हैं। देखना दिलचस्प होगा कि अब इस मामले का पटाक्षेप कैसे होता है।