बिहाइंड द कर्टन/डॉ. मेहिया को दिया संचालक पशुपालन का अतिरिक्त प्रभार

  • प्रणव बजाज
डॉ. मेहिया


डॉ. मेहिया को दिया संचालक पशुपालन का अतिरिक्त प्रभार
प्रदेश में पशुपालन एवं डेयरी विभाग के संचालक डॉ आरके रोकड़े 30 जून को सेवानिवृत्त हो गए हैं। उनके स्थान पर संयुक्त संचालक डॉ आरके मेहिया को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। अवर सचिव पशुपालन विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। हालांकि सपाक्स ने अतिरिक्त प्रभार को नियम विरुद्ध बताया है। बता दें कि सपाक्स के विरोध के चलते ही संचालक के पद पर अभी तक पदोन्नति नहीं की गई है। सपाक्स ने पदोन्नति का यह कहते हुए विरोध किया था कि सामान्य वर्ग के अधिकारियों को तीस साल से पदोन्नति नहीं मिली है। ज्ञात हो कि माननीय उच्च न्यायालय ने 30 अप्रैल 2016 के अपने निर्णय में पदोन्नति नियम 2002 असंवैधानिक करार देकर इन नियमों से गलत तरीके से पदोन्नति प्राप्त अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के शासकीय सेवकों को पदावनत करने के आदेश पारित किए थे। वहीं इस निर्णय के विरुद्ध सरकार की अपील अभी माननीय उच्च न्यायालय में विचाराधीन है और यथास्थिति के अंतरिम आदेश लागू हैं। यानी किसी भी अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के शासकीय सेवकों को ना तो पदावनत होना है ना ही उनकी पदोन्नति की जा सकती है।

एक जुलाई यानी कामयाब लोगों का दिन
आज एक जुलाई को जिन लोगों के जन्मदिन हैं उनमें कई ऐसी प्रतिभाएं हैं जिन्होंने राजनीति, समाज सेवा व प्रशासनिक क्षेत्र में जनसेवा करते हुए शिखरता हासिल की है। वर्तमान में उच्च पर पहुंचने वालों में भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी हैं। आज उनका जन्मदिन है। पूर्व राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी का भी जन्मदिन एक जुलाई को है। इनके साथ ही आज जिनका जन्मदिन है उनमें प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग के मंत्री और गढ़ाकोटा विधानसभा क्षेत्र के विधायक गोपाल भार्गव, वित्त व वाणिज्यकर मंत्री जगदीश देवड़ा, परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सीधी क्षेत्र की सांसद रीति पाठक, पूर्व मंत्री डॉ गौरीशंकर शेजवार, पूर्व मंत्री एवं लहार के विधायक डॉ गोविंद सिंह, वरिष्ठ आईएएस एवं रिटायर्ड मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह, जनसंपर्क आयुक्त डॉ सुदाम खाड़े, केंद्र सरकार में रसायन एवं उर्वरक विभाग में सचिव राकेश चतुवेर्दी, आईएएस राजेश कुमार कोल, आईपीएस संतोष सिंह गौर, आईएफएस सुदीप सिंह एवं पूर्व आईएएस मंजू शर्मा शामिल है। दरअसल यह वे लोग हैं जो वर्तमान या पूर्व में सत्ता के साथ ही प्रशासन में भी अहम जिम्मेदारियां निभाते रहे हैं या निभा रहे हैं।

वंशवाद के खिलाफ हैं सांसद विवेक तन्खा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा का कहना है कि वे वंशवाद के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस नेतृत्व को अपने बेटे वरुण तन्खा की नरसिंहपुर विधानसभा सीट से टिकट का भी विरोध किया था। तब मैंने कांग्रेस नेतृत्व को साफ तौर पर कहा था कि वरूण मेरा बेटा है, सिर्फ इस नाते आप टिकट दे रहे हैं यह गलत है। वह काबिल बने, फिर किसी भी पार्टी से चुनाव लड़े कोई दिक्कत नहीं। तन्खा ने हाल के घटनाक्रम पर कहा कि कांग्रेस नेतृत्व ने मुझसे पूछा था कि आप लीगल सेल के चेयरमैन पद पर बने रहना चाहते हो तो बताएं। मैंने कहा कि मुझे रुचि नहीं है, किसी नए व्यक्ति को मौका दें। हमें अपने पुरुषार्थ पर भरोसा है।

चंबल अंचल को है कमिश्नर-आईजी की दरकार
प्रदेश के चंबल अंचल को कमिश्नर और आईजी की दरकार है। दोनों ही पद फिलहाल रिक्त हैं। दरअसल हाल ही में वरिष्ठ आईपीएस अफसर व चंबल रेंज के आईजी मनोज शर्मा 30 जून को रिटायर हो गए हैं। वहीं चंबल के कमिश्नर पहले ही रिटायर हो गए थे और उनकी जगह पर अब तक किसी नए अधिकारी की पदस्थापना नहीं की गई है। हालांकि कमिश्नर का पद रिक्त हुए करीब छह महीने से अधिक हो चुके हैं। वहीं रेंज के आईजी के सेवानिवृत्त होने के बाद भी किसी अधिकारी की पदस्थापना नहीं की गई है। चंबल कमिश्नर का प्रभार फिलहाल ग्वालियर कमिश्नर पास है। ऐसे में राज्य सरकार द्वारा अब चंबल संभाग में कमिश्नर के साथ ही आईजी के पद पर भी नई पदस्थापना की जाना है।

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