ऑफ द रिकॉर्ड/भाजपा की भारी जीत बनाम सत्ता का दुरुपयोग

  • नगीन बारकिया
भाजपा

भाजपा की भारी जीत बनाम सत्ता का दुरुपयोग
उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्षों के चुनावों में बड़ी जीत हासिल करने के बाद अब ब्लाक प्रमुखों के चुनावों में भी भाजपा के उम्मीदवारों ने बंपर जीत दर्ज करते हुए एक ओर जहां अपना दबदबा फिर से कायम किया वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विश्वास को बनाए रखा। करीब 85 फीसदी सीटें जीतते हुए भाजपा ने यहां सपा और कांग्रेस को काफी पीछे छोड़ दिया। यही कारण है कि स्वाभाविक तौर पर दोनों दलों के नेताओं ने चुनावों में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का जाना माना आरोप लगाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन चुनावों में भाजपा बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है। इस चुनाव में भाजपा के अब तक 825 में से 648 प्रत्याशी विजयी घोषित किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह परिणाम सरकार की नीतियों तथा कार्यक्रमों पर जनता की मोहर हे। हमने सभी जिलों में सबका विकास, सबका विश्वास के मकसद से काम किया है। उधर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यूपी में सरकारी मशीनरी से ब्लॉक प्रमुख पदों पर जबरन कब्जा किया जाना जनादेश का अपमान है। उन्होंने कहा कि सत्ता के सहयोग से भाजपा ने अपने पक्ष में मतदान कराया।

उप्र में आज जारी होगी जनसंख्या नीति
विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार आज रविवार को 2021-2030 के लिए एक नई जनसंख्या नीति की घोषणा करने वाली है। इस नई नीति में जनसंख्या नियंत्रण में मदद करने वालों को प्रोत्साहन देने का प्रावधान है। यह नीति ऐसे समय पर लाई जा रही है जब राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। यह मुद्दा चुनाव से पहले उभरे राज्य के मुख्य मुद्दों में से एक के तौर पर उभरा है। विपक्ष ने राज्य की भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि वह उत्तर प्रदेश में ‘लोकतंत्र की हत्या’ करना चाहती है। जनसंख्या नियंत्रण को लेकर एक मसौदा यूपी सरकार की वेबसाइट पर पहले ही अपलोड किया जा चुका है और लोगों से 19 जुलाई तक सुझाव मांगे गए हैं। यदि अधिनियमित हो जाता है तो यह प्रस्तावित कानून गजट प्रकाशित होने के एक साल बाद लागू हो जाएगा। नई जनसंख्या नीति का एक अन्य फोकस एरिया नवजात शिशुओं और मातृ मृत्यु दर को कम करना होगा।

बंगाल में चल रही है टीएमसी की ममता गिरी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विधानसभा चुनावों में भारी बहुमत से जीतकर आने की याद विपक्ष को बार बार दिला रही है। उनके फैसले यह बताते हैं कि सब याद रखें कि इस समय बंगाल में केवल ममतागिरी ही चलती दिखाई देगी। ऐसा ही एक मनोनयन सरकार ने किया जिसके कारण भाजपा को विधानसभा की सभी कमेटियों से इस्तीफा देने की धमकी देना पड़ी। हुआ यह कि हाल ही में भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में वापसी करने वाले मुकुल रॉय को पब्लिक अकाउंट्स कमेटी (पीएसी) का चेयरमैन नियुक्त कर दिया। परंपरा अनुसार यह पद विपक्ष के विधायक को दिया जाता है। इस पर भाजपा ने विरोध जताया तथा राज्यपाल जगदीप धनखड़ से शिकायत करने की बात कही। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को स्पीकर द्वारा पीएसी चेयरमैन के नाम की घोषणा के बाद ही भाजपा विधायकों ने सदन से वाकआउट किया था। इसके बाद ही विधानसभा की सभी कमेटियों से भाजपा विधायकों ने इस्तीफा देने का फैसला किया। इसके बाद राज्यपाल से मिलने का वक्त मांगा गया।

आज से शुरू हो रहा है गुप्त नवरात्रि
देवी जी की प्रसन्नता के लिए यद्यपि सभी दिन महत्वपूर्ण होते है परंतु नवरात्रि पर्व को विशेष तौर पर अत्यधिक शुभ माना गया है। शक्ति मंदिर भोपाल के आचार्य पं. नवीन चंद्र शास्त्री के अनुसार भक्तजन आमतौर पर चैत्र एवं क्वार में आने वाले नवरात्रि पर्व को विशेष उत्साह से मनाते हैं। इन दो नवरात्रि के अलावा भी दो नवरात्रियां और आती हैं जिनके बारे लोगों को जानकारी या तो नहीं है और यदि है तो उसकी संख्या अति अल्प है। ये दो नवरात्रि पर्व आषाढ एवं पौष/माघ में मनाए जाते हैं जिन्हें गुप्त नवरात्री कहा गया है। शास्त्री जी का कहना है कि धार्मिक मान्याओं के अनुसार गुप्त नवरात्रि पर्व मुख्य रूप से साधुओं, तांत्रिकों द्वारा मां दुर्गा को प्रसन्न करने और तंत्र साधना करने के लिए मनाया जाता है। विशेष तौर पर 10 महाविद्याओं की सिद्धि के लिए साधक इन गुप्त नवरात्रों में साधना करते हैं। मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा को गुप्त रखना चाहिए। ऐसा करने से मां दुर्गा पूजा का दोगुना फल देती हैं। इसके साथ ही ज्योतिष शास्त्र में गुप्त नवरात्रि के दौरान कुछ व्रत नियमों का भी वर्णन किया गया है, जिनका पालन करना अनिवार्य होता है। इस बार 11 जुलाई रविवार से यह गुप्त नवरात्रि प्रारंभ हो रही हैं। उन्होंने कहा कि सामान्य जन भी इस दौरान किसी न किसी रूप में दुर्गा जी की उपासना कर सकते हैं।

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