क्रिकेट बुक से…..मुथैया मुरलीधरन….बिस्कुट बनाने वाले का बेटा कैसे बन गया दुनिया का धुरंधर गेंदबाज……

मुथैया मुरलीधरन

नई दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। क्रिकेट में कहावत है रिकॉर्ड बनते ही टूटने के लिए हैं लेकिन कुछ रिकॉर्ड ऐसे होते हैं जहां ये कहावत शायद सटीक ना बैठे. श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन का 800 टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड भी कुछ ऐसा ही है। आपको बता दें मुरलीधरन ने साल 2008 में भारत के खिलाफ इस कारनामे को अंजाम दिया था. मुथैया मुरलीधरन ने आज से 13 साल पहले 800 टेस्ट विकेट पूरे किये थे. मुरलीधरन ने अपने टेस्ट करियर की आखिरी गेंद पर विकेट झटका और इसके बाद क्रिकेट को अलविदा कह दिया. अपने 18 साल लंबे टेस्ट करियर के आखिरी दिन मुरलीधरन ने भारतीय खिलाड़ी प्रज्ञान ओझा का विकेट चटकाकर 800 टेस्ट विकेट लेने का कारनामा किया. मुरलीधरन की गेंद पर स्लिप में खड़े महेला जयवर्धने ने जैसे ही ओझा का कैच लपका उसी के साथ ही श्रीलंका को जीत मिली और मुरलीधरन को उनके करियर की परफेक्ट विदाई। मुरलीधरन को 800 विकेट लेने में काफी कठिनाई हुई. मुरलीधरन ने भारत के खिलाफ पहली पारी में तो 63 रन देकर 5 विकेट चटकाए लेकिन दूसरी पारी में 3 विकेट लेने के लिए उन्हें 44.4 ओवर फेंकने पड़े। गॉल टेस्ट के दूसरे दिन तक ऐसा लग रहा था कि मुरलीधरन 800 टेस्ट विकेट पूरे नहीं कर पाएंगे लेकिन भारतीय बल्लेबाजों की खराब बल्लेबाजी मुरली को नहीं रोक पाई. गॉल टेस्ट के पहले दिन मुरलीधरन ने सचिन का विकेट लेकर अपने टेस्ट विकेटों की संख्या 793 कर ली. इसके बाद दूसरे दिन का खेल बारिश में धुल गया और ऐसा लगा कि मुरली अब 800 का आंकड़ा नहीं छू पाएंगे. लेकिन खेल के चौथे दिन भारत के 12 विकेट गिरे, जिसमें से 5 विकेट मुरलीधरन के खाते में गए। आपको बता दें कैंडी में जन्मे मुरली के पिता एक बिस्कुट कंपनी में काम करते थे. लेकिन इसके बावजूद उनके बेटे ने वर्ल्ड क्रिकेट में अपना नाम बनाया. मुरलीधरन ने टेस्ट में 800 और वनडे में 534 विकेट अपने नाम किये. टी20 में भी मुरलीधरन ने 13 विकेट हासिल किये. इस तरह मुरलीधरन ने अपने इंटरनेशनल करियर में 1347 विकेट हासिल किये।

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